डीडवाना. राजस्थान के डीडवाना से नौकरी का झांसा देकर रूस भेजे गए युवकों को रूसी सेना में शामिल करने के मामले में डीडवाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने इस मामले में नामजद आरोपी एजेंट महेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया है.
मौलासर थाना अधिकारी वीरेंद्र सिंह के अनुसार एजेंट महेंद्र कुमार ने नेमाराम सहित तीन अन्य युवकों को अच्छी सैलरी और कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी का झांसा देकर रूस भेजा था, लेकिन वहां नौकरी करने के बजाय उन्हें रूसी सेना में भर्ती करवा दिया गया. रूस में नेमाराम सहित बाकी युवकों को रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध में धकेल दिया गया. इस दौरान नेमाराम को गोली लगने से वह घायल हो गया.
पढे़ं : रूस में फंसे भारतीय युवाओं को वापस लाएंगे, विदेश मंत्रालय ने कार्रवाई शुरू कर दी है : मीनाक्षी लेखी
इस मामले में नेमाराम की पत्नी ने मौलासर पुलिस थाने में महेंद्र कुमार के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था, जिसमें उसने नौकरी के नाम पर उसके पति को झांसा देने और धोखाधड़ी कर उसके पति को रूसी सेना में शामिल करवाने का आरोप लगाया था.
पढ़ें : रूसी सेना में भारतीयों की भर्ती के मुद्दे को मजबूती से उठाया गया है: विदेश मंत्रालय
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस हरकत में आई और जांच शुरू की. जिसके बाद मंगलवार को आरोपी महेंद्र कुमार को डीडवाना से गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस अब आरोपी से पूछताछ में जुटी है. पुलिस को उम्मीद है कि पूछताछ में युवकों को झांसा देकर विदेश भेजने के अन्य मामलों का भी खुलासा हो सकता है.