नई दिल्ली: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भले ही दिल्ली की सड़कों को विश्वस्तरीय बनाने के दावे करते हों, लेकिन मोती नगर इलाके में सड़कों की बदहाली लोगों के लिए बड़ी परेशानी बनी हुई है. यह हाल तब है जब सड़कों की मरम्मत के लिए मुख्यमंत्री फंड द्वारा फंड आवंटित होने का पोस्टर भी पार्षद द्वारा लगा दिया गया, बावजूद यहां की सड़कें दुरुस्त नहीं कराई गई.
मोती नगर में सड़कें बदहालः मुहल्ले में घरों के सामने पिछले कई साल से गंदा पानी भरा हुआ है. स्थिति यह है कि कॉलोनी की इन सड़कों से हर रोज निकलने वाले सैकड़ों लोगों को पानी के अंदर से आवागमन करना पड़ रहा है. इस कारण से उनको परेशानी हो रही है. लोगों ने आम आदमी पार्टी के विधायक शिवचरण गोयल और पार्षद अलका ढींगरा पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि सड़क के लिए बजट पास होने के बाद आम आदमी पार्टी ने इलाके में पोस्टर भी लगाए, लेकिन हैरानी यह है कि पास हुआ बजट भी गायब हो गया. स्थिति जस की तस है.
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दिल्ली की सरकारी अस्पताल आचार्य भिक्षु के बगल से निकली सड़क आसपास की आधा दर्जन कॉलोनी को जोड़ती है. इसमें मोती नगर के सुदर्शन पार्क, रतन पार्क, अठारह, ब्लॉक, उन्नीस ब्लॉक सहित बसई दारापुर और अन्य कॉलोनी से आने जाने वाले मरीजों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. खासतौर पर गर्भवती महिलाओं के लिए तो यहां से गुजरना किसी चुनौती और खतरे से कम नहीं, वहीं इस इलाके में लोगों के घरों और कॉलोनी के बीचो-बीच सीवर ओवरफ्लो हो रहा है. स्थानीय पार्षद विधायक जल बोर्ड से शिकायत के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
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