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जयपुर के आराध्य गोविंद देवजी मंदिर में 23 फरवरी से 13 मार्च तक होगा होलीकोत्सव - HOLI FESTIVAL IN GOVIND DEVJI

जयपुर के आराध्य गोविंद देवजी मंदिर में 23 फरवरी से 13 मार्च तक होलीकोत्सव होगा. मंदिर प्रशासन ने इसका विस्तृत कार्यक्रम जारी किया है.

Holi festival in Govind devji
गोविंद देवजी मंदिर (ETV Bharat Jaipur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Feb 18, 2025, 3:18 PM IST

जयपुर: फाल्गुन के महीने में भक्तों का अपने आराध्य के साथ होली खेलने का इंतजार अब खत्म होगा. गोविंद देव जी मंदिर प्रशासन की ओर से होलीकोत्सव, फागोत्सव और पुष्प फाग का कार्यक्रम जारी किया गया है. इस बार 23 फरवरी से 13 मार्च तक मंदिर प्रांगण में फाल्गुन के रंग बिखरेंगे.

जयपुर के आराध्य गोविंद देव जी मंदिर में फागोत्सव मनाने की परंपरा परवान चढ़ेगी. ठाकुर जी के दरबार में 23 फरवरी से 6 मार्च तक रचना झांकी सजेगी, जिसके तहत दोपहर 12:30 बजे से लेकर 12:45 तक 15 मिनट इस झांकी के दर्शन हो सकेंगे. इस रचना झांकी में रंग-बिरंगी गुलाल से ठाकुर जी की विभिन्न लीलाओं को दर्शाया जाएगा. मंदिर के सेवा अधिकारी मानस गोस्वामी ने बताया कि रचना झांकी मंदिर के सेवक ही बनाते हैं.

पढ़े: बसंत पंचमी पर गोविंद देव जी का पाटोत्सव, मां सरस्वती की भी होगी आराधना, 1 फरवरी को बांटा जाएगा संगम जल

पर्व के दौरान इसे विशेष रूप से सजाया जाएगा। वहीं इसके बाद होलीकोत्सव, पुष्प फाग और होली पद गायन जैसे आयोजन होंगे. 7 मार्च से 9 मार्च तक होलीकोत्सव का आयोजन होगा, जिसमें जयपुर के स्थानीय कलाकार और फाल्गुनी भजन मंडल ठाकुर जी के समक्ष भजन और नृत्य से हाजिरी लगाएंगे. ये सांस्कृतिक कार्यक्रम तीन दिन दोपहर 12:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक चलेगा.

10 और 11 मार्च को मंदिर के सत्संग भवन में पुष्प फागोत्सव मनाया जाएगा. इस आयोजन में श्रीकांत शर्मा के भजनों पर राधा-कृष्ण गोपी-ग्वाल के स्वरूप में पुष्प फाग खेलेंगे. ये आयोजन दोपहर 1 बजे से शाम 4:30 बजे तक होगा. इस आयोजन में लट्ठमार होली और मयूर नृत्य मुख्य आकर्षण का केंद्र होंगे. मानस गोस्वामी ने बताया कि 12 मार्च को होली पद कार्यक्रम होगा. जिसमें कोलकाता के मालीराम शर्मा दोपहर 1 से शाम 4:30 बजे तक अपने भजनों की स्वर लहरियों से भगवान को रिझाएंगे. वहीं, होली और धूलंडी पर्व पर राजभोग आरती के बाद भक्त अपने भगवान के साथ गुलाल होली खेल सकेंगे.

जयपुर: फाल्गुन के महीने में भक्तों का अपने आराध्य के साथ होली खेलने का इंतजार अब खत्म होगा. गोविंद देव जी मंदिर प्रशासन की ओर से होलीकोत्सव, फागोत्सव और पुष्प फाग का कार्यक्रम जारी किया गया है. इस बार 23 फरवरी से 13 मार्च तक मंदिर प्रांगण में फाल्गुन के रंग बिखरेंगे.

जयपुर के आराध्य गोविंद देव जी मंदिर में फागोत्सव मनाने की परंपरा परवान चढ़ेगी. ठाकुर जी के दरबार में 23 फरवरी से 6 मार्च तक रचना झांकी सजेगी, जिसके तहत दोपहर 12:30 बजे से लेकर 12:45 तक 15 मिनट इस झांकी के दर्शन हो सकेंगे. इस रचना झांकी में रंग-बिरंगी गुलाल से ठाकुर जी की विभिन्न लीलाओं को दर्शाया जाएगा. मंदिर के सेवा अधिकारी मानस गोस्वामी ने बताया कि रचना झांकी मंदिर के सेवक ही बनाते हैं.

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पर्व के दौरान इसे विशेष रूप से सजाया जाएगा। वहीं इसके बाद होलीकोत्सव, पुष्प फाग और होली पद गायन जैसे आयोजन होंगे. 7 मार्च से 9 मार्च तक होलीकोत्सव का आयोजन होगा, जिसमें जयपुर के स्थानीय कलाकार और फाल्गुनी भजन मंडल ठाकुर जी के समक्ष भजन और नृत्य से हाजिरी लगाएंगे. ये सांस्कृतिक कार्यक्रम तीन दिन दोपहर 12:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक चलेगा.

10 और 11 मार्च को मंदिर के सत्संग भवन में पुष्प फागोत्सव मनाया जाएगा. इस आयोजन में श्रीकांत शर्मा के भजनों पर राधा-कृष्ण गोपी-ग्वाल के स्वरूप में पुष्प फाग खेलेंगे. ये आयोजन दोपहर 1 बजे से शाम 4:30 बजे तक होगा. इस आयोजन में लट्ठमार होली और मयूर नृत्य मुख्य आकर्षण का केंद्र होंगे. मानस गोस्वामी ने बताया कि 12 मार्च को होली पद कार्यक्रम होगा. जिसमें कोलकाता के मालीराम शर्मा दोपहर 1 से शाम 4:30 बजे तक अपने भजनों की स्वर लहरियों से भगवान को रिझाएंगे. वहीं, होली और धूलंडी पर्व पर राजभोग आरती के बाद भक्त अपने भगवान के साथ गुलाल होली खेल सकेंगे.

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