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आपको नहीं होने देंगे ये मौसमी फूल और सब्जियां बीमार... बुरांश, फेगड़ी और कचनार से मिलेगा स्वास्थ्य और सेहत दोनों का लाभ - Mandi Flowers and Vegetables

मंडी के बाजारों में इन दिनों मौसमी फूल और सब्जियों की मांग बढ़ गई है. इनमें बुरांश के फूल, फेगड़ी और कचनार के खरीदार ज्यादा देखे जा रहे हैं. इससे लोगों को स्वास्थ्य के साथ-साथ सेहत का लाभ मिल रहा है. पूरी खबर जाननें के लिए पढ़ें पूरी खबर...

MANDI FLOWERS AND VEGETABLES
मंडी के बाजारों में इन दिनों मौसमी फूल और सब्जियों की मांग बढ़ गई है
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Apr 17, 2024, 10:49 AM IST

मंडी: प्राकृतिक रूप से ऐसे बहुत से फल-फूल और सब्जियां हैं, जिन्हें मौमस के हिसाब से खाया जाए तो यह कभी भी आपको बीमार नहीं होने देते हैं. ग्रामीण परिवेश में रहने वाले लोग इन प्राकृतिक उत्पादों की महता को आज भी भली-भांति जानते हैं. कड़ी मेहनत करके इन्हें बाजारों में बेचते हैं. आजकल मंडी शहर के बाजारों में प्राकृतिक रूप से मिलने वाले बुरांश के फूल, फेगड़ी, कचनार, त्रयाम्बलु, लिंगड़ और जंगली साग सहित अन्य सब्जियां बिक्री के लिए लाई जा रही हैं.

इन फूलों और सब्जियों की कोई भी अलग से खेती नहीं की जाती और यह प्राकृतिक रूप से जंगलों या फिर खेतों में लगाए गए पेड़ों से प्राप्त होते हैं. खास बात यह है कि इनके उत्पादन में किसी भी तरह की खाद का कोई इस्तेमाल नहीं होता. यही कारण है कि लोग बड़े चाव से इसका सेवन करना पसंद करते हैं. बुरांश फूल बेचने आए तीर्थ राज और रमा देवी ने बताया कि "बुरांश के फूल की चटनी जहां तपती गर्मी में शीतलता प्रदान करती है, वहीं नाक से खून आदि बहने की समस्या सहित अन्य कई असाध्य रोगों से भी निजात दिलाती है".

ग्रामीण तेजी देवी और बेगी देवी ने बताया कि "प्राकृतिक रूप से पाई जाने वाली इन सब्जियों को निकालने के लिए जंगल जाती हैं और दिन भर कड़ी मेहनत करने के बाद इन्हें बाजार में बिक्री के लिए लेकर आती हैं. यह वे सब्जियां हैं जो सिर्फ मौसम के अनुसार ही मिलती हैं". आजकल गर्मी के मौसम में इनके सेवन से एक तो शरीर स्वस्थ रहता है और दूसरा कई बीमारियों से भी निजात मिलती है. बीपी, शुगर और अन्य कई बीमारियों में यह प्राकृतिक सब्जियां रामवाण का काम करती हैं.

ये भी पढ़ें:Lahaul Spiti Farmers Are In Loss: कुल्लू-मंडी सड़क मार्ग बंद, लाहौल के किसानों की बढ़ी मुश्किलें, विदेशी सब्जियों को नहीं मिल रहा बाजार

मंडी: प्राकृतिक रूप से ऐसे बहुत से फल-फूल और सब्जियां हैं, जिन्हें मौमस के हिसाब से खाया जाए तो यह कभी भी आपको बीमार नहीं होने देते हैं. ग्रामीण परिवेश में रहने वाले लोग इन प्राकृतिक उत्पादों की महता को आज भी भली-भांति जानते हैं. कड़ी मेहनत करके इन्हें बाजारों में बेचते हैं. आजकल मंडी शहर के बाजारों में प्राकृतिक रूप से मिलने वाले बुरांश के फूल, फेगड़ी, कचनार, त्रयाम्बलु, लिंगड़ और जंगली साग सहित अन्य सब्जियां बिक्री के लिए लाई जा रही हैं.

इन फूलों और सब्जियों की कोई भी अलग से खेती नहीं की जाती और यह प्राकृतिक रूप से जंगलों या फिर खेतों में लगाए गए पेड़ों से प्राप्त होते हैं. खास बात यह है कि इनके उत्पादन में किसी भी तरह की खाद का कोई इस्तेमाल नहीं होता. यही कारण है कि लोग बड़े चाव से इसका सेवन करना पसंद करते हैं. बुरांश फूल बेचने आए तीर्थ राज और रमा देवी ने बताया कि "बुरांश के फूल की चटनी जहां तपती गर्मी में शीतलता प्रदान करती है, वहीं नाक से खून आदि बहने की समस्या सहित अन्य कई असाध्य रोगों से भी निजात दिलाती है".

ग्रामीण तेजी देवी और बेगी देवी ने बताया कि "प्राकृतिक रूप से पाई जाने वाली इन सब्जियों को निकालने के लिए जंगल जाती हैं और दिन भर कड़ी मेहनत करने के बाद इन्हें बाजार में बिक्री के लिए लेकर आती हैं. यह वे सब्जियां हैं जो सिर्फ मौसम के अनुसार ही मिलती हैं". आजकल गर्मी के मौसम में इनके सेवन से एक तो शरीर स्वस्थ रहता है और दूसरा कई बीमारियों से भी निजात मिलती है. बीपी, शुगर और अन्य कई बीमारियों में यह प्राकृतिक सब्जियां रामवाण का काम करती हैं.

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