शिमला: हिमाचल में पंचायतों की संख्या बढ़ सकती है. पंचायती राज संस्थाओं के अगले साल होने वाले चुनाव से पहले नई ग्राम पंचायतें बनाने की तैयारी है. हिमाचल में दिसंबर 2025 में पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव होने हैं.
प्रदेश में इससे पहले पंचायतों का पुनर्सीमांकन भी होना है जिसके लिए सुक्खू सरकार ने सभी डीसी से प्रस्ताव मांगे हैं. प्रदेश में नई पंचायतें बनाने की योजना अगर सफल होती है तो कई पंचायतों की सीमाएं बदलने के साथ नए सिरे से पुनर्सीमांकन भी होगा. प्रदेश में अभी 3,615 ग्राम पंचायतें हैं.
जयराम सरकार ने बनाई थी 412 पंचायतें
हिमाचल में पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव दिसंबर 2025 में होने हैं. ऐसे में पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव के लिए अभी से तैयारियां शुरू होने वाली हैं. प्रदेश में पूर्व जयराम सरकार के समय में 412 नई पंचायतें बनाई गई थीं. ये पंचायतें साल 2020 में बनाई गई थीं. हिमाचल में नई पंचायतें बनने के बाद कुछ पंचायतें नगर निकायों में मर्ज हो गई थीं.
ऐसे में नई 389 पंचायतों की बढ़ोतरी ही दर्ज हुई. नई पंचायतें बनाने का काम अप्रैल माह तक पूरा करना होगा ताकि पुनर्सीमन का कार्य भी समय पर पूरा किया जा सके. प्रदेश में नई पंचायतों के गठन और इनकी नए सिरे से सीमाएं तय होने से आरक्षण रोस्टर का भी स्वरूप बदलेगा जिसके लिए समय लगता है.
बीते दिनों पंचायती राज निदेशालय ने सरकार को एक पत्र भी भेजा था जिसमें नई पंचायतों के गठन को लेकर जानकारी मांगी गई थी. इसको देखते हुए सरकार डीसी से प्रस्ताव मांग रही है. ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री अनिरुद्ध सिंह के मुताबिक प्रदेश में नई ग्राम पंचायतों के लिए डीसी से प्रस्ताव मांगे गए हैं. इसके अनुसार जरूरत के मुताबिक नई पंचायतों का गठन किया जाएगा. इसके लिए नियमों को देखकर उचित निर्णय लिया जाएगा.
ये भी पढ़ें: डिपुओं में नहीं मिल रहा सरसों का तेल, बाजार से ₹200 लीटर तेल खरीदने को मजबूर लोग