रामपुर में बादल फटने से प्रभावित क्षेत्र समेज का सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दौरा किया. इस दौरान सीएम ने आपदा पीड़ितों और प्रभावितों के परिजनों से मिले. सीएम ने आपदा प्रभावितों को हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया. वहीं, सर्च ऑपरेशन और रेस्क्यू अभियान के दूसरे दिन भी लापता लोगों का कोई सुराग नहीं मिला. विभिन्न टीमों के 100 से अधिक लोग रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे हुए हैं.
Himachal Disaster Live Update: समेज में लापता लोगों का दूसरे दिन भी नहीं मिला कोई सुराग, प्रभावितों से मिले सीएम सुक्खू - HIMACHAL CLOUDBURST
By ETV Bharat Himachal Pradesh Team
Published : Aug 2, 2024, 11:29 AM IST
|Updated : Aug 2, 2024, 11:08 PM IST
हिमाचल प्रदेश में आसमान से बरसी आफत के बाद हर जगह तबाही के निशान देखे जा सकते हैं. 31 जुलाई की रात और 1 अगस्त की सुबह कुल्लू, शिमला और मंडी जिले में बादल फटने के बाद करीब 50 लोग लापता हैं जबकि 4 लोगों की लाशें मिली हैं. वहीं एनडीआरएफ से लेकर होमगार्ड और स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंचा हुआ है और राहत-बचाव कार्य चल रहा है.
LIVE FEED
समेज में सर्च ऑपरेशन जारी, लापता लोगों का नहीं मिला कोई सुराग
आपदा प्रभावितों को सुक्खू सरकार देगी राहत
हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने कहा आपदा प्रभावितों को राहत प्रदान करने के लिए राज्य सरकार प्रति परिवार 50 हजार रुपये की वित्तीय सहायता देगी. इसके साथ किराए के मकान के लिए तीन माह तक प्रतिमाह 5,000 रुपये प्रदान करेगी. साथ ही इन प्रभावित परिवारों को मुफ्त राशन, रसोई गैस और कंबल की सुविधा भी प्रदान की जाएगी.
मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने कहा कि बादल फटने की घटना से छह लोगों की मृत्यु हुई है और 47 लोग लापता हैं. जबकि 55 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. जिला शिमला में आपदा प्रभावितों को फौरी राहत प्रदान की गई है. जिला कुल्लू के मलाणा गांव में 25 पर्यटक और स्थानीय निवासियों के साथ सुरक्षित हैं. श्रीखंड के आसपास के क्षेत्रों में लगभग 300 श्रद्धालु भी सुरक्षित हैं. लोगों की सुविधा के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच-21 को शीघ्र बहाल करने के प्रयास जारी हैं. उन्होंने जिला अधिकारियों को सड़कों की मरम्मत कर लोगों को राहत प्रदान करने के निर्देश दिए.
कुल्लू, शिमला और मंडी जिले में बादल फटने की घटना के बाद से रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है. हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक बीते 36 घंटों में इन तीन जिलों में भारी तबाही मची है. बादल फटने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है. कुल्लू में एक और मंडी में 5 शव मिले हैं. वहीं अभी भी 47 लोग लापता हैं. इनमें से सबसे ज्यादा 33 शिमला जिले के रामपुर से लापता हैं. वहीं कुल्लू में 9 और मंडी के 5 लोग लापता हैं. कुल 55 लोगों को निकाला गया है इनमें कुल्लू से 44, शिमला से 10 और मंडी से एक शख्स को निकाला गया है. वहीं कुल्लू में 25 लोग फंसे हुए हैं.
अब तक हुए नुकसान के मुताबिक इन तीन जगहों पर 61 घर पूरी तरह से तबाह हो गए हैं. इनमें से कुल्लू में 32, शिमला में 25 और मंडी में 4 आशियाने उजड़ गए हैं. इसके साथ ही 22 गौशालाएं, 6 पुल और पैदल चलने वाले 32 पुल भी बह गए हैं. कुल्लू में सबसे ज्यादा 4 पुल और पैदल चलने वालों के लिए बनी 30 पुलिया को नुकसान पहुंचा है. कुल्लू में ही 3 दुकानें और 6 स्कूलों को भी नुकसान पहुंचा है. इसके अलावा 17 गाड़ियां या तो बह गई या उन्हें भारी नुकसान हुआ है. इनमें से 13 कुल्लू और 4 शिमला में हैं. कुल्लू में 3 मछली फार्म भी आपदा की चपेट में आए हैं.
मंडी में लापता लोगों की तलाश जारी, दो और बच्चों के मिले शव
मंडी जिले के आपदा प्रभावित चौहार घाटी के राजबन में लापता लोगों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है. सर्च ऑपरेशन के दौरान दो और बच्चों के शव मिले हैं. आज दूसरे दिन भी मिसिंग लोगों की तलाश में सुबह 7 बजे से सर्च ऑपरेशन जारी है. एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस और होमगार्ड के जवानों के साथ प्रशासनिक अधिकारी भी लगातार मौके पर डटे हैं. बता दें कि बुधवार की रात को राजबन गांव में बादल फटने से 3 घरों के साथ 12 लोग मलबे में दब गए थे. जिसमें 2 लोग गंभीर रूप से घायल है, जिनका टांडा मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है. जबकि 5 और लापता की तलाश जारी है.
सीएम सुक्खू आपदा प्रभावित क्षेत्र समेज पहुंचे, प्रभावितों का जाना हालचाल
शिमला जिले के समेज में बीती बुधवार रात बादल फटने से 36 लोगों सहित 8 स्कूली छात्र लापता हो गए थे. यहां बादल फटने से आपदा की स्थिति बन गई थी. ऐसे में आज सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू आपदा प्रभावित समेज पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. इस दौरान सीएम सुक्खू ने प्रभावितों का हालचाल जाना. वहीं, सीएम ने अधिकारियों को आपदा प्रभावितों की हर संभव मदद करने के निर्देश दिए.
समेज में आपदा प्रभावितों को राहत राशि
रामपुर के समेज में आपदा प्रभावितों को प्रशासन की और से राहत राशि जारी की गई है. जिला प्रशासन ने अभी तक 20 परिवारों को फौरी राहत राशि दी है. जिसमें हर परिवार को 15000 रुपये दिए गए हैं. शिमला उपायुक्त अनुपम कश्यप ने बताया है कि "इसमें पीड़ित और प्रभावितों दोनों को फौरी राहत राशि जारी कर दी है. एक अगस्त देर शाम को ही राशि वितरित कर दी गई थी. उन्होंने कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन तीव्र गति से चला हुआ है. आज मौसम साफ है, जो राहत और बचाव कार्य के नजरिये से अच्छा है. हमारा लक्ष्य हर लापता लोगों को ढूंढने का है. रेस्क्यू टीम में अनुभवी लोगों से मार्गदर्शन लिया जा रहा है"
मुख्यमंत्री जाएंगे समेज
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू आज रामपुर के समेज का दौरा करेंगे. जहां बीती सुबह बादल फटने के बाद तबाही का तांडव मच गया. बादल फटने के बाद आए सैलाब में कई घर और गाड़ियां बह गईं. जबकि 36 लोग अब भी लापता हैं, इनमें से 8 स्कूली छात्राएं बताई जा रही हैं. सीएम सुक्खू समेज में पीड़ित ग्रामीणों से मिलेंगे और राहत-बचाव कार्य का जायजा लेंगे. समेज में गुरुवार से ही रेस्क्यू टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं.
हिमाचल प्रदेश में आसमान से बरसी आफत के बाद हर जगह तबाही के निशान देखे जा सकते हैं. 31 जुलाई की रात और 1 अगस्त की सुबह कुल्लू, शिमला और मंडी जिले में बादल फटने के बाद करीब 50 लोग लापता हैं जबकि 4 लोगों की लाशें मिली हैं. वहीं एनडीआरएफ से लेकर होमगार्ड और स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंचा हुआ है और राहत-बचाव कार्य चल रहा है.
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समेज में सर्च ऑपरेशन जारी, लापता लोगों का नहीं मिला कोई सुराग
रामपुर में बादल फटने से प्रभावित क्षेत्र समेज का सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दौरा किया. इस दौरान सीएम ने आपदा पीड़ितों और प्रभावितों के परिजनों से मिले. सीएम ने आपदा प्रभावितों को हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया. वहीं, सर्च ऑपरेशन और रेस्क्यू अभियान के दूसरे दिन भी लापता लोगों का कोई सुराग नहीं मिला. विभिन्न टीमों के 100 से अधिक लोग रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे हुए हैं.
आपदा प्रभावितों को सुक्खू सरकार देगी राहत
हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने कहा आपदा प्रभावितों को राहत प्रदान करने के लिए राज्य सरकार प्रति परिवार 50 हजार रुपये की वित्तीय सहायता देगी. इसके साथ किराए के मकान के लिए तीन माह तक प्रतिमाह 5,000 रुपये प्रदान करेगी. साथ ही इन प्रभावित परिवारों को मुफ्त राशन, रसोई गैस और कंबल की सुविधा भी प्रदान की जाएगी.
मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने कहा कि बादल फटने की घटना से छह लोगों की मृत्यु हुई है और 47 लोग लापता हैं. जबकि 55 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. जिला शिमला में आपदा प्रभावितों को फौरी राहत प्रदान की गई है. जिला कुल्लू के मलाणा गांव में 25 पर्यटक और स्थानीय निवासियों के साथ सुरक्षित हैं. श्रीखंड के आसपास के क्षेत्रों में लगभग 300 श्रद्धालु भी सुरक्षित हैं. लोगों की सुविधा के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच-21 को शीघ्र बहाल करने के प्रयास जारी हैं. उन्होंने जिला अधिकारियों को सड़कों की मरम्मत कर लोगों को राहत प्रदान करने के निर्देश दिए.
कुल्लू, शिमला और मंडी जिले में बादल फटने की घटना के बाद से रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है. हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक बीते 36 घंटों में इन तीन जिलों में भारी तबाही मची है. बादल फटने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है. कुल्लू में एक और मंडी में 5 शव मिले हैं. वहीं अभी भी 47 लोग लापता हैं. इनमें से सबसे ज्यादा 33 शिमला जिले के रामपुर से लापता हैं. वहीं कुल्लू में 9 और मंडी के 5 लोग लापता हैं. कुल 55 लोगों को निकाला गया है इनमें कुल्लू से 44, शिमला से 10 और मंडी से एक शख्स को निकाला गया है. वहीं कुल्लू में 25 लोग फंसे हुए हैं.
अब तक हुए नुकसान के मुताबिक इन तीन जगहों पर 61 घर पूरी तरह से तबाह हो गए हैं. इनमें से कुल्लू में 32, शिमला में 25 और मंडी में 4 आशियाने उजड़ गए हैं. इसके साथ ही 22 गौशालाएं, 6 पुल और पैदल चलने वाले 32 पुल भी बह गए हैं. कुल्लू में सबसे ज्यादा 4 पुल और पैदल चलने वालों के लिए बनी 30 पुलिया को नुकसान पहुंचा है. कुल्लू में ही 3 दुकानें और 6 स्कूलों को भी नुकसान पहुंचा है. इसके अलावा 17 गाड़ियां या तो बह गई या उन्हें भारी नुकसान हुआ है. इनमें से 13 कुल्लू और 4 शिमला में हैं. कुल्लू में 3 मछली फार्म भी आपदा की चपेट में आए हैं.
मंडी में लापता लोगों की तलाश जारी, दो और बच्चों के मिले शव
मंडी जिले के आपदा प्रभावित चौहार घाटी के राजबन में लापता लोगों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है. सर्च ऑपरेशन के दौरान दो और बच्चों के शव मिले हैं. आज दूसरे दिन भी मिसिंग लोगों की तलाश में सुबह 7 बजे से सर्च ऑपरेशन जारी है. एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस और होमगार्ड के जवानों के साथ प्रशासनिक अधिकारी भी लगातार मौके पर डटे हैं. बता दें कि बुधवार की रात को राजबन गांव में बादल फटने से 3 घरों के साथ 12 लोग मलबे में दब गए थे. जिसमें 2 लोग गंभीर रूप से घायल है, जिनका टांडा मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है. जबकि 5 और लापता की तलाश जारी है.
सीएम सुक्खू आपदा प्रभावित क्षेत्र समेज पहुंचे, प्रभावितों का जाना हालचाल
शिमला जिले के समेज में बीती बुधवार रात बादल फटने से 36 लोगों सहित 8 स्कूली छात्र लापता हो गए थे. यहां बादल फटने से आपदा की स्थिति बन गई थी. ऐसे में आज सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू आपदा प्रभावित समेज पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. इस दौरान सीएम सुक्खू ने प्रभावितों का हालचाल जाना. वहीं, सीएम ने अधिकारियों को आपदा प्रभावितों की हर संभव मदद करने के निर्देश दिए.
समेज में आपदा प्रभावितों को राहत राशि
रामपुर के समेज में आपदा प्रभावितों को प्रशासन की और से राहत राशि जारी की गई है. जिला प्रशासन ने अभी तक 20 परिवारों को फौरी राहत राशि दी है. जिसमें हर परिवार को 15000 रुपये दिए गए हैं. शिमला उपायुक्त अनुपम कश्यप ने बताया है कि "इसमें पीड़ित और प्रभावितों दोनों को फौरी राहत राशि जारी कर दी है. एक अगस्त देर शाम को ही राशि वितरित कर दी गई थी. उन्होंने कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन तीव्र गति से चला हुआ है. आज मौसम साफ है, जो राहत और बचाव कार्य के नजरिये से अच्छा है. हमारा लक्ष्य हर लापता लोगों को ढूंढने का है. रेस्क्यू टीम में अनुभवी लोगों से मार्गदर्शन लिया जा रहा है"
मुख्यमंत्री जाएंगे समेज
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू आज रामपुर के समेज का दौरा करेंगे. जहां बीती सुबह बादल फटने के बाद तबाही का तांडव मच गया. बादल फटने के बाद आए सैलाब में कई घर और गाड़ियां बह गईं. जबकि 36 लोग अब भी लापता हैं, इनमें से 8 स्कूली छात्राएं बताई जा रही हैं. सीएम सुक्खू समेज में पीड़ित ग्रामीणों से मिलेंगे और राहत-बचाव कार्य का जायजा लेंगे. समेज में गुरुवार से ही रेस्क्यू टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं.