नई दिल्ली: भारतीय रेल की ओर से होली के इस त्योहारी सीजन में रेल यात्रियों की सुविधा और यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को व्यवस्थित रखने के लिए अतिरिक्त ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है. इसके बाद भी ट्रेनों में यात्रियों की खचाखच भीड़ हो रही है. प्लेटफार्म पर यात्रियों की बहुत ज्यादा भीड़ न हो इसके लिए रेलवे स्टेशनों के बाहर अस्थाई प्रतीक्षा स्थल बनाये गए हैं.
उत्तर रेलवे के जनसंपर्क विभाग के अधिकारी के मुताबिक, एक से 31 मार्च के बीच कुल 72 ट्रेनों के 410 से अधिक ट्रिप चलाई जाने की योजना बनाई गई थी. करीब 37 ट्रेनों का संचालन 21 मार्च से शुरू किया गया है. नई दिल्ली हजरत निजामुद्दीन पुरानी दिल्ली और आनंद विहार रेलवे स्टेशन से देश के विभिन्न राज्यों के बीच होली स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है. पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए सबसे अधिक ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है. मध्य प्रदेश समेत अन्य राज्यों के लिए भी ट्रेनें चलाई जा रही हैं.
आरक्षित कोच में भी अनारक्षित कोच जैसी भीड़: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से बिहार जाने वाली बिहार संपर्क क्रांति, श्रमजीवी और महाबोधि एक्सप्रेस जैसी अन्य ट्रेनों में बृहस्पतिवार को खचाखच भीड़ दिखी. अनारक्षित कोच में यात्रियों के घुसने की जगह नहीं थी. वहीं, आरक्षित कोच में भी सीट से कई गुना ज्यादा यात्री दिखे, जो खड़े होकर सफर कर रहे थे. वहीं कुछ ट्रेनों का संचालन भी आधे से एक घंटे की देरी से हुआ जिसकी वजह से यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.
बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था: होली पर घर जानेवालों की भीड़ बढ़ने के बाद रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली, हजरत निजामुद्दीन और आनंद विहार समेत अन्य रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ और जीआरपी के जवान तैनात हैं. रेलवे स्टेशन पर संदिग्ध लोगों की जांच भी की जा रही है.
रेलवे स्टेशन के बाहर टेंट लगाकर बनाए अस्थायी प्रतीक्षा स्थल: भीड़ होने के कारण प्लेटफार्म पर कई बार भगदड़ भी मच जाती है. इस तरह की समस्या न हो इसके लिए रेलवे की तरफ से रेलवे स्टेशन परिसर के बाहर टेंट लगाकर अस्थायी प्रतीक्षा स्थल बनाए गए हैं. दिल्ली के सभी रेलवे स्टेशन पर इस तरह के अस्थायी प्रतीक्षा स्थल बनाए गए हैं.
अतिरिक्त टिकट काउंटर और हेल्प डेस्क बनाई गई: रेलवे स्टेशन के बाहर अस्थायी प्रतीक्षा स्थल के अंदर यात्रियों की सुविधा के लिए आरक्षित और अनारक्षित टिकट के लिए अलग-अलग काउंटर बनाए गए हैं. साथ ही हेल्प डेस्क बनाने के साथ डिस्प्ले बोर्ड भी लगाया गया है. इससे यात्रियों को पूछताछ के लिए या टिकट के लिए लंबी लाइन में नहीं लगना पड़ेगा.