झुंझुनू. झुंझुनू जेल के मुख्य प्रहरी की गोली लगने से रविवार को मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक सुबह 10 बजे कृष्ण कुमार ड्यूटी के लिए जेल पहुंचे थे, जहां हथियारखाने में उनका शव बरामद हुआ. हालांकि, पुलिस इस बात को स्पष्ट नहीं कर पाई है कि ये मामला खुदकुशी का है या फिर कोई हादसा. फिलहाल मौत का कारण हथियारखाने में रखी रिवाल्वर से गोली चलना माना जा रहा है. घटना के बाद हेड कांस्टेबल कृष्ण कुमार के शव को पोस्टमार्टम के लिए बीडीके अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है. वहीं, पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है.
शुरुआती तफ्तीश में सामने आई ये बातें : झुंझुनू कोतवाली थाने के एसएचओ राम मनोहर ठोलिया ने बताया कि मांडल रोड स्थित जिला जेल के मुख्य प्रहरी हेड कांस्टेबल कृष्ण कुमार के गोली लगने से जख्मी होने की जानकारी मिली थी. 45 वर्षीय हेड कांस्टेबल का शव हथियार खाने से बरामद हुआ. मौके पर हेड कांस्टेबल के हाथ में 455 बोर की पिस्टल मिली थी और उसमें पांच गोलियां थीं, जबकि एक कारतूस का इस्तेमाल किया गया था. इस रिवाल्वर से निकली गोली से ही शुरुआती जांच में हेड कांस्टेबल की मौत की बात सामने आई है.
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फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. साथ ही ये पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि हेड कांस्टेबल ने खुद को गोली मारी थी या फिर रिवाल्वर से किसी हादसे में ये गोली चल गई. हालांकि, पोस्टमार्टम के बाद भी असल सच्चाई सामने आ सकेगी. इधर, घटना की सूचना के बाद मृतक कांस्टेबल के परिजन भी अस्पताल पहुंचे हैं. कृष्ण कुमार झुंझुनूं जिले की अलसीसर तहसील के जवाहरपुरा गांव के रहने वाले थे. वे 2003 बैच के कॉन्स्टेबल रहे. उनके दो बेटे हैं. बड़ा बेटा 24 और छोटा 20 साल का है. झुंझुनू जेल डीएसपी प्रमोद सिंह ने बताया कि कृष्ण कुमार जिला जेल में अक्टूबर 2021 से कार्यरत थे. उनके पास हथियार खाने का अतिरिक्त चार्ज था. प्रभारी होने के कारण वे हथियार खाने में आते-जाते रहते थे. हथियार खाने के पास मौजूद दो जवानों ने बताया कि कृष्ण को गोली लगी है और वो मानसिक तौर पर पूरी तरह से स्वस्थ थे.