हरिद्वार: आपराधिक गतिविधियों पर लगाम लगाकर आपराधिक तत्वों को सलाखों के पीछे भेजने के लिए हरिद्वार पुलिस एक्टिव है. इसी कड़ी में पुलिस टीम ने बड़ी सफलता हासिल की है. पुलिस ने रानीपुर कोतवाली क्षेत्र की पॉश कॉलोनी में में नकली शराब बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है. साथ ही मामले में पुलिस ने एक आरोपी को भी दबोचा है, जबकि एक आरोपी फरार है.
पुलिस ने बताया दोनों आरोपी बेहद शातिर हैं. फरार आरोपी केमिकल लेकर आता था. फिर दोनों मिलकर अल्कोहोलिक केमिकल में एक निश्चित मात्रा में पानी मिलाकर उसमें शराब जैसा रंग लाने के लिए फ़ूड कलर मिलाते थे. जिसके बाद इस तैयार नकली शराब की तीव्रता बढ़ाने के लिए फिर इसमें यूरिया मिलाया जाता था. तैयार की गई नकली शराब को ठेके से कम दाम में चलते-फिरते लोगों को बेचा जाता था. कम दाम के चलते ग्राहक भी हाथों हाथ मिल जाते थे.आरोपी कैमिकल से तैयार की गई नकली/जहरीली शराब को खाली शराब की बोतलों में भरकर उन पर फर्जी लेबल व उत्तराखंड शासन का टैग लगाते थे.
दीवाली पर बड़ी खेप खपाने की तैयारी: दोनों आरोपी कैमिकल से तैयार की गई नकली शराब को ठेकों के आसपास या राह चलते नशे के शौकीन लोगों को कम दामों में बेच कर मोटा मुनाफा कमा रहे थे. त्योहारी सीजन को देखते हुए इस बार नकली शराब की बड़ी खेप खपाकर मोटा मुनाफा कमाने की तैयारी थी. उससे पहले पुलिस ने दोनों का प्लान फेल कर दिया.
पुलिस ने चेकिंग के दौरान सेम्भल चौक दादूपुर गोविंदपुर के पास से संदिग्ध को सेंट्रो कार सहित दबोचा. जिससे 400 लीटर अल्कोहलिक केमिकल, 80 लीटर नकली शराब, 02 किलो यूरिया, शराब की बोतल के ढक्कन, लेबल/रैपर आदि बरामद किये गये. जिसके बाद पता चला कि आरोपी व उसका साथी दादूपुर गोविंदपुर में किराए पर दुकान लेकर उसमें नकली शराब बनाने का गोरखधंधा चला रहे थे.
कितना पढ़ा लिखा है आरोपी, कहां से ली ट्रेनिंग: पकड़ा गया आरोपी 12वीं पास है. व आगरा के ताजगंज थाने में वर्ष 2021 में नकली शराब के केस में जेल जा चुका है. 4 साल पूर्व में अलीगढ़ स्थित शराब के ठेके में काम के दौरान आरोपी की पहचान साथ काम कर रहे एक युवक (फरार आरोपी) से हुई थी. लगातार संपर्क में रहने पर कुछ समय पहले उक्त परिचित ने आरोपी को हरिद्वार आकर साथ काम शुरू किया.