ग्वालियर: मध्य प्रदेश के ग्वालियर चंबल अंचल में आवारा कुत्तों का आतंक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. आए दिन बच्चों से लेकर बड़े इन कुत्तों का निशाना बन रहे हैं. एक पखवाड़े के भीतर यह दूसरा मामला है, जब 5 साल के मासूम को कुत्ते ने बुरी तरह से बाए गाल को नोच डाला. करीब 22 टांके के बाद बच्चे की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है. उसे जयारोग्य अस्पताल के सुपर स्पेशयलिटी वार्ड में भर्ती कराया गया है.
बच्चे के गाल में आए 22 टांके
गोल पहाड़िया इलाके में रहने वाला नरसिंह मिल्क लेने गई अपनी बहन के पीछे बिस्किट लेने इलाके में चला गया था. उसके पिता मनोज प्रजापति मजदूर है. तीन भाई-बहनों में सबसे छोटे नरसिंह पर गली के कुत्ते ने घर लौटते समय अचानक हमला कर दिया. किसी तरह बच्चा कुत्ते की पकड़ से छूटा और अपने घर पहुंचा. उसकी लहूलुहान हालत देखकर घर वाले परेशान हो गए. उसे तुरंत ही परिजन अस्पताल लेकर पहुंचे. जहां करीब दो घंटे तक बच्चे का ऑपरेशन कर उसे टांके लगाए गए. घटना गोल पहाड़िया स्थित मेहंदी वाले सैयद के पास की है. सर्जरी के बाद फिलहाल बच्चे को डॉक्टरों की देखरेख में रखा गया है.
बाल-बाल बची बच्चे की आंख
गजराराजा मेडिकल कॉलेज के डीन डॉक्टर आरके धाकड़ ने बच्चे के उचित और बेहतर इलाज के निर्देश चिकित्सकों को दिए हैं. बता दें 25 जनवरी को भी शारदा बालग्राम में पढ़ने वाले 7 साल के मासूम रवि पर भी आवारा कुत्ते ने हमला किया था. जिसमें रवि पटेल के शरीर पर एक सैंकड़ा से ज्यादा टांके आए थे. हाल ही में उसे अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया है. गनीमत यह रही कि बच्चे की आंख बाल बाल बची है. जबकि बाया गाल उसका बुरी तरह जख्मी हो गया है.
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जिम्मेदारों का ये बयान
मेडिकल कॉलेज के डीन डॉक्टर आरकेएस धाकड़ का कहना है "कुत्तों की जनसंख्या पर नियंत्रण करने के साथ ही उन्हें वैक्सीनेशन की बेहद जरूरत है." वहीं नगर निगम कमिश्नर संघ प्रिय का कहना है कि "वह अपने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ मिलकर कुत्तों की नसबंदी और वैक्सीनेशन के बारे में विचार कर रहे हैं. जल्द ही इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे."