इंदौर: मध्य प्रदेश में अतिथि शिक्षकों के नियमितीकरण की मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन जारी है. जारी विरोध प्रदर्शन के बीच मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अतिथि शिक्षकों के हित में कोई ना कोई बेहतर फैसला लेने के संकेत दिए हैं. आज इंदौर में इस मामले में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा 'मैंने भी शिक्षकों के पक्ष में पत्र लिखे थे. अब उनके लिए जितना बेहतर हो सकेगा, करने का प्रयास करेंगे.
सीएम बोले-बेहतर और अच्छा करेंगे
दरअसल, आज इंदौर में इंदौर मनमाड़ रेल लाइन प्रोजेक्ट को लेकर प्रेस वार्ता आयोजित की गई थी. इस प्रेस वार्ता के दौरान अतिथि शिक्षकों के मुद्दे पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि 'जब मैं खुद भी शिक्षा मंत्री था. तब मैंने भी इस मामले में कई पत्र लिखे थे. जिन भावनाओं के आधार पर ऐसी व्यवस्थाओं को लेकर हम आगे बढ़ते भी हैं. अब जबकि मेरी भूमिका बदल गई है, तो बदली हुई भूमिका में इस मामले को लेकर जितना बेहतर और अच्छा हो सकेगा वह करेंगे.
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5 सितंबर को सीएम हाउस घेराव की दी चेतावनी
गौरतलब है कि अतिथि शिक्षकों के मामले में 2 सितंबर 2023 को शिक्षक महापंचायत में प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कई घोषणाएं की थी, लेकिन अब घोषणाएं पूरी होने के बजाय मानदेय वृद्धि के अन्य मामलों के अलावा प्रमोशन और अतिशेष के नाम पर हजारों अतिथि शिक्षकों को बेरोजगार होना पड़ रहा है. वहीं 15-16 साल के बाद सेवा से पृथक हो जाने के कारण उनके सामने भरण पोषण का संकट है. लिहाजा राजधानी भोपाल के अलावा अन्य जिलों में अतिथि शिक्षक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. जिन्होंने आगामी 5 सितंबर को शिक्षक दिवस पर राजधानी भोपाल में मुख्यमंत्री निवास के घेराव की चेतावनी दी है.