पटना: स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय अब लेखक बन गए हैं. उनके द्वारा लिखित पुस्तक ‘आरोग्य पथ पर बिहार, जन स्वास्थ्य का मंगल काल का विमोचन राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने किया. बिहार विधानसभा के विस्तारित भवन में मुख्य अतिथि राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने बिहार सरकार को आइना दिखाते हुए कहा कि अभी स्वास्थ्य के क्षेत्र में बहुत काम करना बाकी है.
स्वास्थ्य में जितने काम होने चाहिए वो नहीं हुए: पुस्तक विमोचन के बाद राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधा बहुत ही जरूरी है. स्वास्थ्य और शिक्षा को लेकर समाज के अंदर तक काम करने की जरूरत है. आज तक स्वास्थ्य के क्षेत्र में जितने प्रयास होने चाहिए थे वह नहीं हो पाए हैं. सिर्फ हम उपलब्धियां गिना रहे हैं लेकिन, स्वास्थ्य सेवाएं जितनी ऊपर आनी चाहिए थी उतनी ऊपर नहीं आ पायीं हैं.
शहर से ज्यादा गांव में काम कीजिये: राज्यपाल ने खुले शब्दों में कहा कि इन दिनों स्वास्थ्य सेवाएं शहरी क्षेत्र में ही केंद्रित होकर रह गई हैं. क्या हम इन सभी स्वास्थ्य सेवाओं को ग्रामीण क्षेत्र में लेकर नहीं जा सकते हैं? ग्रामीण क्षेत्रों में जाने की जरूरत है. मैं लगातार कहता रहता हूं कि शहर से ज्यादा गांव में स्वास्थ्य सेवाओं की जरूरत है.
मंगल पांडेय को ट्रैक करता हूं: राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने मंगल पांडे के किताब की तारीफ करते हुए कहा कि मैं लगातार मंगल पांडे को फॉलो करता हूं. उन्हें ट्रैक करता हूं कि वह क्या कर रहे हैं क्या नहीं कर रहे हैं. उनके काम किस तरीके से हो रहे हैं. यह मुझे पता है और मैं इससे संतुष्ट भी हूं. मंगल पांडे जब भी मेरे पास आते हैं तो गंभीर मुद्दों को लेकर आते हैं जो मुझे अच्छा लगता है.
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