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सीबीआई ने CGST इंस्पेक्टर को किया गिरफ्तार, कथित तौर पर रिश्वतखोरी का आरोप - CBI ARRESTS CGST INSPECTOR

सीबीआई ने कथित रिश्वत मामले में CGST इंस्पेक्टर सहित निजी फर्म के प्रतिनिधि को गिरफ्तार किया है. पढ़ें पूरी खबर...

CBI arrests CGST Inspector
प्रतीकात्मक तस्वीर (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 17, 2024, 10:38 PM IST

नई दिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कथित रिश्वत से संबंधित एक मामले में तिरुपति जीएसटी कमिश्नरेट के केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर निरीक्षक सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है. केंद्रीय जांच एजेंसी ने मंगलवार को यह जानकारी दी.

सीबीआई प्रवक्ता ने बताया कि सीबीआई ने 17 दिसंबर को चार आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. जिसमें सहायक आयुक्त, अधीक्षक और निरीक्षक शामिल हैं. ये सभी तिरुपति जीएसटी कमिश्नरेट में केंद्रीय कर आयुक्त के कार्यालय के हैं. उन पर चित्तूर स्थित निजी फर्म के प्रतिनिधि और अज्ञात सार्वजनिक और निजी व्यक्तियों पर निजी कंपनी और अन्य पक्षों को अनुचित लाभ पहुंचाने के लिए लोक सेवकों से रिश्वत मांगने और रिश्वत देने का आरोप है.

आरोपियों की पहचान अरिसेट्टी जगन्नाथ प्रसाद उर्फ ​एजे प्रसाद (सहायक आयुक्त), मोदवती जगन नायक (अधीक्षक), मादा बालाजी (निरीक्षक), गणेशराम महेंद्र चौधरी (निजी कंपनी के प्रतिनिधि) और अज्ञात सार्वजनिक और प्राइवेट व्यक्तियों के रूप में हुई है.

आरोप है कि, लोक सेवक एक दूसरे के साथ मिलकर विभिन्न प्रतिष्ठानों, फर्मों, कंपनियों के परिसरों का निरीक्षण कर रहे थे और विभिन्न दस्तावेज एकत्र कर रहे थे. इसके बाद, वे कथित तौर पर फर्मों के मालिकों को सीजीएसटी कार्यालय, तिरुपति में उपस्थित होने के लिए बुला रहे थे और उन्हें अनुचित लाभ पहुंचाने के लिए अवैध रिश्वत की मांग कर रहे थे.

नवंबर में, इन आरोपी निरीक्षकों ने अन्य अधिकारियों के साथ उक्त फर्म के परिसर का दौरा किया और दस्तावेज एकत्र किए, जिसके बारे में उन्होंने आरोपी सहायक आयुक्त और आरोपी अधीक्षक को सूचित किया. इसके अलावा, आरोपी निरीक्षक ने कथित तौर पर चित्तूर स्थित निजी फर्म के आरोपी प्रतिनिधि से 10 लाख रुपये की मांग की, ताकि फर्म के कथित तौर पर किसी अन्य फर्म के परिसर से काम करने के मामले को सुलझाया जा सके.

जिसके बाद सीबीआई के अधिकारियों ने जाल बिछाया और आरोपी इंस्पेक्टर और निजी फर्म के आरोपी प्रतिनिधि को रिश्वत के लेन-देन के दौरान पकड़ा और इंस्पेक्टर से 3 लाख 20 हजार रुपये की रिश्वत बरामद की.

आरोपी इंस्पेक्टर और निजी फर्म के प्रतिनिधि को गिरफ्तार कर लिया गया है. प्रवक्ता ने बताया कि उन्हें 18 दिसंबर को कुरनूल में सीबीआई मामलों के स्पेशल जज के समक्ष पेश किया जाएगा. आरोपी के तिरुपति और कडप्पा में आवासीय और कार्यालय परिसरों में तलाशी ली जा रही है और अब तक कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए हैं. आगे की जांच जारी है.

ये भी पढ़ें: रिश्वतखोरी के आरोप में सीनियर आईएएस अधिकारी तलब

नई दिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कथित रिश्वत से संबंधित एक मामले में तिरुपति जीएसटी कमिश्नरेट के केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर निरीक्षक सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है. केंद्रीय जांच एजेंसी ने मंगलवार को यह जानकारी दी.

सीबीआई प्रवक्ता ने बताया कि सीबीआई ने 17 दिसंबर को चार आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. जिसमें सहायक आयुक्त, अधीक्षक और निरीक्षक शामिल हैं. ये सभी तिरुपति जीएसटी कमिश्नरेट में केंद्रीय कर आयुक्त के कार्यालय के हैं. उन पर चित्तूर स्थित निजी फर्म के प्रतिनिधि और अज्ञात सार्वजनिक और निजी व्यक्तियों पर निजी कंपनी और अन्य पक्षों को अनुचित लाभ पहुंचाने के लिए लोक सेवकों से रिश्वत मांगने और रिश्वत देने का आरोप है.

आरोपियों की पहचान अरिसेट्टी जगन्नाथ प्रसाद उर्फ ​एजे प्रसाद (सहायक आयुक्त), मोदवती जगन नायक (अधीक्षक), मादा बालाजी (निरीक्षक), गणेशराम महेंद्र चौधरी (निजी कंपनी के प्रतिनिधि) और अज्ञात सार्वजनिक और प्राइवेट व्यक्तियों के रूप में हुई है.

आरोप है कि, लोक सेवक एक दूसरे के साथ मिलकर विभिन्न प्रतिष्ठानों, फर्मों, कंपनियों के परिसरों का निरीक्षण कर रहे थे और विभिन्न दस्तावेज एकत्र कर रहे थे. इसके बाद, वे कथित तौर पर फर्मों के मालिकों को सीजीएसटी कार्यालय, तिरुपति में उपस्थित होने के लिए बुला रहे थे और उन्हें अनुचित लाभ पहुंचाने के लिए अवैध रिश्वत की मांग कर रहे थे.

नवंबर में, इन आरोपी निरीक्षकों ने अन्य अधिकारियों के साथ उक्त फर्म के परिसर का दौरा किया और दस्तावेज एकत्र किए, जिसके बारे में उन्होंने आरोपी सहायक आयुक्त और आरोपी अधीक्षक को सूचित किया. इसके अलावा, आरोपी निरीक्षक ने कथित तौर पर चित्तूर स्थित निजी फर्म के आरोपी प्रतिनिधि से 10 लाख रुपये की मांग की, ताकि फर्म के कथित तौर पर किसी अन्य फर्म के परिसर से काम करने के मामले को सुलझाया जा सके.

जिसके बाद सीबीआई के अधिकारियों ने जाल बिछाया और आरोपी इंस्पेक्टर और निजी फर्म के आरोपी प्रतिनिधि को रिश्वत के लेन-देन के दौरान पकड़ा और इंस्पेक्टर से 3 लाख 20 हजार रुपये की रिश्वत बरामद की.

आरोपी इंस्पेक्टर और निजी फर्म के प्रतिनिधि को गिरफ्तार कर लिया गया है. प्रवक्ता ने बताया कि उन्हें 18 दिसंबर को कुरनूल में सीबीआई मामलों के स्पेशल जज के समक्ष पेश किया जाएगा. आरोपी के तिरुपति और कडप्पा में आवासीय और कार्यालय परिसरों में तलाशी ली जा रही है और अब तक कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए हैं. आगे की जांच जारी है.

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