गोपालगंजः नेपाल के तराई इलाकों में लगातार बारिश ने पूरे बिहार को दहशत में ला दिया है. कोसी और गंडक नदियों सहित कई नदियों में उफान के कारण प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ का खतरा तेजी से बढ़ता जा रहा है. वाल्मीकिनगर बराज से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के बाद गोपालगंज जिले के कई प्रखंडों में बाढ़ आने की आशंका बढ़ गयी है.
36 गांवों में दहशतः वाल्मीकि नगर बराज से पानी छोड़े जाने की खबर और गंडक नदी के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी की खबरों के बाद गोपालगंज के जिलाधिकारी मो मकसूद आलम, एसडीएम डॉ प्रदीप कुमार समेत कई अधिकारियो ने विभिन्न बांधों का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने निचले इलाके में रहने वाले लोगो से ऊंचे स्थान पर जाने की अपील की.गंडक नदी में लगातार में बढ़ते जलस्तर के बाद जिले के 6 प्रखंडों के 36 से ज्यादा गांवों में बाढ़ आने की आशंका पैदा हो गयी है.
5 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी डिस्चार्ज होने की खबरः जानकारी के मुताबिक वाल्मीकि नगर बराज के कई गेट खोल दिए गये हैं और फिलहाल पांच लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज हो रहा है. इस खबर के बाद जिलाधिकारी ने अपने सहयोगी अधिकारियों के साथ बैकुण्ठपुर प्रखंड तटबंन्ध,सत्तरघाट,बंधौली,शीतलपुर,फजिल्लापुर जमींदारी बांध का निरीक्षण किया.
बांधों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन मुस्तैदः जिलाधिकारी ने बताया कि बांध की सुरक्षा को लेकर युद्ध स्तर पर कार्य चलाया जा रहा है. सभी निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को ऊंचे स्थानों पर चले जाने का निर्देश दिया गया है. इसके लिए सभी संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी,अंचल अधिकारी की ओर से माइकिंग कराई जा रही है.
"संभावित बाढ़ को देखते हुए बचाव की तैयारी पूरी कर ली गई है.जगह-जगह बांधों पर चौकसी बढ़ा दी गयी है. प्रखंड से लेकर जिला स्तर तक सभी पदाधिकारी को अलर्ट कर दिया गया है.अभी सभी चीज कंट्रोल में है.वाल्नमीकिनगर से छोड़े गए पानी को यहां पहुंचने में 24 घंटा का समय लगेगा.फिलहाल बांध सुरक्षित हैं. सभी लोग अलर्ट हैं. जहां-जहां कमजोर प्वाइंट है वहां विशेष ध्यान दिया जा रहा है.आपदा से संबंधित सभी प्रकार की तैयारी पूरी कर ली गयी है."- मो मकसूद आलम, जिलाधिकारी
NDRF की पांच टीमें तैनातः बाढ़ से करीब 3 लाख की आबादी प्रभावित होने की आशंका है.पकहां, शीतलपुर ,बहरामपुर, खुमारी ,फैजुल्लापुर, सलेमपुर, नरवार ,आदमपुर, मुंजा ,मटियारी और प्यारेपुर आदि गांवों की आबादी प्रभावित हो सकती है. इसको देखते हुए प्रशासन की ओर से जरूरी प्रबंध किए जा रहे हैं. किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए NDRF की पांच टीमों को भी तैनात किया गया है.
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