अनूपगढ़: जिले की ग्राम पंचायत घड़साना को नगरपालिका बनाने की मांग एक बार फिर से तेज हो गई है. यहां के वाशिंदो ने अब बाजार बंद कर सरकार का ध्यान आकर्षित करने का एलान किया है. शनिवार और रविवार को दो दिन बाजार पूरी तरह से बंद रहेंगे.
आज मंडी की सभी व्यापारिक संस्थानों के पदाधिकारियों सहित आमजन ने एक जुलूस निकाला और एसडीएम आफिस में सीएम भजनलाल शर्मा ने नाम ज्ञापन सौंपा. व्यापार मंडल अध्यक्ष किशन दुग्गल ने बताया कि घड़साना मंडी चार ग्राम पंचायतों में बंटी है. जिससे घड़साना का विकास सही ढंग से नहीं हो पा रहा है. उन्होंने कहा कि घड़साना की जनसंख्या करीब 50000 है. जबकि 15 से 20 हजार की जनसंख्या वाले कस्बों को भी नगरपालिकाओं का दर्जा प्राप्त है. उन्होंने कहा कि आज शनिवार और कल रविवार को दो दिन मंडी पूरी तरह से बंद रहेगी और गुरुवार को महापंचायत का एलान किया गया है. इसमें आगे की रणनीति तय कर आंदोलन को और तेज किया जाएगा.
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2008 में भाजपा सरकार ने दिया था नगरपालिका का दर्जा: बता दें कि घड़साना को 2008 में भाजपा की वसुंधरा सरकार ने नगरपालिका का दर्जा दिया था, लेकिन कांग्रेस सरकार ने इस फैसले को पलट दिया और वापस से ग्राम पंचायत बना दिया. व्यापार मंडल अध्यक्ष किशन दुग्गल ने कहा कि घड़साना के साथ भेदभाव किया जा रहा है. घड़साना नगरपालिका बनने के लिए सभी मापदंड पूरे करता है फिर भी इसे नगरपालिका नहीं बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि नगरपालिका नहीं होने से सफाई व्यवस्था, पानी निकासी और अन्य सुविधाओं के लिए लोगो को जूझना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने इस और ध्यान नहीं दिया तो मंडी को अनिश्चितकाल के लिए बंद किया जा सकता है.