उत्तरकाशी: बर्फबारी के कारण गंगोत्री हाईवे पिछले 12 घंटे से सुक्की से लेकर गंगोत्री तक बंद पड़ा हुआ है. जिस कारण उपला टकनौर के 8 गांव समेत गंगोत्री धाम और अंतरराष्ट्रीय सीमा का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया है. वहीं, हर्षिल घाटी में तो बर्फ के बीच ही बच्चे स्कूल पहुंचे. इसके अलावा पर्यटक भी बर्फ का लुत्फ उठाने पहुंच रहे हैं. जिससे पर्यटन से जुड़े लोगों के चेहरा खिल गए हैं.
बर्फ के आगोश में गंगोत्री धाम: बता दें कि बीती सोमवार देर रात गंगोत्री और यमुनोत्री में जमकर बर्फबारी हुई तो निचले इलाकों में बारिश के कारण मंगलवार दिन भर शीतलहर चलती रही. गंगोत्री धाम के पुरोहित संतोष सेमवाल ने बताया कि सोमवार देर रात हुई बर्फबारी के बाद गंगोत्री धाम में करीब 1 से डेढ़ फीट बर्फ जम चुकी है.
गंगोत्री हाईवे सुक्की से गंगोत्री तक बंद: हर्षिल घाटी में भी बर्फबारी के कारण गंगोत्री हाईवे सुक्की से गंगोत्री तक मंगलवार सुबह बंद हो गया. जिसे खोलने के लिए बीआरओ यानी बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन की मशीनरी और मजदूर जुटे हुए हैं, लेकिन मंगलवार शाम तक हाईवे पर आवाजाही सुचारू नहीं हो पाई.
8 गांवों समेत गंगोत्री धाम का कटा संपर्क: वहीं, हाईवे बंद होने के कारण हर्षिल घाटी के 8 गांव समेत गंगोत्री धाम और भारत चीन सीमा का संपर्क जिला मुख्यालय से कटा हुआ है. हर्षिल घाटी में करीब आधा फीट बर्फ जमा चुकी है. आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार गंगोत्री हाईवे के मंगलवार देर शाम तक खुलने के आसार हैं.
बर्फ के बीच स्कूल पहुंचे छात्र: हर्षिल घाटी में बर्फ के बीच राजकीय प्राथमिक विद्यालय सुक्की के छात्र-छात्राएं विद्यालय पहुंचे. जहां पर उन्होंने कड़कड़ाती ठंड के बीच सुबह की प्रार्थना और पठन-पाठन की प्रक्रिया पूरी की. वहींं, बच्चे बर्फ में खेलते हुए उत्साहित नजर आए.
सांकरी और हरकीदून में उमड़े पर्यटक: पर्यटन से जुड़े चैन सिंह रावत ने बताया कि सांकरी में इस बार जमकर बर्फबारी हुई है. जहां देश विदेश के पर्यटक बर्फबारी का लुत्फ उठाने पहुंच रहे हैं. बर्फबारी होने से काफी संख्या में पर्यटक हरकीदून समेत अन्य पर्यटन स्थलों का रुख कर रहे हैं. जिससे यहां के कारोबारियों का काफी फायदा हो रहा है.
ये भी पढ़ें-