कुल्लू: भारत में पवित्र नदियों में मां गंगा का स्थान सबसे ऊपर है. सनातन धर्म में भी मां गंगा को पाप हारिणी कहा गया है. मां गंगा को समर्पित गंगा दशहरा इस साल 16 जून को मनाया जाएगा. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन मां गंगा के पूजन से भक्तों के सारे कष्ट दूर होते हैं. भक्तों द्वारा इस दिन मां गंगा की पवित्र धारा में स्नान किया जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन गंगा स्नान करने से व्यक्ति के द्वारा किए गए 10 पापों का नाश होता है और मां गंगा उसे सुख समृद्धि का आशीर्वाद देती है.
इन पापों से मिलती है मुक्ति
आचार्य आशीष शर्मा का कहना है कि गंगा दशहरा के दिन भक्तों द्वारा विधि पूर्वक मां गंगा का पूजन किया जाता है और मां गंगा भक्तों के किए पाप, जिसमें कठोर वाणी, दूसरे के धन को लेने का विचार, दूसरों का बुरा, निषिद्ध हिंसा, परस्त्री गमन, बिना दी हुई वस्तु को लेना, व्यर्थ की बातों में दुराग्रह, चुगली, झूठ बोलना, दूसरों का अहित जैसे पाप को शांत करती हैं.
गंगा स्नान का शुभ मुहूर्त
आचार्य आशीष शर्मा ने बताया कि साल 16 जून के दिन गंगा दशहरा मनाया जाएगा और इस दिन स्नान-दान करना भी शुभ माना गया है. गंगा दशहरा का शुभ मुहूर्त सुबह 7 बजकर 8 मिनट से सुबह 10 बजकर 37 मिनट तक रहेगा और भक्त इस दिन दान कर पुण्य कमा सकते हैं.
भगवान शिव की भी होती है पूजा
आचार्य आशीष शर्मा का कहना है कि गंगा दशहरा के दिन दान करने का भी विशेष महत्व है और मां गंगा के साथ-साथ भगवान शिव की भी पूजा की जाती है, क्योंकि मां गंगा भगवान शिव जी की जटाओं से निकली हैं. गंगा दशहरा के दिन भगवान शिव के साथ-साथ मां गंगा के स्रोत का पाठ करने से भी भक्त को शुभ फल की प्राप्ति होती है.
इन वस्तुओं के दान से प्रसन्न होंगी मां गंगा
आचार्य आशीष शर्मा ने बताया कि गंगा दशहरा के दिन सुबह भक्त स्नान करने के बाद मां गंगा का पूजन करें. उसके बाद जरूरतमंद लोगों को सफेद चीजों का भी दान करें. जिसमें सफेद वस्त्र, चावल, चीनी आदि शामिल है. इसके अलावा इस दिन गरीबों में अन्न का भी दान करें. इन चीजों का दान करने से मां गंगा प्रसन्न होती हैं और वह भक्तों के कष्टों को भी हर देती हैं. वहीं, भक्त मां गंगा के मंत्रों का भी जाप कर सकते हैं.
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