वैशाली : बिहार के वैशाली में लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के एक अधिकारी ने पेट्रोल पंप संचालक पर ही इसलिए केस दर्ज करा दिया क्योंकि उसने पेट्रोल डीजल के स्टॉक खत्म होने का हवाला देकर डीजर देने से इंकार कर दिया. इस बात से नाराज अधिकारी ने कहा कि एक मात्र यही पेट्रोल पंप अनुबंधित है इसलिए चेक लेकर कैश दे दें ताकि वाहन में डीजल डलवाया जा सके. इस पर भी पेट्रोल पंप संचालक ने असमर्थता जताई.
पेट्रोल पंप पर एफआईआर : अधिकारी पेट्रोल पंप संचालक के खिलाफ तहरीर लेकर सीधे थाने पहुंचे और सरकारी कार्य में बाधा, आपदा अधिनियम समेत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज करा दिया. इस मामले में पुलिस अधिकारी पेट्रोल पंप संचालक को दोषी मान रहे हैं.
''पेट्रोल पम्प से डीजल आपूर्ति का पहले से अनुबंध होने के बावजूद समय पर डीजल नहीं देना गलत है. इसी बात को लेकर आवेदन के आधार पर केस दर्ज कराया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.'' - प्रेम प्रकाश, एसडीपीओ
पेट्रोल डीजल खत्म होने का दिया हवाला : सूत्रों की माने तो चर्चा यह भी है कि अधिकारी जब पेट्रोल पंप पर अपनी गाड़ी में डीजल डलवाने पहुंचे थे तब पेट्रोल पंप पर डीजल नहीं था. अधिकारी के जेब में पैसे नहीं थे. अधिकारी ने पेट्रोल पंप संचालक से यह कहा कि आप सरकारी चेक ले लीजिए और कैश रुपए दे दीजिए, जिसका डीजल दूसरे पेट्रोल पंप पर ले लिया जाएगा. क्योंकि सरकारी गाड़ियों में तेल लेने के लिए इसी पेट्रोल पंप को अधिकृत किया गया है.
कहासुनी होने पर केस : सूत्रों की माने तो पेट्रोल पंप संचालक ने यह कहा कि उनके पास डीजल खत्म हो गया है और नकद पैसा वह नहीं दे पाएंगे. इसी बात को लेकर दोनों में कहा सुनी थी जिसके बाद मामला दर्ज कराया गया है. हालांकि इस बात में कितनी सच्चाई है यह तो पुलिस जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा.