कानपुर : शहर से लेकर पूरे देश तक जिस बिकरु कांड की सबसे अधिक चर्चा होती रही है, उस कांड के मुख्य आरोपी और गैंगस्टर रहे विकास दुबे, उसकी पत्नी ऋचा दुबे समेत पांच अन्य के खिलाफ अब ईडी ने शिकंजा कसा है. मंगलवार को ईडी की ओर से उक्त सभी आरोपियों के खिलाफ धन शोधन निरोधक कानून के तहत चार्जशीट दायर की गई है. ईडी की ओर से की गई इस कार्रवाई का अपने ऑफिशियल टि्वटर हैंडल एकाउंट पर जानकारी भी सभी से साझा की गई है.
ED, Lucknow has filed a Prosecution Complaint (PC) against Late Vikas Dubey, a history sheeter gangster, his wife Richa Dubey and his five other gang members under the provisions of the PMLA, 2002 on 22.03.2024 before the Hon’ble Special Court PMLA, Lucknow.
— ED (@dir_ed) June 25, 2024
ईडी की ओेर से कहा गया, कि अभियोजन पक्ष की शिकायत मार्च में लखनऊ में पीएमएलए की विशेष अदालत के समक्ष दायर की गई थी और फिर 29 मई को अदालत ने इसका संज्ञान लिया था. ईडी ने आरोप लगाया, कि जांच में सामने आया भू माफिया रहा गैंगस्टर विकास दुबे अपने साथियों के साथ जबरन वसूली, हत्या और सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के लिए धन के गबन जैसे कई अपराधों में शामिल था. विकास दुबे और अन्य के खिलाफ ईडी का धन शोधन मामला यूपी पुलिस की कई एफआईआर से निकला है. ईडी ने इस जांच के लिए विकास दुबे, उसके सहयोगी जय बाजपेई व परिवार के सदस्यों की 10.12 करोड़ रुपये की संपत्ति भी कुर्क की थी.
कई पुलिसकर्मियों की हुई थी हत्या, घंटों चली थीं गोलियां : शहर के चौबेपुर थाना क्षेत्र में करीब चार साल पहले बिकरु कांड हुआ था. इस कांड में जहां कई पुलिसकर्मियों की हत्या हुई थी, तो वहीं बिकरु गांव में पुलिस और खूंखार अपराधी रहे विकास दुबे के बीच घंटों गोलियां चली थीं. हालांकि, देश का यह पहला ऐसा कांड था जब पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में सबसे पहले विकास दुबे के कई साथियों का एनकाउंटर किया था. उसके बाद 10 जुलाई 2020 को मध्य प्रदेश से वापस कानपुर आते समय कानपुर देहात के समीप अपराधी व माफिया विकास दुबे को पुलिस ने अपनी रक्षा के लिए गोलियों से भून दिया था.
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