उदयपुर. अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस आज दुनिया भर में धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. स्वस्थ और निरोगी रहने के लिए योगासन बहुत जरूरी है. अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आपको राजस्थान के ऐसी शख्सियत से मिलाते हैं जिन्होंने योग में एक विशेष महारत हासिल की है. राजकीय सेवा में रहने के साथ जिन्होंने योग को घर-घर पहुंचने और लोगों को योग के प्रति जागरूक और इसके महत्व के बारे में पिछले 32 वर्षों से इसमें जुटे हुए हैं. उदयपुर के अंबामाता थाना अधिकारी डॉ. हनुवंत सिंह राजपुरोहित की जिनका योग करते हुए आप देखेंगे तो आप भी कहेंगे योगासन से शरीर को इतना स्वस्थ और तंदुरुस्त रखा जा सकता है. जिनके सामने योग की कठिन से कठिन क्रियाएं भी उन्हें आसान लगती है.
पुलिस अधिकारी ने की ऐसे योग की शुरुआत: ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए हनुवंत सिंह ने बताया कि हमारा प्रथम सुख निरोगी काया है.उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य से बढ़कर कोई सुख नहीं है. ऐसे में हर व्यक्ति को कोशिश करनी चाहिए कि वह नियमित रूप से योगासन करें. पुलिस अधिकारी ने कहा कि भाग दौड़ भरी जिंदगी में जहां स्वास्थ्य को लेकर कई तरह की बीमारियां देखने को मिलती हैं. ऐसे में दिन में एक घंटा निकाल कर योग करने से शरीर को स्वस्थ रखा जा सकता है.योग और प्राणायाम के माध्यम से शारीरिक और बौद्धिक मानसिक स्तर पर बहुत अच्छा बना सकते हैं. इतना ही नहीं हनुवंत सिंह हठयोगी में भी पारंगत है. उन्होंने कहा कि अलग-अलग क्रियाओं में रुचि होने के कारण वह काफी आसानी से कर पाते हैं.
पिता से सीखे योग कला : पुलिस अधिकारी हनुवंत सिंह ने बताया कि उन्होंने योग अपने पिता और स्कूल में सीखा था. इसके बाद उन्होंने योग को अपने जीवन में उतार लिया. धीरे-धीरे उन्होंने योग से जुड़ी हुई एक-एक विद्याएं सीखने लगे. उन्होंने बताया कि योग के जरिए उन्होंने नेशनल और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी कला का प्रदर्शन किया.
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पुलिस अधिकारी का हाल ही के कुछ फोटो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं. जिनमें वह हिमालय में बैठकर योग करते हुए दिखाई दे रहे हैं. पुलिस अधिकारी ने बताया कि अपना काम करने के साथ ही वह योग में भी विशेष ध्यान रखते हैं.जिसके कारण काम करने में ज्यादा रुचि रहती है.उन्होंने बताया कि पुलिस कर्मियों को 2001 से ही वह योग का प्रशिक्षण भी दे रहे हैं. अलग-अलग जगह शिविर लगाकर लोगों को जागरूक करने के साथ ही योग की क्रियाएं सीख रहे हैं. उन्होंने बताया कि इसके अलावा उनकी जहां-जहां पोस्टिंग रही उसे थाने के पुलिस कर्मियों को विशेष तौर से शिविर की क्लास लेकर योग सिखाने का काम किया.