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दौराई हत्याकांड : पकड़ा गया आरोपी, वारदात से पहले मंगवाया था पेपर स्प्रे, जानिए क्या है पूरा मामला

दौराई हत्याकांड के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. रंजिश के चलते युवक ने अपने चचेरे भाई को मार डाला था.

दौराई हत्याकांड
दौराई हत्याकांड (फोटो ईटीवी भारत अजमेर)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Nov 22, 2024, 8:38 AM IST

अजमेर. दौराई गांव में युवक की हत्या के मामले में फरार मृतक के चचेरे भाई गिरफ्तार हो गया है. आरोपी को डर था कि ग्रामीणों के हाथ आ गया तो उसे पिटेंगे इसलिए वह खुद ही अपने को सरेंडर करने के लिए थाने पंहुच गया. आरोपी से पुलिस ने पूछताछ करने के बाद युवक की हत्या के कारण का खुलासा किया है. पुलिस के मुताबिक युवक ने अपने ताऊ के लड़के की हत्या इसलिए कर दी कि उसे शक था कि आठ माह से उसे छोड़ पीहर में बैठी पत्नी से उसके ताऊ का लड़का संपर्क में था. मृतक आरोपी के ताऊ का लड़का था और वह खुद मृतक का चचेरा भाई था.

रामगंज थाना प्रभारी रविंद्र खींची ने बताया कि दौराई गांव निवासी किशन लाल चौधरी की हत्या उसके चचेरे भाई ने गुप्ती मारकर की थी. वारदात के बाद से आरोपी दिलीप चौधरी मौके पर अपनी बाइक छोड़कर फरार हो गया था. उन्होंने बताया कि दिलीप को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने आरोपी दिलीप से पूछताछ की है उसने वारदात कबूल कर ली है. पूछताछ में आरोपी दिलीप ने बताया कि मृतक किशन लाल चौधरी उसके ताऊ लड़का है. आरोपी दिलीप ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी के साथ उसकी अनबन थी वो उसे अपने साथ नही रखना चाहता था. 8 माह से उसकी पत्नी पीहर में थी. जबकि किशनलाल उस पर उसे साथ रखने का दबाव बना रहा था. उसे शक था कि किशन लाल चौधरी का उसकी पत्नी से संपर्क में था. इस कारण दिलीप चौधरी अपने ताऊ के लड़के किशनलाल के खिलाफ मन में रंजिश पालने लगा. दिलीप की रंजिश इतनी बढ़ गई कि उसने किशनलाल को मारने की साजिश रच डाली.

पढ़ें : युवक ने चचेरे भाई की चाकू मारकर की हत्या, सीसीटीवी में कैद हुई वारदात

पत्नी ने करवा रखा था दहेज प्रताड़ना का मुकदमा : थाना प्रभारी रविंद्र खींची ने बताया कि पड़ताल में सामने आया कि आरोपी दिलीप चौधरी स्वभाव से गुस्सैल है. उसने अपने पिता को भी पीटा था. वहीं पत्नी के साथ भी मारपीट की थी. इस कारण उसकी पत्नी 8 माह पहले उसे छोड़ पीहर चली गई. उन्होंने बताया कि दिलीप की पत्नी ने उसके खिलाफ दहेज प्रताड़ना का मुकदमा भी दर्ज करवाया था. उन्होंने बताया कि अपने स्वभाव के कारण दिलीप की किसी से नही बनती थी. वह परिवार के लोगों से अलग रहता था. दिलीप की गांव में डेयरी बूथ संचालित करता था, जबकि उसके ताऊ का लड़का किशनलाल गांव सहकारी दुग्ध समिति में सचिव था.

ऑनलाइन मंगवाया था पेपर स्प्रे : थाना प्रभारी रविंद्र खींची ने बताया कि आरोपी दिलीप चौधरी ने किशनलाल को रास्ते से हटाने के लिए योजना के तहत ऑनलाइन पेपर स्प्रे मंगाया. इसके बाद वह किशनलाल की हत्या के लिये मौका तलाशने लगा. बुधवार को दिलीप चौधरी अपनी बाइक से किशन लाल के कार्यालय तब पंहुचा जब वह अकेला था. आरोपी दिलीप चौधरी ने किशन लाल की आंखों में पहले पेपर स्प्रे किया. इसके बाद किशनलाल अपनी कुर्सी से खड़ा हो गया और बचने के लिए पीछे दीवार की तरफ खड़ा हुआ. इस दौरान दिलीप चौधरी ने गुप्ती किशनलाल के सीने में घोंप दी. इसके बावजूद किशन लाल ने भाग रहे दिलीप चौधरी को पकड़ने की कोशिश की. वहीं उसके चिल्लाने से आसपास के लोग भी आ गए. लेकिन इससे पहले ही दिलीप चौधरी बाइक छोड़ कर मौके से फरार हो गया. लोगों ने घायल किशन लाल चौधरी को अजमेर जेएलएन अस्पताल पहुंचाया. जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. बता दे कि हत्या की वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई थी.

अजमेर. दौराई गांव में युवक की हत्या के मामले में फरार मृतक के चचेरे भाई गिरफ्तार हो गया है. आरोपी को डर था कि ग्रामीणों के हाथ आ गया तो उसे पिटेंगे इसलिए वह खुद ही अपने को सरेंडर करने के लिए थाने पंहुच गया. आरोपी से पुलिस ने पूछताछ करने के बाद युवक की हत्या के कारण का खुलासा किया है. पुलिस के मुताबिक युवक ने अपने ताऊ के लड़के की हत्या इसलिए कर दी कि उसे शक था कि आठ माह से उसे छोड़ पीहर में बैठी पत्नी से उसके ताऊ का लड़का संपर्क में था. मृतक आरोपी के ताऊ का लड़का था और वह खुद मृतक का चचेरा भाई था.

रामगंज थाना प्रभारी रविंद्र खींची ने बताया कि दौराई गांव निवासी किशन लाल चौधरी की हत्या उसके चचेरे भाई ने गुप्ती मारकर की थी. वारदात के बाद से आरोपी दिलीप चौधरी मौके पर अपनी बाइक छोड़कर फरार हो गया था. उन्होंने बताया कि दिलीप को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने आरोपी दिलीप से पूछताछ की है उसने वारदात कबूल कर ली है. पूछताछ में आरोपी दिलीप ने बताया कि मृतक किशन लाल चौधरी उसके ताऊ लड़का है. आरोपी दिलीप ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी के साथ उसकी अनबन थी वो उसे अपने साथ नही रखना चाहता था. 8 माह से उसकी पत्नी पीहर में थी. जबकि किशनलाल उस पर उसे साथ रखने का दबाव बना रहा था. उसे शक था कि किशन लाल चौधरी का उसकी पत्नी से संपर्क में था. इस कारण दिलीप चौधरी अपने ताऊ के लड़के किशनलाल के खिलाफ मन में रंजिश पालने लगा. दिलीप की रंजिश इतनी बढ़ गई कि उसने किशनलाल को मारने की साजिश रच डाली.

पढ़ें : युवक ने चचेरे भाई की चाकू मारकर की हत्या, सीसीटीवी में कैद हुई वारदात

पत्नी ने करवा रखा था दहेज प्रताड़ना का मुकदमा : थाना प्रभारी रविंद्र खींची ने बताया कि पड़ताल में सामने आया कि आरोपी दिलीप चौधरी स्वभाव से गुस्सैल है. उसने अपने पिता को भी पीटा था. वहीं पत्नी के साथ भी मारपीट की थी. इस कारण उसकी पत्नी 8 माह पहले उसे छोड़ पीहर चली गई. उन्होंने बताया कि दिलीप की पत्नी ने उसके खिलाफ दहेज प्रताड़ना का मुकदमा भी दर्ज करवाया था. उन्होंने बताया कि अपने स्वभाव के कारण दिलीप की किसी से नही बनती थी. वह परिवार के लोगों से अलग रहता था. दिलीप की गांव में डेयरी बूथ संचालित करता था, जबकि उसके ताऊ का लड़का किशनलाल गांव सहकारी दुग्ध समिति में सचिव था.

ऑनलाइन मंगवाया था पेपर स्प्रे : थाना प्रभारी रविंद्र खींची ने बताया कि आरोपी दिलीप चौधरी ने किशनलाल को रास्ते से हटाने के लिए योजना के तहत ऑनलाइन पेपर स्प्रे मंगाया. इसके बाद वह किशनलाल की हत्या के लिये मौका तलाशने लगा. बुधवार को दिलीप चौधरी अपनी बाइक से किशन लाल के कार्यालय तब पंहुचा जब वह अकेला था. आरोपी दिलीप चौधरी ने किशन लाल की आंखों में पहले पेपर स्प्रे किया. इसके बाद किशनलाल अपनी कुर्सी से खड़ा हो गया और बचने के लिए पीछे दीवार की तरफ खड़ा हुआ. इस दौरान दिलीप चौधरी ने गुप्ती किशनलाल के सीने में घोंप दी. इसके बावजूद किशन लाल ने भाग रहे दिलीप चौधरी को पकड़ने की कोशिश की. वहीं उसके चिल्लाने से आसपास के लोग भी आ गए. लेकिन इससे पहले ही दिलीप चौधरी बाइक छोड़ कर मौके से फरार हो गया. लोगों ने घायल किशन लाल चौधरी को अजमेर जेएलएन अस्पताल पहुंचाया. जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. बता दे कि हत्या की वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई थी.

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