बारां. अंता नगर पालिका के चेयरमैन मुस्तफा खान को भाजपा नेता रामेश्वर खंडेलवाल की शिकायत पर चुनाव के समय तथ्य छुपाने के आरोप साबित होने के बाद डीएलबी ने 4 फरवरी को पार्षद व चेयरमैन पद से निलंबित कर दिया था. मुस्तफा खान के साथ ही एक अन्य पार्षद जमील मोहम्मद को भी निलंबित किया गया था. वहीं, मुस्तफा खान के निलंबन को लेकर स्वायत्त शासन विभाग की ओर से आदेश जारी किया गया था.
वहीं, निलंबन के खिलाफ मुस्तफा खान ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जहां से उन्हें राहत मिली. हालांकि, बाद में डीएलबी ने एक मार्च को अंता नगर पालिका के अध्यक्ष मुस्तफा खान के निलंबन को रद्द दिया था. मगर 6 मार्च को डीएलबी के डायरेक्टर सुरेश कुमार ओला ने जिला कलेक्टर की जांच रिपोर्ट का हवाला देते हुए मुस्तफा खान को बुधवार को पार्षद पद व चेयरमैन पद से बर्खास्त कर दिया.
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आपको बता दें कि मुस्तफा खान पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया के करीबी रहे हैं और जैसे ही मंत्री प्रमोद जैन भाया अंता विधानसभा से चुनाव हारे थे. उसके बाद ही यहां से विधायक बने भारतीय जनता पार्टी के कंवर लाल मीणा सीधे ही यूडीएच विभाग चले गए थे और वहां मुस्तफा खान के निलंबन की मांग की थी.