भीलवाड़ा: शहर के कुमुद विहार में बुधवार से पांच दिवसीय हनुमंत कथा का आयोजन शुरू हुआ. इस दौरान कथा करते हुए बागेश्वर पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि असली प्रसिद्धि पाने के लिए रील नहीं, रियल काम करना होगा. उन्होंने कहा कि लोग प्रसिद्ध तो हो जाते हैं, लेकिन उस पर बने रहना बड़ी चुनौती है.
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा की शुरूआत हनुमान जी की आरती के साथ हुई. इस दौरान पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सभी भक्तों को जीवन सुधारने की सीख दी. उन्होंने कहा कि आज सनातनी हिंदुओं की भीलवाड़ा में बाढ़ आई है, जो लोग हनुमान की भक्ति करेगा, वह सिद्धि भी पाएगा, वह प्रसिद्धी भी पाएगा. कुछ लोग जैसे नेता, बाबा, अलग-अलग क्षेत्र में प्रसिद्ध पाकर पीक पर पहुंच जाते हैं, लेकिन वह पीक पर नहीं बने रहते हैं. प्रसिद्धि प्रकार पीक पर बने रहना भी बड़ी चुनौती है.
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बताया ये सूत्र: वर्तमान समय में हमें देखने को मिल रहा है कि लोग रील बनाकर प्रसिद्धि पा रहे हैं. लेकिन मैं उन्हें कहना चाहता हूं कि रील से आदमी प्रसिद्ध हो सकता है, लेकिन असली प्रसिद्धी पानी है तो वह रील से नहीं, रियल में काम करना प्रारंभ करें और किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त करनी है, तो उस क्षेत्र में वे प्रसिद्धि पाने के लिए एक सूत्र नोट कर लें. वह सूत्र है एक संकल्प कर लो. अगर हम किसी भी क्षेत्र में प्रसिद्धि पाने के लिए संकल्प कर लेंगे तो निश्चित रूप से हम प्रसिद्धि पा लेंगे.
विकल्प नहीं संकल्प चुनना होगा: उन्होंने कहा कि जैसे मीराबाई ने भगवान कृष्ण को पाने के लिए संकल्प लिया, भीष्म पितामह ने संकल्प लिया. इस प्रकार संकल्प से ही प्रसिद्धि पाई जा सकती है. हमें विकल्प नहीं संकल्प को चुनना होगा. जनता जिसे चुनती है, वह संसद में बैठते हैं और भगवान जिसे चुनते हैं, वे भक्त कथा में बैठते हैं. इससे पहले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री आज बागेश्वर पीठ से सुबह हमीरगढ़ हवाई पट्टी पहुंचे. वहां राजनेताओं, संत-महात्माओं व समाजसेवियों ने स्वागत किया. उसके बाद कथास्थल के पास ही विश्राम करने के बाद कथा स्थल पर पहुंचे.