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सिर्फ पॉकेट मनी खर्च कर सीख सकते हैं ड्रोन बनाना और उड़ाना...जानिए कब-कहां और कैसे पूरी डिटेल - DRONE COURSE IN DELHI UNIVERSITY - DRONE COURSE IN DELHI UNIVERSITY

DRONE COURSE IN DU: डीयू में अब जल्द ही एक ऐसे कोर्स की शुरूआत होने जा रही है जो काफी दिलचस्प भी है और इससे छात्रों को रोजगार भी मिलेगा. डीयू में ड्रोन कोर्स की शुरूआत की जा रही है इसके लिए नामी कंपनियों से बातचीत चल रही है, जिनसे इस कोर्स के लिए MOU किया जाएगा. कोर्स में ड्रोन उड़ाना, बनाना और उसकी मरम्मत करना सीखाया जाएगा.

सिर्फ पॉकेट मनी खर्च कर सीख सकते हैं ड्रोन बनाना और उड़ाना
सिर्फ पॉकेट मनी खर्च कर सीख सकते हैं ड्रोन बनाना और उड़ाना (SSOURCE: ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jun 24, 2024, 1:31 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) सेंटर फॉर इनोवेटिव स्किल बेस्ड कोर्स (सीआईएसबीसी) जल्द ही छात्र छात्राओं के लिए ड्रोन तकनीक के क्षेत्र में नए अवसर प्रदान करने के लिए एक और स्किल कोर्स शुरू करने जा रहा है. स्किल सेंटर कमेटी की चेयरमैन प्रोफेसर पायल मागो ने बताया कि पहले से ही सेंटर में 12 स्किल कोर्स संचालित हैं. इनमें जल्द ही ड्रोन आधारित कोर्स को जोड़ा जायेगा. प्रो मागो ने बताया कि यह कोर्स बिल्कुल नया है और ड्रोन का उपयोग काफी बढ़ गया है. जबकि ड्रोन उड़ाने वाले लोगों की अभी कमी है, जबकि बाजार में इनकी काफी मांग है.

भविष्य में बढ़ेगी ड्रोन की मांग

भविष्य में सुरक्षा के क्षेत्र में ड्रोन का उपयोग बड़े पैमाने पर बढ़ने जा रहा है. वहीं, कृषि क्षेत्र, फोटोग्राफी में भी इसकी काफी उपयोगिता है. चूंकि स्किल की काफी डिमांड होने लगी है और यही कोर्स विद्यार्थी बाहर से सीखेंगे तो उन्हें लाखों रूपये खर्च करने पड़ेंगे. जबकि यहां इस कोर्स के लिए मात्र दस हजार रूपये फीस देनी होगी.

कैसे बनाया जाएगा ड्रोन, कोर्स के दौरान सीखेंगे छात्र
कैसे बनाया जाएगा ड्रोन, कोर्स के दौरान सीखेंगे छात्र (SOURCE: ETV BHARAT)

पायलट ट्रेनिंग फॉर ड्रोन कोर्स शुरु करने से पहले जुलाई में कॉलेज खुलने पर प्रत्येक कॉलेज में एक प्रदर्शन सत्र आयोजित किया जाएगा. इन सत्रों को आयोजित करने के पीछे उद्देश्य विद्यार्थियों में इस कोर्स के प्रति रूचि बढ़ाना है. इससे विद्यार्थियों को पता चलेगा कि वह क्या सीखेंगे और इसको सीखने से क्या लाभ मिलेगा.

कोर्स में छात्रों को मिलेगा ये प्रशिक्षण

पायल मागो ने बताया कि कोर्स शुरू करने से पहले ड्रोन के क्षेत्र में स्थापित नामी कंपनियों से बातचीत चल रही है जिनसे इस कोर्स के लिए एमओयू किया जाएगा. कोर्स के अंतर्गत ड्रोन उड़ाना, बनाना और उसकी मरम्मत करना सीखेंगे. अगस्त-सितंबर तक इसे शुरू कर दिया जाएगा.

सितंबर में शुरू होगा एक विदेशी भाषा का भी कोर्स
प्रोफेसर मागो ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में रटने और लिखने के बजाय सीखने पर ज्यादा जोर है. नई शिक्षा नीति में इस बात पर विशेष बल दिया गया है कि हमारे छात्र जब कॉलेज से डिग्री लेकर निकले तो डिग्री के साथ-साथ वह किसी एक ऐसे कौशल में भी पारंगत हो जिसकी बाजार में मांग हो और उन्हें आसानी से रोजगार मिल सके. साथ ही कॉलेज में पास आउट होने के समय ही किसी कंपनी द्वारा उनका चयन कर लिया जाए और अगर वह किसी कंपनी में नौकरी करना नहीं चाहे तो उस स्किल के आधार पर अपना स्वयं का भी रोजगार शुरू कर सकें. देश और दुनिया में विदेशी भाषाओं की भी अच्छी मांग है. उसको ध्यान में रखते हुए सितंबर तक एक विदेशी भाषा का कोर्स शुरु किया जाएगा. इसमें फ्रैंच, जर्मनी व स्पेनिश भाषा शामिल है, जिस भी भाषा के लिए अच्छा रुझान मिलेगा उसे ही शुरू करेंगे. विदेशी भाषा सीखने से विद्यार्थी के पास करियर के अच्छे विकल्प उपलब्ध हो जाएंगे.

डीयू के स्किल सेंटर में जनवरी से चल रहे ये कोर्स
रेडियो जॉकिंग, स्टेनोग्राफी, वीडियो एडिटिंग, एनिमेशन, मेडिकल ट्रांस्क्रिप्शन, जीएसटी एक्जिक्यूटिव, फाइनेंशियल एडवाइजर, अंग्रेजी दक्षता, साइबर सुरक्षा, कर मूल्यांकन, बेकरी और कन्फेक्शनरी, एसी(AC) और रेफ्रिजरेटर रिपेयर कोर्स.

ये भी पढ़ें- डीयू कॉलेजों में 80 फीसदी शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब EWS की सीटें मिलने का इंतजार

ये भी पढ़ें-मणिपुर की संकटग्रस्त महिलाओं को स्वरोजगार के लिए ट्रेनिंग देगा डीयू का हिंदू कॉलेज, जानिए क्या है योजना

ये भी पढ़ें- दिल्ली विश्वविद्यालय के पीजी, बीटेक और लॉ कोर्स में दाखिले की पहली सूची जारी, जानें सीट लॉक करने की डेट

नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) सेंटर फॉर इनोवेटिव स्किल बेस्ड कोर्स (सीआईएसबीसी) जल्द ही छात्र छात्राओं के लिए ड्रोन तकनीक के क्षेत्र में नए अवसर प्रदान करने के लिए एक और स्किल कोर्स शुरू करने जा रहा है. स्किल सेंटर कमेटी की चेयरमैन प्रोफेसर पायल मागो ने बताया कि पहले से ही सेंटर में 12 स्किल कोर्स संचालित हैं. इनमें जल्द ही ड्रोन आधारित कोर्स को जोड़ा जायेगा. प्रो मागो ने बताया कि यह कोर्स बिल्कुल नया है और ड्रोन का उपयोग काफी बढ़ गया है. जबकि ड्रोन उड़ाने वाले लोगों की अभी कमी है, जबकि बाजार में इनकी काफी मांग है.

भविष्य में बढ़ेगी ड्रोन की मांग

भविष्य में सुरक्षा के क्षेत्र में ड्रोन का उपयोग बड़े पैमाने पर बढ़ने जा रहा है. वहीं, कृषि क्षेत्र, फोटोग्राफी में भी इसकी काफी उपयोगिता है. चूंकि स्किल की काफी डिमांड होने लगी है और यही कोर्स विद्यार्थी बाहर से सीखेंगे तो उन्हें लाखों रूपये खर्च करने पड़ेंगे. जबकि यहां इस कोर्स के लिए मात्र दस हजार रूपये फीस देनी होगी.

कैसे बनाया जाएगा ड्रोन, कोर्स के दौरान सीखेंगे छात्र
कैसे बनाया जाएगा ड्रोन, कोर्स के दौरान सीखेंगे छात्र (SOURCE: ETV BHARAT)

पायलट ट्रेनिंग फॉर ड्रोन कोर्स शुरु करने से पहले जुलाई में कॉलेज खुलने पर प्रत्येक कॉलेज में एक प्रदर्शन सत्र आयोजित किया जाएगा. इन सत्रों को आयोजित करने के पीछे उद्देश्य विद्यार्थियों में इस कोर्स के प्रति रूचि बढ़ाना है. इससे विद्यार्थियों को पता चलेगा कि वह क्या सीखेंगे और इसको सीखने से क्या लाभ मिलेगा.

कोर्स में छात्रों को मिलेगा ये प्रशिक्षण

पायल मागो ने बताया कि कोर्स शुरू करने से पहले ड्रोन के क्षेत्र में स्थापित नामी कंपनियों से बातचीत चल रही है जिनसे इस कोर्स के लिए एमओयू किया जाएगा. कोर्स के अंतर्गत ड्रोन उड़ाना, बनाना और उसकी मरम्मत करना सीखेंगे. अगस्त-सितंबर तक इसे शुरू कर दिया जाएगा.

सितंबर में शुरू होगा एक विदेशी भाषा का भी कोर्स
प्रोफेसर मागो ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में रटने और लिखने के बजाय सीखने पर ज्यादा जोर है. नई शिक्षा नीति में इस बात पर विशेष बल दिया गया है कि हमारे छात्र जब कॉलेज से डिग्री लेकर निकले तो डिग्री के साथ-साथ वह किसी एक ऐसे कौशल में भी पारंगत हो जिसकी बाजार में मांग हो और उन्हें आसानी से रोजगार मिल सके. साथ ही कॉलेज में पास आउट होने के समय ही किसी कंपनी द्वारा उनका चयन कर लिया जाए और अगर वह किसी कंपनी में नौकरी करना नहीं चाहे तो उस स्किल के आधार पर अपना स्वयं का भी रोजगार शुरू कर सकें. देश और दुनिया में विदेशी भाषाओं की भी अच्छी मांग है. उसको ध्यान में रखते हुए सितंबर तक एक विदेशी भाषा का कोर्स शुरु किया जाएगा. इसमें फ्रैंच, जर्मनी व स्पेनिश भाषा शामिल है, जिस भी भाषा के लिए अच्छा रुझान मिलेगा उसे ही शुरू करेंगे. विदेशी भाषा सीखने से विद्यार्थी के पास करियर के अच्छे विकल्प उपलब्ध हो जाएंगे.

डीयू के स्किल सेंटर में जनवरी से चल रहे ये कोर्स
रेडियो जॉकिंग, स्टेनोग्राफी, वीडियो एडिटिंग, एनिमेशन, मेडिकल ट्रांस्क्रिप्शन, जीएसटी एक्जिक्यूटिव, फाइनेंशियल एडवाइजर, अंग्रेजी दक्षता, साइबर सुरक्षा, कर मूल्यांकन, बेकरी और कन्फेक्शनरी, एसी(AC) और रेफ्रिजरेटर रिपेयर कोर्स.

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