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श्रीगंगानगर में हिरण के शिकार पर भड़का आक्रोश, ग्रामीणों का बीती रात से धरना जारी - Deer hunting in Suratgarh - DEER HUNTING IN SURATGARH

श्रीगंगानगर के सूरतगढ़ में हिरण शिकार का मामला सामने आया है. जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है और धरने पर बैठ गए हैं. ग्रामीणों के आरोप है कि क्षेत्र में लगातार हिरणों के शिकार के मामले समाने आ रहे हैं, लेकन प्रशासन कोई कार्रवाई वहीं कर रहा है.

हिरण के शिकार पर आक्रोश
हिरण के शिकार पर आक्रोश (सांकेतिक फोटो)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Sep 27, 2024, 10:05 AM IST

Updated : Sep 27, 2024, 10:47 AM IST

श्रीगंगानगर : जिले के सूरतगढ़ के पास पदमपुरा की रोही में फिर से हिरण का शिकार होने का मामला सामने आया है. इसके बाद वन्यजीव प्रेमियों और स्थानीय निवासियों में गुस्सा है. बीती रात हुई इस घटना से पूरा क्षेत्र आक्रोशित है. वन्यजीव रक्षा के जिला अध्यक्ष मुकेश सुथार के अनुसार इस इलाके में लंबे समय से हिरणों के शिकार की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं.

मुकेश सुथार ने बताया कि घटना स्थल पर पहुंचे सूरतगढ़ के वन रेंजर पवन बिश्नोई अपनी टीम के साथ हिरण के शव को अपने साथ ले जाने की कोशिश कर रहे थे, जिसे ग्रामीणों और वन्यजीव प्रेमियों ने रोक दिया. उन्होंने मांग की कि शव का पोस्टमार्टम मौके पर ही किया जाए, ताकि स्थिति स्पष्ट हो सके. ग्रामीणों का कहना है कि हिरण की गोली मारकर हत्या की गई है. इस पर वन विभाग और स्थानीय निवासियों के बीच विवाद भी हुआ. ग्रामीणों ने वन रेंजर पर आरोप लगाया कि वे शराब के नशे में थे, जिसके कारण स्थिति और तनावपूर्ण हो गई. ग्रामीणों के विरोध के चलते वन रेंजर हिरण के शव को नहीं ले पाए और स्थिति बिगड़ने पर उन्हें वहां से वापस लौटना पड़ा.

इसे भी पढ़ें- काले हिरण शिकार मामले में पांचवें दिन धरना समाप्त, DFO और वन रेंजर के खिलाफ एक्शन - Blackbuck Poaching case

वन रेंजर पवन बिश्नोई ने ग्रामीणों के आरोपों को सिरे से खारिज किया और कहा कि उन्होंने शराब का सेवन नहीं किया था. अपनी सफाई में उन्होंने तुरंत पुलिस थाने जाकर मेडिकल परीक्षण करवाने की पेशकश की. इसके बाद पुलिस उन्हें सूरतगढ़ के राज्य चिकित्सालय लेकर गई, जहां उनका मेडिकल परीक्षण कराया गया. पवन बिश्नोई ने यह भी दावा किया कि ग्रामीणों ने उनके साथ बदसलूकी की, उनके साथ मारपीट की और उनकी वर्दी फाड़ दी.

इस घटना के बाद से स्थानीय ग्रामीण और वन्यजीव प्रेमी मौके पर धरने पर बैठे हुए हैं और वे हिरण का पोस्टमार्टम उसी स्थान पर करवाने की मांग कर रहे हैं. रात भर धरना जारी रहा और लोग प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, तब तक वे पीछे नहीं हटेंगे.

श्रीगंगानगर : जिले के सूरतगढ़ के पास पदमपुरा की रोही में फिर से हिरण का शिकार होने का मामला सामने आया है. इसके बाद वन्यजीव प्रेमियों और स्थानीय निवासियों में गुस्सा है. बीती रात हुई इस घटना से पूरा क्षेत्र आक्रोशित है. वन्यजीव रक्षा के जिला अध्यक्ष मुकेश सुथार के अनुसार इस इलाके में लंबे समय से हिरणों के शिकार की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं.

मुकेश सुथार ने बताया कि घटना स्थल पर पहुंचे सूरतगढ़ के वन रेंजर पवन बिश्नोई अपनी टीम के साथ हिरण के शव को अपने साथ ले जाने की कोशिश कर रहे थे, जिसे ग्रामीणों और वन्यजीव प्रेमियों ने रोक दिया. उन्होंने मांग की कि शव का पोस्टमार्टम मौके पर ही किया जाए, ताकि स्थिति स्पष्ट हो सके. ग्रामीणों का कहना है कि हिरण की गोली मारकर हत्या की गई है. इस पर वन विभाग और स्थानीय निवासियों के बीच विवाद भी हुआ. ग्रामीणों ने वन रेंजर पर आरोप लगाया कि वे शराब के नशे में थे, जिसके कारण स्थिति और तनावपूर्ण हो गई. ग्रामीणों के विरोध के चलते वन रेंजर हिरण के शव को नहीं ले पाए और स्थिति बिगड़ने पर उन्हें वहां से वापस लौटना पड़ा.

इसे भी पढ़ें- काले हिरण शिकार मामले में पांचवें दिन धरना समाप्त, DFO और वन रेंजर के खिलाफ एक्शन - Blackbuck Poaching case

वन रेंजर पवन बिश्नोई ने ग्रामीणों के आरोपों को सिरे से खारिज किया और कहा कि उन्होंने शराब का सेवन नहीं किया था. अपनी सफाई में उन्होंने तुरंत पुलिस थाने जाकर मेडिकल परीक्षण करवाने की पेशकश की. इसके बाद पुलिस उन्हें सूरतगढ़ के राज्य चिकित्सालय लेकर गई, जहां उनका मेडिकल परीक्षण कराया गया. पवन बिश्नोई ने यह भी दावा किया कि ग्रामीणों ने उनके साथ बदसलूकी की, उनके साथ मारपीट की और उनकी वर्दी फाड़ दी.

इस घटना के बाद से स्थानीय ग्रामीण और वन्यजीव प्रेमी मौके पर धरने पर बैठे हुए हैं और वे हिरण का पोस्टमार्टम उसी स्थान पर करवाने की मांग कर रहे हैं. रात भर धरना जारी रहा और लोग प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, तब तक वे पीछे नहीं हटेंगे.

Last Updated : Sep 27, 2024, 10:47 AM IST
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