श्रीगंगानगर : जिले के सूरतगढ़ के पास पदमपुरा की रोही में फिर से हिरण का शिकार होने का मामला सामने आया है. इसके बाद वन्यजीव प्रेमियों और स्थानीय निवासियों में गुस्सा है. बीती रात हुई इस घटना से पूरा क्षेत्र आक्रोशित है. वन्यजीव रक्षा के जिला अध्यक्ष मुकेश सुथार के अनुसार इस इलाके में लंबे समय से हिरणों के शिकार की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं.
मुकेश सुथार ने बताया कि घटना स्थल पर पहुंचे सूरतगढ़ के वन रेंजर पवन बिश्नोई अपनी टीम के साथ हिरण के शव को अपने साथ ले जाने की कोशिश कर रहे थे, जिसे ग्रामीणों और वन्यजीव प्रेमियों ने रोक दिया. उन्होंने मांग की कि शव का पोस्टमार्टम मौके पर ही किया जाए, ताकि स्थिति स्पष्ट हो सके. ग्रामीणों का कहना है कि हिरण की गोली मारकर हत्या की गई है. इस पर वन विभाग और स्थानीय निवासियों के बीच विवाद भी हुआ. ग्रामीणों ने वन रेंजर पर आरोप लगाया कि वे शराब के नशे में थे, जिसके कारण स्थिति और तनावपूर्ण हो गई. ग्रामीणों के विरोध के चलते वन रेंजर हिरण के शव को नहीं ले पाए और स्थिति बिगड़ने पर उन्हें वहां से वापस लौटना पड़ा.
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वन रेंजर पवन बिश्नोई ने ग्रामीणों के आरोपों को सिरे से खारिज किया और कहा कि उन्होंने शराब का सेवन नहीं किया था. अपनी सफाई में उन्होंने तुरंत पुलिस थाने जाकर मेडिकल परीक्षण करवाने की पेशकश की. इसके बाद पुलिस उन्हें सूरतगढ़ के राज्य चिकित्सालय लेकर गई, जहां उनका मेडिकल परीक्षण कराया गया. पवन बिश्नोई ने यह भी दावा किया कि ग्रामीणों ने उनके साथ बदसलूकी की, उनके साथ मारपीट की और उनकी वर्दी फाड़ दी.
इस घटना के बाद से स्थानीय ग्रामीण और वन्यजीव प्रेमी मौके पर धरने पर बैठे हुए हैं और वे हिरण का पोस्टमार्टम उसी स्थान पर करवाने की मांग कर रहे हैं. रात भर धरना जारी रहा और लोग प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, तब तक वे पीछे नहीं हटेंगे.