पटनाः बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी के निधन के बाद उनका पार्थिव शरीर बिहार विधानमंडल लाया गया. सुशील मोदी का पार्थिव शरीर आते ही नेताओं की आंखें नम हो गई. श्रद्धा सुमन अर्पित करने वालों का तांता लग गया. सुशील मोदी बिहार विधानसभा और विधान परिषद दोनों के सदस्य रह चुके हैं. ऐसे में पहले विधानसभा और फिर उसके बाद विधान परिषद लाया गया. देर शाम बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुए.
बिहार के तमाम नेता रहे मौजूदः सुशील मोदी को श्रद्धांजलि देने वालों में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, बिहार सरकार के मंत्री विजय चौधरी, राज्यसभा सांसद संजय झा, विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव, विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर के अलावा चिराग पासवान और उपेंद्र कुशवाहा शामिल रहे. सुशील मोदी के पार्थिव शरीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने के बाद चिराग पासवान काफी भावुक नजर आए.
"बिहार की राजनीति के लिए बड़ा नुकसान है. सुशील मोदी से हम लोगों ने बहुत कुछ सीखा है. जिस तरीके से वह प्रमाण के साथ मीडिया के समक्ष आते थे वह एक मिसाल है. सुशील मोदी जी से मेरा पारिवारिक रिश्ता रहा है. मेरे पिता जी के साथ उनका उच्छा संबंध था. उनके निधन से काफी मर्माहत हूं. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें." -चिराग पासवान, राष्ट्रीय अध्यक्ष, RLJP
उपेंद्र कुशवाहा ने जताया दुखः उपेंद्र कुशवाहा ने भी सुशील मोदी के पार्थिव शरीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित की. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि 'सुशील मोदी असमय हम लोगों को छोड़कर चले गए. उनके निधन से मैं और मेरी पार्टी मर्माहत है. ईश्वर परिजनों को दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें.' सुशील मोदी के साथ लंबे वक्त तक काम करने वाले नेता और बिहार सरकार के मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि 'सुशील मोदी के साथ लंबे समय तक मुझे काम करने का मौका मिला. उनके निधन से मुझे व्यक्तिगत रूप से आघात पहुंचा है.'
देवेश चंद्र ठाकुर ने दी श्रद्धांजलिः बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने भी सुशील मोदी के निधन पर दुख व्यक्त किया. देवेश चंद्र ठाकुर ने कहा कि 'सुशील मोदी एक उलझे हुए राजनेता थे. उनका विधायी अनुभव शानदार रहा हम ईश्वर से उनके लिए मोक्ष की दुआ करते हैं.' राज्यसभा सांसद और जदयू नेता संजय झा ने कहा है कि 'सुशील मोदी उलझे हुए राजनेता थे और बिहार की राजनीति को उन्होंने दिशा देने का काम किया है. हमारे बीच से उनका इतनी जल्दी चले जाना बेहद दुखद है.'
विजय कुमार चौधरी मर्माहतः बिहार सरकार के मंत्री और जदयू नेता विजय चौधरी ने कहा कि 'सुशील मोदी का हमारे बीच से इतनी जल्दी चले जाना दुखद है. हम लोगों ने लंबे समय तक साथ काम किया. सुशील मोदी के निधन से बिहार की राजनीति में शून्यता का माहौल है. उनके निधन से एनडीए के नेताओं को खास तौर पर झटका लगा है. क्योंकि सुशील मोदी के प्रयासों से ही बिहार में एनडीए का गठन हुआ था.'
गंगा घाट किनारे अंतिम संस्कारः सोमवार की शाम सुशील मोदी का निधन हो गया. वे लंबे समय से ब्लैडर कैंसर से पीड़ित थे. उन्होंने खुद इसकी जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से दी थी. दिल्ली एम्स में इलाज चल रहा था. इलाज के दौरान दिल्ली में ही उनका निधन हो गया. मंगलवार को दिल्ली से पटना पार्थिव शरीर लाया गया. गंगा घाट किनारे अंतिम संस्कार किया गया.