दतिया: जिले में निर्वाचन विभाग में पदस्थ बाबू को 25 हजार रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. ईओडब्ल्यू (आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो) की टीम ने आलोक खरे को 25 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा है. ऐसा आरोप है कि शिक्षक राकेश शिवहरे को बहाल करवाने और वेतन निकलवाने के एवज में बाबू ने 30 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की थी.
बाबू ने मांगी थी 30 हजार की रिश्वत
फरियादी शिक्षक राकेश शिवहरे का आरोप है कि निर्वाचन विभाग के बाबू ने रिश्वत की मांग की थी. मुझे यानि शिक्षक पद पर बहाल कराने और वेतन निकलवाने के एवज में 30 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की थी. मैंने बाबू को 5 हजार रुपए दिए थे और 25 हजार बचे थे. शिक्षक शुक्रवार को 25 हजार रुपए देने निर्वाचन कार्यालय पहुंचा, तो बाबू ने जैसे ही कार्यालय के बाहर पैसे लिए और उसे पीछे से ईओडब्ल्यू की टीम ने पकड़ लिया."
एक महीने पहले शिक्षक को किया था निलंबित
बता दें दतिया निर्वाचन कार्यालय में बंद कमरे में करीब 3 घंटे EOW की कार्रवाई चलती रही. शिक्षक राकेश शिवहरे को करीब एक माह पहले ही निलंबित किया गया था. जिसको लेकर शिक्षक को बहाल कराने के लिए निर्वाचन में पदस्थ बाबू आलोक खरे ने शिक्षक से 30 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की थी.
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रिश्वत लेते बाबू गिरफ्तार
मामले में ईओडब्ल्यू के डीएसपी दामोदर गुप्ता ने बताया कि "फरियादी राकेश शिवहरे द्वारा हमें शिकायत मिली थी, कि निर्वाचन कार्यालय में पदस्थ बाबू आलोक खरे द्वारा 30 हजार की रिश्वत की मांग की गई थी. जिसमें 25 हजार की रिश्वत लेते हुए हमारी ईओडब्ल्यू की टीम ने बाबू को रंगे हाथों पकड़ा है. बाबू पर करवाई की जा रही है."