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दरभंगा में फर्जी दारोगा गिरफ्तार, यूट्यूब से सीखी पुलिस की ड्यूटी, वजह सुन पकड़ लेंगे माथा

Fake Inspector Arrested : दरभंगा में एक फर्जी दारोगा गिरफ्तार हुआ है, जो पिछले 6 महीनों से पुलिस की वर्दी पर स्टार लगाकर लोंगों पर पुलिसिया रौब दिखाता था, लेकिन पुलिस को 6 महीने तक इस बात की भनक तक नहीं लगी. आखिर कैसे पकड़ा गया यूट्यूब वाला दारोगा, पढ़ें

darbhanga Fake inspector arrested
darbhanga Fake inspector arrested
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Feb 22, 2024, 6:46 AM IST

Updated : Feb 22, 2024, 9:47 AM IST

दरभंगाः बिहार के दरभंगा जिला में एक फर्जी दारोगा नो एंट्री में प्रवेश करने के नाम पर अवैध वसूली करते पकड़ा गया. जिसकी पहचान मनीगाछी थाना क्षेत्र के जगदीशपुर गांव निवासी विजय कुमार साहू का पुत्र अशोक कुमार साहू के रूप में हुई है. पुलिस ने गिरफ्तार शख्स के पास से फर्जी पहचान पत्र सहित अन्य दस्तावेज और एक बाइक को जब्त किया है.

फर्जी दारोगा के पास से कुछ कागजात बरामद
फर्जी दारोगा के पास से कुछ कागजात बरामद

दरभंगा में फर्जी इंस्पेक्टर गिरफ्तारः इस संबंध में सदर एसडीपीओ अमित कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि गुप्त सूचना मिली थी कि कोई नकली दारोगा बनकर वन वे में घुसे वाहन चालकों से अवैध वसूली कर रहा है. सूचना मिलने के बाद उन्होंने यातायात प्रभारी कुमार गौरव को सत्यापन के लिए भेजा गया. सत्यापन के लिए उसे हिरासत में लेकर नगर थाना लाया गया और पूछताछ की गई तो पूरे मामले से पर्दा उठ गया.

तीन बार दारोगा भर्ती में दी थी परीक्षाः वहीं उन्होंने बताया कि पकड़े गए नकली दारोगा ने अपना नाम अशोक बताया है. पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो उसने चौंकाने वाली कहानी बताई. उसने बताया कि वो दारोगा के लिये तीन बार परीक्षा दे चुका है. जिसमें वह सफल नहीं हो सका. फर्जी दारोगा की कहानी सुनकर पुलिसर्मी भी हैरान रह गए.

यूट्यूब से सिखी ट्रैफिक पोस्ट वाली ड्यूटी : आरोपी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि, दारोगा की परीक्षा में वो फेल हो गया था, लेकिन वो पुलिस के काम काज से वाकिफ था. जिसके बाद उसने फर्जी दारोगा बनने का आइडिया दिमाग में आया. उसने इसके लिए यूट्यूब की मदद ली, और वहां से सीख कर नकली वर्दी पहनी. दारोगा की वर्दी पहनकर वो दूसरों पर रौब दिखाता था. वो नो एंट्री में प्रवेश करने वालों से पैसे वसूलता था. रोजाना वो दो से तीन हजार की कमाई करता था.

मुंह पर हमेशा लगाए रहता था मास्कः एसडीपीओ अमित कुमार ने बताया कि वह नो इंट्री का उल्लंघन करने वाले चालक को रोकता था और धौंस जमाते हुए रुपये वसूली करताा था. यह काम वह शहर के मिर्जापुर, दोनार आदि जगहों पर किया करता था. उसने खुद बताया कि वह गश्ती गाड़ी को देखकर छुप जाता था और हमेशा मुंह में मास्क लगाये रहता था.

"अशोक हमेशा मुंह पर मास्क लगाए रखता था, ताकि कोई पहचान नहीं सके. उसने अपने परिवार वाले को भी अंधेरे में रखा था. उसने घर वालों को बता रखा था कि उसकी नौकरी पुलिस में लग गई है और वह यातायात पुलिस में दारोगा है"- अमित कुमार, सदर एसडीपीओ दरभंगा

ये भी पढ़ें: 'शादी करोगी हमसे', फर्जी दारोगा ने लड़की पर बनाया शादी का दबाव, पोल खुली तो पहुंचा हवालात

ये भी पढ़ें: दारोगा की वर्दी पहनकर ब्वॉयफ्रेंड से मिलने जाती थी महिला, डायल 112 की टीम ने किया गिरफ्तार

ये भी पढ़ें: दारोगा नहीं बन पाया तो फर्जी STF इंस्पेक्टर बनकर करने लगा वसूली, गिरफ्तार

दरभंगाः बिहार के दरभंगा जिला में एक फर्जी दारोगा नो एंट्री में प्रवेश करने के नाम पर अवैध वसूली करते पकड़ा गया. जिसकी पहचान मनीगाछी थाना क्षेत्र के जगदीशपुर गांव निवासी विजय कुमार साहू का पुत्र अशोक कुमार साहू के रूप में हुई है. पुलिस ने गिरफ्तार शख्स के पास से फर्जी पहचान पत्र सहित अन्य दस्तावेज और एक बाइक को जब्त किया है.

फर्जी दारोगा के पास से कुछ कागजात बरामद
फर्जी दारोगा के पास से कुछ कागजात बरामद

दरभंगा में फर्जी इंस्पेक्टर गिरफ्तारः इस संबंध में सदर एसडीपीओ अमित कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि गुप्त सूचना मिली थी कि कोई नकली दारोगा बनकर वन वे में घुसे वाहन चालकों से अवैध वसूली कर रहा है. सूचना मिलने के बाद उन्होंने यातायात प्रभारी कुमार गौरव को सत्यापन के लिए भेजा गया. सत्यापन के लिए उसे हिरासत में लेकर नगर थाना लाया गया और पूछताछ की गई तो पूरे मामले से पर्दा उठ गया.

तीन बार दारोगा भर्ती में दी थी परीक्षाः वहीं उन्होंने बताया कि पकड़े गए नकली दारोगा ने अपना नाम अशोक बताया है. पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो उसने चौंकाने वाली कहानी बताई. उसने बताया कि वो दारोगा के लिये तीन बार परीक्षा दे चुका है. जिसमें वह सफल नहीं हो सका. फर्जी दारोगा की कहानी सुनकर पुलिसर्मी भी हैरान रह गए.

यूट्यूब से सिखी ट्रैफिक पोस्ट वाली ड्यूटी : आरोपी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि, दारोगा की परीक्षा में वो फेल हो गया था, लेकिन वो पुलिस के काम काज से वाकिफ था. जिसके बाद उसने फर्जी दारोगा बनने का आइडिया दिमाग में आया. उसने इसके लिए यूट्यूब की मदद ली, और वहां से सीख कर नकली वर्दी पहनी. दारोगा की वर्दी पहनकर वो दूसरों पर रौब दिखाता था. वो नो एंट्री में प्रवेश करने वालों से पैसे वसूलता था. रोजाना वो दो से तीन हजार की कमाई करता था.

मुंह पर हमेशा लगाए रहता था मास्कः एसडीपीओ अमित कुमार ने बताया कि वह नो इंट्री का उल्लंघन करने वाले चालक को रोकता था और धौंस जमाते हुए रुपये वसूली करताा था. यह काम वह शहर के मिर्जापुर, दोनार आदि जगहों पर किया करता था. उसने खुद बताया कि वह गश्ती गाड़ी को देखकर छुप जाता था और हमेशा मुंह में मास्क लगाये रहता था.

"अशोक हमेशा मुंह पर मास्क लगाए रखता था, ताकि कोई पहचान नहीं सके. उसने अपने परिवार वाले को भी अंधेरे में रखा था. उसने घर वालों को बता रखा था कि उसकी नौकरी पुलिस में लग गई है और वह यातायात पुलिस में दारोगा है"- अमित कुमार, सदर एसडीपीओ दरभंगा

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ये भी पढ़ें: दारोगा की वर्दी पहनकर ब्वॉयफ्रेंड से मिलने जाती थी महिला, डायल 112 की टीम ने किया गिरफ्तार

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Last Updated : Feb 22, 2024, 9:47 AM IST
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