दमोह। मध्यप्रदेश के दमोह जिले के रंजरा गांव में रविवार को एक बिन पिता की बेटी के विवाह का आयोजन हो रहा था. तभी एक विशालकाय पक्षी इस शादी समारोह में शामिल हो गया और दुल्हन के सिर पर आशीर्वाद देते हुए बैठ गया, खाना खाया और बेटी के विदाई के बाद उड़ गया. दरअसल बेटी की शादी के तीन दिन पहले ही उसके पिता की सड़क हादसे में मौत हो गई थी, और विवाह के दिन यह पक्षी पहुंच गया, जिसे देख लोग बोले की पिता की आत्मा पक्षी के रूप में बेटी को आशीर्वाद देने पहुंची है.
शादी के दिन मेहमान बनकर घर आया पक्षी
जानकारी के मुताबिक, दमोह जिले के रंजरा ग्राम निवासी जालम सिंह लोधी की 18 अप्रैल को अभाना गांव की तलैया के पास सड़क हादसे में मौत हो गई थी. 21 अप्रैल को बेटी की शादी थी जिसकी तैयारियां भी पिता ने कर ली थी, लेकिन उसके पहले ही उनकी मौत हो गई. पत्नी नोनी बाई पति की अस्थियां विसर्जन करने इलाहाबाद चली गई, और बेटी की शादी के दिन घर लौटी. जैसे ही वे घर में बैठी थी कि अचानक से एक पक्षी घर की छत पर आकर बैठ जाता है और कुछ पल बाद नोनी बाई की गोद में जाकर बैठ गया.
शादी की रस्मों में हुआ शामिल, खाना खाया
ग्रामीण भी एकत्रित होकर शादी समारोह में जाने के लिए चंडी माता मंदिर के लिए रवाना होते हैं. लेकिन नोना बाई की गोद में बैठा पक्षी यहां से नहीं जाता. ग्रामीण जब कहते है कि बेटी की शादी को चलते हैं तो यह पक्षी लोगों के कंधों पर बैठकर चंडी माता मंदिर तक पहुंच जाता है. चंडी माता मंदिर में बेटी इमरती के विवाह की रस्में शुरू होती है और उसका विवाह पटना भैंसखार निवासी देवेंद्र सिंह लोधी के साथ होता है. शादी की रस्में शुरू हुई तो यह पक्षी कुर्सियों पर बैठ जाता है, और जैसे ही जयमाला शुरू होती हैं तो कभी दुल्हन इमरती की गोद में बैठ जाता है तो कभी उड़कर उसके सिर पर बैठ जाता है. मानो जैसे वह बेटी को आशीर्वाद दे रहा हो.
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ग्रामीण बोले-पक्षी बनकर बेटी को आशीर्वाद देने आए पिता
इतना ही नहीं जब बेटी ने पक्षी के लिए दूध रखा तो वह उसकी गोद में बैठकर दूध पीने लगा और बारातियों के संग उसने खाना भी खाया. प्रत्यक्षदर्शी बने गांव के सरपंच लाखन सिंह लोधी बताते है कि, यह पक्षी पिता की आत्मा बनकर बेटी की शादी में शामिल ही नहीं हुआ बल्कि शादी की पूरी रस्में पूरी होने तक गांव के चंडी माता मंदिर में मौजूद रहा. जैसे ही शादी की रस्में पूरी होती हैं यह अचानक से गायब हो गया.