मुंगेर: आएं दिन साइबर क्राइम की घटनाएं बढ़ रही है. जिला प्रशासन साइबर सेल द्वारा लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं. बावजूद इसके लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं. कभी बैंक से तो कभी क्राइम ब्रांच से कॉल आता है और खाते से रुपए गायब हो जाता है. ताजा मामला बिहार के मुंगेर में देखने को मिला. इसबार बिजली विभाग से फोन कर मीटर नंबर बदलने के नाम पर 1.46 लाख रुपए उड़ा लिए.
थाना पहुंचा दोनों दोस्तः साइबर अपराधियों ने बिजली बिल का झांझा देकर पहले एक दोस्त के खाते 5 हजार रुपए उड़ा लिए. वहीं पैसा वापस करने के नाम पर दूसरे दोस्त के खाते से भी 1 लाख 46 हज़ार रुपए निकाल लिए. जिसके बाद साइबर ठगी के शिकार दोनों दोस्तों ने शनिवार को साइबर थाना में आवेदन देकर मामला दर्ज कराया है.
10 रुपए के बहाने 5 हजार उड़ाएः कुछ दिन पहले कासिम बाजार थाना क्षेत्र के बेलवा घाट निवासी ओमप्रकाश महतो के पुत्र निवास कुमार के मोबाइल पर कॉल आया. फोन करने वालों ने कहा कि उसके बिजली के मीटर का नंबर बदल गया है. जिसे वेरिफाय करने के लिये 01 रुपए का ऑनलाइन शुल्क जमा करना होगा. उसने मोबाइल पर एक लिंक भेजकर 01 रुपए जमा करने को कहा. जैसे ही 01 रुपये जमा करने के लिए यूपीआई आईडी खोला वैसे ही उसके खाते से 5 हजार रुपए कट गए.
"बिजली विभाग से फोन कर कंज्यूमर नंबर चेंज करने की बात कही. इसके बदले 1 शुल्क जमा करने के लिए कहा. शुल्क जमा करने के लिए भेजे गए लिंक पर किया तो खाते से रुपए कट गया." -निवास कुमार, पीड़ित
5 हजार लौटाने के नाम पर 1.46 लाख उड़ाए: ओमप्रकाश ने जब दोबारा उस नंबर पर फोन कर 5 हजार रुपए निकलने की बात कही तो फोन करने वालों ने उसके खाते में वापस पैसे जाने में तकनीकी परेशानी की बात कहकर दूसरा खाता नंबर देने को कहा. इसके बाद निवास ने अपने दोस्त बेलवा घाट निवासी फेकन महतो के पुत्र शिवनंदन महतो से बता कराया.
लिंक भेजकर उड़ाए रुपएः साइबर थानाध्यक्ष सह यातायात डीएसपी प्रभात रंजन शिवनंदन से बात करने पर साइबर ठग ने उसके मोबाइल पर एक लिंक भेजा. उसने जैसे ही लिंक खोला उसके खाते से तीन बार में कुल 1 लाख 50 हजार रुपए गायब हो गया. इस मामले में डीएसपी ने जांच की बात कही है. कहा कि "मामले में आवेदन प्राप्त हुआ है. पुलिस मामले की जांच कर रही है."
लोगों से अपीलः डीएसपी ने लोगों से किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक नहीं करने की अपील की. साइबर थाना पुलिस द्वारा साइबर क्राइम को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जाता है. उन्होंने कहा कि कोई भी बैंक या अन्य फाइनेंसियल कंपनी अपने ग्राहकों को बैंक के माध्यम से पैसों के लेनदेन को लेकर कॉल या मैसेज नही भेजती है. इसलिए लोगो को किसी भी प्रलोभन में आकर किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक कर पैसों का लेनदेन ना करें. अगर फोन कॉल के द्वारा सरकारी या प्राइवेट कंपनी के नाम पर केवाईसी को लेकर कॉल आये तो इसकी सत्यापन हेतु संबंधित शाखा से संपर्क करें.