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मध्यप्रदेश से गुजरात नर्मदा नदी में शाही क्रूज की सवारी, ये है रूट और पैकेज प्लान - NARMADA RIVER CRUISE SERVICE

मध्य प्रदेश के सरदार सरोवर बांध के मेघनाद घाट से लेकर गुजरात के स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक नर्मदा नदी में क्रूज चलाने की तैयारी.

Narmada River Cruise Service
मध्यप्रदेश से गुजरात तक नर्मदा में करें क्रूज की सवारी (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : 4 hours ago

Updated : 4 hours ago

बड़वानी : मध्यप्रदेश के धार जिला स्थित सरदार सरोवर बांध के मेघनाद से लेकर गुजरात के स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक नर्मदा नदी में क्रूज चलाने की तैयारी अंतिम चरण में है. योजना के तहत मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग ने निविदा जारी कर दी है. पर्यटन विभाग ने क्रूज में यात्रा करने के लिए 3 कैटेगरी बनाई हैं. पहली कैटेगरी के तहत 5 दिन दिन का सफर होगा. इस कैटेगरी के तहत यात्रा करने पर रात्रि विश्राम, भोजन, स्विमिंग पूल जैसी तमाम सुविधाएं मिलेंगी.

मेघनाद घाट से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का रूट इस प्रकार है

क्रूज का रूट सरदार सरोवर बांध पर हापेश्वर-मेघनाद घाट-साकरेज-स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक रहेगा. इसकी कुल दूरी 270 किमी होगी. इस क्रूज में सफर करने के लिए दूसरी श्रेणी के तहत एक तरफ से यात्रा है. ये सफर 3 दिन का होगा. इसमें सरदार सरोवर बांध से हापेश्वर-साकरेजा-मेघनाद घाट तक का सफर किया जा सकेगा. इसकी दूरी 135 किमी है. वहीं तीसरी श्रेणी में क्रूज का सफर केवल दो घंटे का होगा. इसके तहत मेघनाद घाट से 10 किमी परिधि में ही सफर करवाया जाएगा. इस पैकेज में स्थानीय साइड सीन और नाश्ते की व्यवस्था उपलब्ध रहेगी.

मध्यप्रदेश में क्रूज के छोटे स्टेशन भी होंगे तैयार

नर्मदा नदी में क्रूज संचालन के लिए बड़वानी, अंजड़ और धरमपुरी में भी छोटे स्टेशन बनाना प्रस्तावित हैं, जो मुख्य स्टेशन मेघनाद घाट से जुड़ेंगे. निजी एजेंसियों से इस परियोजना के लिए निविदा आमंत्रित की गई हैं. निविदा जमा करने की अंतिम तिथि 29 जनवरी तय की गई है. परियोजना के अंर्तगत साल 2026 के अंत तक पहले अंतरप्रांतीय जल मार्ग पर पर्यटन शुरू होने की उम्मीद है.

नर्मदा किनारे आदिवासी बहुल गांवों में होम स्टे

निविदा में क्रूज संचालन, रुकने के स्थान, पर्यटकों को उपलब्ध सुविधाएं और नर्मदा नदी के किनारे स्थित प्रमुख पर्यटन स्थलों से जुड़ने के साथ ही किस तरह स्थानीय संस्कृति से पर्यटकों को जोड़ा जाए, ये सभी शामिल है. साथ ही होम स्टे करवाकर पर्यटन केंद्रों को बढ़ावा दिया जाएगा. क्रूज मार्ग पर आलीराजपुर जिले के साकरेजा और गुजरात के हापेश्वर जेटी पाइंट्स पर पर्यटकों को आदिवासी बहुल गांवों में होम स्टे की व्यवस्था भी रहेगी.

रिवर रूट पर पहले चलेंगे छोटे क्रूज

पर्यटन विभाग की योजना के मुताबिक मध्यप्रदेश और गुजरात सरकार इस रूट पर दो-दो क्रूज संचालित करेगी. इसके लिए मध्यप्रदेश को दो क्रूज मिल भी गए हैं, जो मेघनाद घाट पर आ गए हैं. पर्यटन विभाग के मुताबिक पहले छोटे क्रूज से रिवर रूट पर पर्यटन की शुरुआत होगी. इसके बाद रिस्पॉन्स के आधार पर यहां बड़े क्रूज भी चलाए जाएंगे. पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नर्मदा किनारे रिसॉर्ट बनाने की तैयारी भी शुरू हो गई. पर्यटन विभाग ने इसके लिए स्थान चिह्नित किए हैं.

नर्मदा किनारे रिसोर्ट के लिए जगहें तय

नर्मदा किनारे रिसॉर्ट बनाने के लिए तय किए गए स्थानों का निरीक्षण करने वाली टीम के ए. महाजन के मुताबिक ''क्रूज पर्यटन के लिए नर्मदा किनारे रिसोर्ट बनाने को लेकर हमारी मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग से चर्चा चल रही है.'' गौरतलब है कि क्रूज संचालन के लिए राज्यसभा सांसद डॉ. सुमेरसिंह सोलंकी लगातार प्रयास करते रहे हैं.

बड़वानी : मध्यप्रदेश के धार जिला स्थित सरदार सरोवर बांध के मेघनाद से लेकर गुजरात के स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक नर्मदा नदी में क्रूज चलाने की तैयारी अंतिम चरण में है. योजना के तहत मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग ने निविदा जारी कर दी है. पर्यटन विभाग ने क्रूज में यात्रा करने के लिए 3 कैटेगरी बनाई हैं. पहली कैटेगरी के तहत 5 दिन दिन का सफर होगा. इस कैटेगरी के तहत यात्रा करने पर रात्रि विश्राम, भोजन, स्विमिंग पूल जैसी तमाम सुविधाएं मिलेंगी.

मेघनाद घाट से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का रूट इस प्रकार है

क्रूज का रूट सरदार सरोवर बांध पर हापेश्वर-मेघनाद घाट-साकरेज-स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक रहेगा. इसकी कुल दूरी 270 किमी होगी. इस क्रूज में सफर करने के लिए दूसरी श्रेणी के तहत एक तरफ से यात्रा है. ये सफर 3 दिन का होगा. इसमें सरदार सरोवर बांध से हापेश्वर-साकरेजा-मेघनाद घाट तक का सफर किया जा सकेगा. इसकी दूरी 135 किमी है. वहीं तीसरी श्रेणी में क्रूज का सफर केवल दो घंटे का होगा. इसके तहत मेघनाद घाट से 10 किमी परिधि में ही सफर करवाया जाएगा. इस पैकेज में स्थानीय साइड सीन और नाश्ते की व्यवस्था उपलब्ध रहेगी.

मध्यप्रदेश में क्रूज के छोटे स्टेशन भी होंगे तैयार

नर्मदा नदी में क्रूज संचालन के लिए बड़वानी, अंजड़ और धरमपुरी में भी छोटे स्टेशन बनाना प्रस्तावित हैं, जो मुख्य स्टेशन मेघनाद घाट से जुड़ेंगे. निजी एजेंसियों से इस परियोजना के लिए निविदा आमंत्रित की गई हैं. निविदा जमा करने की अंतिम तिथि 29 जनवरी तय की गई है. परियोजना के अंर्तगत साल 2026 के अंत तक पहले अंतरप्रांतीय जल मार्ग पर पर्यटन शुरू होने की उम्मीद है.

नर्मदा किनारे आदिवासी बहुल गांवों में होम स्टे

निविदा में क्रूज संचालन, रुकने के स्थान, पर्यटकों को उपलब्ध सुविधाएं और नर्मदा नदी के किनारे स्थित प्रमुख पर्यटन स्थलों से जुड़ने के साथ ही किस तरह स्थानीय संस्कृति से पर्यटकों को जोड़ा जाए, ये सभी शामिल है. साथ ही होम स्टे करवाकर पर्यटन केंद्रों को बढ़ावा दिया जाएगा. क्रूज मार्ग पर आलीराजपुर जिले के साकरेजा और गुजरात के हापेश्वर जेटी पाइंट्स पर पर्यटकों को आदिवासी बहुल गांवों में होम स्टे की व्यवस्था भी रहेगी.

रिवर रूट पर पहले चलेंगे छोटे क्रूज

पर्यटन विभाग की योजना के मुताबिक मध्यप्रदेश और गुजरात सरकार इस रूट पर दो-दो क्रूज संचालित करेगी. इसके लिए मध्यप्रदेश को दो क्रूज मिल भी गए हैं, जो मेघनाद घाट पर आ गए हैं. पर्यटन विभाग के मुताबिक पहले छोटे क्रूज से रिवर रूट पर पर्यटन की शुरुआत होगी. इसके बाद रिस्पॉन्स के आधार पर यहां बड़े क्रूज भी चलाए जाएंगे. पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नर्मदा किनारे रिसॉर्ट बनाने की तैयारी भी शुरू हो गई. पर्यटन विभाग ने इसके लिए स्थान चिह्नित किए हैं.

नर्मदा किनारे रिसोर्ट के लिए जगहें तय

नर्मदा किनारे रिसॉर्ट बनाने के लिए तय किए गए स्थानों का निरीक्षण करने वाली टीम के ए. महाजन के मुताबिक ''क्रूज पर्यटन के लिए नर्मदा किनारे रिसोर्ट बनाने को लेकर हमारी मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग से चर्चा चल रही है.'' गौरतलब है कि क्रूज संचालन के लिए राज्यसभा सांसद डॉ. सुमेरसिंह सोलंकी लगातार प्रयास करते रहे हैं.

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