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निजी हॉस्पिटल से गिफ्ट लेने का वीडियो वायरल होने पर 11 आशाओं पर रिपोर्ट - आगरा की खबर

निजी हॉस्पिटल से गिफ्ट लेने का वीडियो वायरल होने पर आगरा में 11 आशा बहुओं के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है. चलिए जानते हैं इस बारे में.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 29, 2024, 10:32 AM IST

आगराः निजी अस्पतालों में मरीज पहुंचाने के मामले में फंसी आशाओं की मुश्किल कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के आधार पर सीएमओ ने जांच कराई. जांच रिपोर्ट के बाद अब सरकारी अस्पताल से निजी अस्पताल में प्रसव कराने के आरोप में फंसी 11 आशाओं पर एफआईआर दर्ज कराई है. इससे चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में खलबली मची हुई है. स्वास्थ्य विभाग जिले में ऐसी अन्य आशाओं और अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों की छानबीन करा रही है.

बता दें कि आगरा में 9 दिसंबर 2023 को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था. इसमें स्वास्थ्य विभाग की आशाएं यमुनापार के रॉयल हॉस्पिटल से गिफ्ट लेकर निकलती दिख रही थीं. वायरल वीडियो पर सीएमओ ने रॉयल हॉस्पिटल में छापा मारा. जिसमें रॉयल हॉस्पिटल से जिले की 17 आशाओं की सूची मिली. जिन्हें गिफ्ट हॉस्पिटल प्रबंधन की ओर से दिए थे. इसके साथ ही यहां आठ मरीज भर्ती मिले. जिसमें पांच प्रसूताएं थीं. जबकि, हॉस्पिटल में कोई डाक्टर नहीं था. स्टाफ सभी मरीजों का रिकार्ड और बीएचटी भी नहीं दिखा सका था. जिस पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रॉयल हॉस्पिटल की सीडीआर जब्त करके मरीज भर्ती पर रोक लगाई गई. फिर, रॉयल हॉस्पिटल का लाइसेंस भी निरस्त कर दिया.

यूं खुला था मामला
बता दें कि स्वास्थ्य विभाग की जांच में सामने आया कि, पहले एक आशा निजी हॉस्पिटल में गर्भवती महिलाओं के प्रसव करा रही थी. लंबे समय से सब-कुछ ठीक चल रहा था. उस आशा में मोटी कमीशन के लालच में दूसरे निजी हॉस्पिटल में गर्भवती भेजना शुरू कर दिया. जिससे पहले वाले निजी हॉस्पिटल ने आशाओं की निगरानी की और उनका गिफ्ट्स लेकर जाने का वीडियो बनाकर वायरल किया था.


जांच में वीडियो की हकीकत आई सामने
सीएमओ डॉ अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि, रॉयल हॉस्पिटल के वायरल वीडियो की जांच की तो खुलासा हुआ कि, आशाएं निजी हॉस्पिटल्स के संपर्क में थीं. वे गर्भवती महिलाओं को सरकारी अस्पतालों में नहीं भेजती थीं. क्योंकि, निजी हॉस्पिटल में प्रसव के लिए गर्भवती भेजने पर आशाओं को मोटा कमीशन और गिफ्ट्स मिलते थे. जांच रिपोर्ट के आधार पर 11 आशाओं के खिलाफ एफआईआर कराई है. अब पुलिस को इस मामले में कार्रवाई करनी है. भविष्य में इस तरह की किसी भी गड़बड़ी पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.


ये भी पढ़ेंः रामलला के प्रति भक्तों की दीवानगी, 6 दिन में ही 18 लाख से अधिक लोगों ने किए दर्शन

आगराः निजी अस्पतालों में मरीज पहुंचाने के मामले में फंसी आशाओं की मुश्किल कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के आधार पर सीएमओ ने जांच कराई. जांच रिपोर्ट के बाद अब सरकारी अस्पताल से निजी अस्पताल में प्रसव कराने के आरोप में फंसी 11 आशाओं पर एफआईआर दर्ज कराई है. इससे चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में खलबली मची हुई है. स्वास्थ्य विभाग जिले में ऐसी अन्य आशाओं और अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों की छानबीन करा रही है.

बता दें कि आगरा में 9 दिसंबर 2023 को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था. इसमें स्वास्थ्य विभाग की आशाएं यमुनापार के रॉयल हॉस्पिटल से गिफ्ट लेकर निकलती दिख रही थीं. वायरल वीडियो पर सीएमओ ने रॉयल हॉस्पिटल में छापा मारा. जिसमें रॉयल हॉस्पिटल से जिले की 17 आशाओं की सूची मिली. जिन्हें गिफ्ट हॉस्पिटल प्रबंधन की ओर से दिए थे. इसके साथ ही यहां आठ मरीज भर्ती मिले. जिसमें पांच प्रसूताएं थीं. जबकि, हॉस्पिटल में कोई डाक्टर नहीं था. स्टाफ सभी मरीजों का रिकार्ड और बीएचटी भी नहीं दिखा सका था. जिस पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रॉयल हॉस्पिटल की सीडीआर जब्त करके मरीज भर्ती पर रोक लगाई गई. फिर, रॉयल हॉस्पिटल का लाइसेंस भी निरस्त कर दिया.

यूं खुला था मामला
बता दें कि स्वास्थ्य विभाग की जांच में सामने आया कि, पहले एक आशा निजी हॉस्पिटल में गर्भवती महिलाओं के प्रसव करा रही थी. लंबे समय से सब-कुछ ठीक चल रहा था. उस आशा में मोटी कमीशन के लालच में दूसरे निजी हॉस्पिटल में गर्भवती भेजना शुरू कर दिया. जिससे पहले वाले निजी हॉस्पिटल ने आशाओं की निगरानी की और उनका गिफ्ट्स लेकर जाने का वीडियो बनाकर वायरल किया था.


जांच में वीडियो की हकीकत आई सामने
सीएमओ डॉ अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि, रॉयल हॉस्पिटल के वायरल वीडियो की जांच की तो खुलासा हुआ कि, आशाएं निजी हॉस्पिटल्स के संपर्क में थीं. वे गर्भवती महिलाओं को सरकारी अस्पतालों में नहीं भेजती थीं. क्योंकि, निजी हॉस्पिटल में प्रसव के लिए गर्भवती भेजने पर आशाओं को मोटा कमीशन और गिफ्ट्स मिलते थे. जांच रिपोर्ट के आधार पर 11 आशाओं के खिलाफ एफआईआर कराई है. अब पुलिस को इस मामले में कार्रवाई करनी है. भविष्य में इस तरह की किसी भी गड़बड़ी पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.


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