आगरा: जिले में एसओजी टीम से मारपीट और हमला करने के आरोप में 6 नामजद और 20 अज्ञात भाजपाइयों पर थाना जगदीशपुरा में मुकदमा दर्ज हुआ है. भाजपाइयों के हमले में एक एसओजी सिपाही के आंख पर भी 12 टांके लगे हैं. उधर, भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर अभद्रता और बदसलूकी करने का आरोप लगाया है.
जानकारी के अनुसार, आवास-विकास के राहुल नगर में क्षेत्र के पूर्व पार्षद श्यामवीर रहते हैं. आरोप है कि बीते शनिवार रात करीब 9 बजे उनका 17 वर्षीय बेटा घर के बाहर कुत्ता घुमा रहा था. तभी सादी वर्दी में एक मोटरसाइकिल पर दो लोग आकर किसी जीतू उर्फ जितेंद्र के बारे में पूछताछ करने लगे. पूर्व पार्षद के बेटे ने जीतू नाम के व्यक्ति को न पहचानने की बात कही. इस बात पर दोनों लोग बदतमीजी करने लगे. पूर्व पार्षद के बेटे ने अपने पिता का परिचय दिया और खुद को भाजपा का कार्यकर्ता बताया. इस बात पर बाइक सवार आगबबूला हो गए. पूर्व पार्षद के बेटे को जबरन बिना नंबर की बाइक पर बैठा कर चौकी ले गए.
इस बात की जानकारी जब श्यामवीर को हुई तो वह अपने दामाद के साथ चौकी पहुंच गए. पूर्व पार्षद श्यामवीर और एसओजी टीम के बीच बेटे को जबरन अवैध हिरासत में रखने पर तनातनी हो गई. इसके बाद एसओजी टीम सभी को थाना जगदीशपुरा ले गई. इस बात की भनक जब भाजपा कार्यकर्ताओं को लगी तो सभी थाना जगदीशपुरा पहुंच गए. वहां दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई. पुलिस का आरोप है कि भाजपाइयों ने हमला कर मारपीट शुरू कर दी. इसमें एक सिपाही की आंख पर गंभीर चोट लग गई. उसके 12 टांके आए हैं. इसके बाद जगदीशपुरा पुलिस ने 6 नामजद और 20 अज्ञात भाजपाइयों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है.
भाजपाइयों की गिरफ़्तारी की सूचना मिलते ही 50 के करीब कार्यकर्ता मेयर हेमलता दिवाकर से शनिवार रात मिलने पहुंचे. मेयर ने बताया कि पूर्व पार्षद के बेटे के साथ पुलिस ने बुरी तरह मारपीट की है. रात को ही एसीपी लोहामंडी मयंक तिवारी से बात हुई थी. उन्होंने बताया कि भाजपाइयों ने पुलिस पर हमला किया था. इसमें एक सिपाही को गंभीर चोट आई है. सिपाही की तहरीर पर ही आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है. उसके बाद मेयर हेमलता दिवाकर ने बताया कि पुलिस कमिश्नर जे. रविंदर गौड़ से फोन पर पूरे मामले को लेकर बात हुई थी.
उन्होंने कहा कि थाने में लगे सीसीटीवी चेक कराए जाएं. अगर कार्यकर्ताओं की वजह से सिपाही को चोट लगी हैं तो दोषियों को जेल भेज दिया जाए. लेकिन, पुलिस गलत तरीके से निर्दोषों को फंसा रही है तो यह स्वीकार्य नहीं किया जाएगा. शहर के विधायक अयोध्या दर्शन पर हैं. वहीं, सांसद कार्यक्रम की व्यस्तता के कारण शहर से बाहर हैं. इस मामले को लेकर जल्द ही आगे की रणनीति तैयार की जाएगी, जिससे निस्पक्ष जांच के साथ न्याय हो सके.
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