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नाम इडली, साउथ की फेवरेट लेकिन बिहार में भी मचा रही धमाल, जानें किस देश से आयी ये 'सुपर' फूड? - World Idli Day

आज विश्व इडली दिवस है. इडली डिश के बारे में जो लोग समझते हैं कि ये साउथ इंडियन फूड है तो वो गलत है क्योंकि ये सुपर फूड विदेशी है. इडली का नाश्ता सेहत के लिए काफी फायदेमंद है. इसके कुकिंग में जीरो ऑयल लगता है इसलिए ये दिल के लिए भी बेहतरीन होती है. यह इतना सुपाच्य होता है कि इसको बीमारी में खाने की सलाह डॉक्टर द्वारा दी जाती है. पढ़ें पूरी खबर-

WORLD IDLI DAY
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Mar 30, 2024, 10:13 PM IST

पटना : साउथ इंडियन फूड में इडली डोसा सबकी पहली पसंद है. ये सेहत के लिए भी ठीक होता. कम ऑयली और बिना मसाला के होने की वजह से डॉक्टर भी इसे बीमारी में खाने की सलाह देते हैं. इडली ऐसा भोजन है जिसे खाकर निरोगी रहा जा सकता है. ब्रेकफास्ट में इडली काफी लाभदायक होता है.

सुबह का सबसे कारगर नाश्ता : देश के अलग-अलग राज्यों में सुबह का नाश्ता अलग होता है. बिहार में आलू पराठा, तो कहीं दही चूड़ा तो कहीं चना घुंगनी लोगों को पसंद है. दक्षिण भारत में इडली डोसा लोगों की पहली पसंद होती है. इडली की दीवानगी ऐसी हो गई है कि एक शख्स ने इडली के पीछे लाखों रुपए खर्च कर चुके हैं. इसका प्रचलन लगभग सभी राज्यों में हो गया है. लेकिन अब इसकी पहचान साउथ इंडियन फूड के रूप में फिक्स हो चुकी है.

इस देश से आई है इडली : वैसे एक जानकारी के मुताबिक इडली साउथ इंडिया की नहीं बल्कि इंडोनेशिया का खास फूड है. वहां पर इसे केदारी के नाम से जाना जाता है. 7 से 12 वीं शताब्दी में भारत में इसका प्रचलन दक्षिण से शुरू हुआ. धीरे धीरे दक्षिण भारत का ये खास नाश्ता बन गया. अब आज लोग इसे साउथ इंडियन डिश के रूप में समझने लगे हैं.

विश्व इडली दिवस
विश्व इडली दिवस

30 मार्च को इडली दिवस : आज विश्व इडली दिवस है. इस मौके पर हम आज आपको बताने जा रहे हैं कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, लालू प्रसाद यादव और राजनीति के कई हस्तियां साउथ इंडियन डिश के कायल हैं. पटना के डाक बंगला चौराहा स्थित बंशी विहार रेस्टोरेंट इडली और डोसा के लिए फेमस है. सुबह से लेकर देर रात तक लोगों का तांता लगा रहता है.

सीएम नीतीश की भी पसंद : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खास मौकों पर इडली का टेस्ट लेना नहीं भूलते. बंसी विहार रेस्टोरेंट के मैनेजर संजय कुमार ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि नीतीश कुमार जब भी कोई नया काम करने की शुरुआत करते हैं या चुनाव समाप्त होता है तो अपने दल बल के साथ इस रेस्टोरेंट में पहुंचकर साउथ इंडियन फूड चखते हैं. कभी इडली तो कभी मसाला डोसा तो कभी बटर मसाला डोसा का लुत्फ लेते हैं. उनके यहां इडली खाने के लिए काफी लोग आते हैं. क्योंकि इडली काफी मुलायम होती है और इसमें तेल मसाला नहीं होता है. इसके कारण हेल्थ को लेकर जागरूक लोग भूख लगने पर इडली खाना पसंद करते हैं.

इडली सुपाच्य फूड : पटना के मेडिवर्सल हॉस्पिटल की डॉक्टर सृष्टि सिन्हा ने बताया की इडली काफी सुपाच्य फूड होता है. इसमें तेल मसाला नहीं होता और यह काफी लाइट फूड होता है. स्वाद भी इसका अच्छा होता है इस कारण अस्पतालों में मरीज के लिए डाइट में ब्रेड खिचड़ी के अलावा इडली भी शामिल होती है. इडली बनाते वक्त उसमें हल्का नमक डाल दिया जाए तो लोग इसे यूं भी बहुत चाव से खा लेते हैं.

''यह काफी सस्ता और सुपाच्य भोजन होता है. ब्रेकफास्ट में लोग इसीलिए इडली खाना पसंद करते हैं. इडली काफी लाइट फूड है. इसके खाने से कोई नुकसान नहीं होता.''- सौरभ कुमार, होटल संचालक

कैसे बनती है इडली: पटना के एक रेस्टोरेंट के संचालक सौरभ कुमार ने बताया की इडली कई प्रकार से बनाई जाती है. कोई उड़द दाल और चावल पीसकर उसका इडली बनाता है. कोई सूजी की इडली बनाता है, कोई मिलेट्स की इडली बनता है. इसे सादा भी खाया जा सकता है. इसके अलावा चना दाल की चटनी के साथ भी लोग इसे खाना पसंद करते हैं. नारियल की चटनी के साथ भी इडली खायी जाती है. इसके अलावा सांभर और रसम के साथ भी इडली का जायका बढ़ जाता है.

ये भी पढ़ें- सिंगल स्विगी यूजर ने एक साल में इडली पर खर्च किए 7.3 लाख रुपये - World Idli Day

पटना : साउथ इंडियन फूड में इडली डोसा सबकी पहली पसंद है. ये सेहत के लिए भी ठीक होता. कम ऑयली और बिना मसाला के होने की वजह से डॉक्टर भी इसे बीमारी में खाने की सलाह देते हैं. इडली ऐसा भोजन है जिसे खाकर निरोगी रहा जा सकता है. ब्रेकफास्ट में इडली काफी लाभदायक होता है.

सुबह का सबसे कारगर नाश्ता : देश के अलग-अलग राज्यों में सुबह का नाश्ता अलग होता है. बिहार में आलू पराठा, तो कहीं दही चूड़ा तो कहीं चना घुंगनी लोगों को पसंद है. दक्षिण भारत में इडली डोसा लोगों की पहली पसंद होती है. इडली की दीवानगी ऐसी हो गई है कि एक शख्स ने इडली के पीछे लाखों रुपए खर्च कर चुके हैं. इसका प्रचलन लगभग सभी राज्यों में हो गया है. लेकिन अब इसकी पहचान साउथ इंडियन फूड के रूप में फिक्स हो चुकी है.

इस देश से आई है इडली : वैसे एक जानकारी के मुताबिक इडली साउथ इंडिया की नहीं बल्कि इंडोनेशिया का खास फूड है. वहां पर इसे केदारी के नाम से जाना जाता है. 7 से 12 वीं शताब्दी में भारत में इसका प्रचलन दक्षिण से शुरू हुआ. धीरे धीरे दक्षिण भारत का ये खास नाश्ता बन गया. अब आज लोग इसे साउथ इंडियन डिश के रूप में समझने लगे हैं.

विश्व इडली दिवस
विश्व इडली दिवस

30 मार्च को इडली दिवस : आज विश्व इडली दिवस है. इस मौके पर हम आज आपको बताने जा रहे हैं कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, लालू प्रसाद यादव और राजनीति के कई हस्तियां साउथ इंडियन डिश के कायल हैं. पटना के डाक बंगला चौराहा स्थित बंशी विहार रेस्टोरेंट इडली और डोसा के लिए फेमस है. सुबह से लेकर देर रात तक लोगों का तांता लगा रहता है.

सीएम नीतीश की भी पसंद : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खास मौकों पर इडली का टेस्ट लेना नहीं भूलते. बंसी विहार रेस्टोरेंट के मैनेजर संजय कुमार ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि नीतीश कुमार जब भी कोई नया काम करने की शुरुआत करते हैं या चुनाव समाप्त होता है तो अपने दल बल के साथ इस रेस्टोरेंट में पहुंचकर साउथ इंडियन फूड चखते हैं. कभी इडली तो कभी मसाला डोसा तो कभी बटर मसाला डोसा का लुत्फ लेते हैं. उनके यहां इडली खाने के लिए काफी लोग आते हैं. क्योंकि इडली काफी मुलायम होती है और इसमें तेल मसाला नहीं होता है. इसके कारण हेल्थ को लेकर जागरूक लोग भूख लगने पर इडली खाना पसंद करते हैं.

इडली सुपाच्य फूड : पटना के मेडिवर्सल हॉस्पिटल की डॉक्टर सृष्टि सिन्हा ने बताया की इडली काफी सुपाच्य फूड होता है. इसमें तेल मसाला नहीं होता और यह काफी लाइट फूड होता है. स्वाद भी इसका अच्छा होता है इस कारण अस्पतालों में मरीज के लिए डाइट में ब्रेड खिचड़ी के अलावा इडली भी शामिल होती है. इडली बनाते वक्त उसमें हल्का नमक डाल दिया जाए तो लोग इसे यूं भी बहुत चाव से खा लेते हैं.

''यह काफी सस्ता और सुपाच्य भोजन होता है. ब्रेकफास्ट में लोग इसीलिए इडली खाना पसंद करते हैं. इडली काफी लाइट फूड है. इसके खाने से कोई नुकसान नहीं होता.''- सौरभ कुमार, होटल संचालक

कैसे बनती है इडली: पटना के एक रेस्टोरेंट के संचालक सौरभ कुमार ने बताया की इडली कई प्रकार से बनाई जाती है. कोई उड़द दाल और चावल पीसकर उसका इडली बनाता है. कोई सूजी की इडली बनाता है, कोई मिलेट्स की इडली बनता है. इसे सादा भी खाया जा सकता है. इसके अलावा चना दाल की चटनी के साथ भी लोग इसे खाना पसंद करते हैं. नारियल की चटनी के साथ भी इडली खायी जाती है. इसके अलावा सांभर और रसम के साथ भी इडली का जायका बढ़ जाता है.

ये भी पढ़ें- सिंगल स्विगी यूजर ने एक साल में इडली पर खर्च किए 7.3 लाख रुपये - World Idli Day

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