धौलपुर. जिले में राजस्थान पुलिस स्थापना दिवस कार्यक्रम को लेकर मंगलवार को पुलिस अधीक्षक सुमित मेहरड़ा के निर्देशन में पुलिस लाइन में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें पुलिस और आरएसी के जवानों के लिए बेसिक लाइफ सपोर्ट, फर्स्ट रेसपोंडर और फर्स्ट ऐड के ऊपर ट्रेनिंग सेशन और डेमो का कार्यक्रम आयोजित हुआ. कार्यक्रम में जयपुर एसएमएस ट्रॉमा सेंटर के ट्रॉमा सर्जन डॉ. दिनेश गोरा ने जवानों को डेमो व प्रशिक्षण दिया.
इस बीच दिनेश गोरा ने उनको फर्स्ट ऐड के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि रोड पर दुर्घटना के बाद मरीज को बचाने का समय स्टार्ट हो जाता है. उस वक्त हर एक सेकेंड का प्रयोग मरीज के प्राण बचाने में होना चाहिए. इसके लिए हमारी स्किल व हमारे निर्णय खास मायने रखते हैं. खास कर पुलिस के जवान जो दुर्घटना में घायल व्यक्तियों के सम्पर्क में अधिकतर मामलों में सबसे पहले आते हैं, उनका प्रशिक्षण अधिक से अधिक होना चाहिए. डॉ. गोरा ने जवानों को करीब चार घंटे का प्रशिक्षण दिया, जिसमें सीपीआर, ट्रॉमा मैनेजमेंट, एक्सीडेंट के मरीजों का परिवहन, मास केजुअलिटी, रक्त स्राव की रोकथाम, दुर्घटना के समय हेल्मेट का प्रयोग और फर्स्ट एड व बेसिक लाइफ सपोर्ट के गुर सिखाए गए.
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कार्यक्रम के दौरान एसपी सुमित मेहरड़ा ने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि छोटी छोटी स्किल जो ऐसे प्रशिक्षण से विकसित होती हैं, उनका जीवन बचाने में बहुत बड़ा रोल होता है और प्रशिक्षण के बाद फील्ड में जवान निश्चय ही इन स्किल्स का लाभ लेकर दुर्घटना में घायल व्यक्तियों को जिन्दगी देने का काम करेंगे. कार्यक्रम के दौरान मौजूद धौलपुर आरएसी छठीं बटालियन में तैनात डॉ. परमेश पाठक ने बताया कि पुलिस और आरएसी के जवानों को फर्स्ट एड और बेसिक लाइफ सपोर्ट की जानकारियां देने के बाद प्रैक्टिकल भी कराए गए. कार्यक्रम में धौलपुर जिलेभर के सभी डिप्टी एसपी और अधिकारी जवानों के साथ उपस्थित रहे और उनके द्वारा प्रशिक्षण लिया गया.