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'शिखा बढ़ाने और चंदन लगा लेने से कोई हिन्दू नहीं होता', बेगूसराय से CPI प्रत्याशी का गिरिराज सिंह पर निशाना - Awadhesh Rai On Giriraj Singh - AWADHESH RAI ON GIRIRAJ SINGH

BEGUSARAI LOK SABHA : बेगूसराय लोकसभा सीट से सीपीआई उम्मीदवार ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए विवादित बयान दिया है. उन्होंने गिरिराज सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि शिखा बढ़ाने और चंदन लगा लेने से कोई हिन्दू और हिन्दू सम्राट नहीं होता है. इस दौरान उन्होंने हिन्दू धर्म पर भी विवादित टिप्पणी की. पढ़ें पूरी खबर.

सीपीआई उम्मीदवार से बातचीत
सीपीआई उम्मीदवार से बातचीत
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Apr 6, 2024, 6:15 AM IST

Updated : Apr 6, 2024, 11:13 AM IST

सीपीआई उम्मीदवार से बातचीत

पटनाः लोकसभा चुनाव को लेकर सभी प्रत्याशी जीत के लिए पूरी जोर लगाए हुए हैं. बेगूसराय में महागठबंधन और एनडीए के बीच मुकाबला है. सीपीआई से अवधेश राय और एनडीए की ओर से हिंदुत्ववाद का चेहरा भाजपा के फायर ब्रांड नेता सह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है. दोनों ही नेताओं के द्वारा चुनावी प्रचार में दम खम दिखाया जा रहा है.

गिरिराज सिंह को लेकर विवादित बयानः कई नेता एक दूसरे पर जमकर हमला भी बोल रहे हैं. इस बीच बेगूसराय लोकसभा सीट से सीपीआई उम्मीदवार अवधेश राय ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए गिरिराज सिंह को लेकर विवादित बयान दिया है. उन्होंने हिन्दू धर्म पर विवादित टिप्पणी की, जबकि अवधेश राय खुद एक हिन्दू हैं.

गिरिराज सिंह पर बरसेः दरअसल, ईटीवी भारत ने CPI उम्मीदवार अवेधश राय से सवाल किया कि गिरिराज सिंह सनातन धर्म के कर्ता धर्ता माने जाते हैं और बेगूसराय लोकसभा सीट पर लगातार जीतते आए हैं. उनकी इस क्षेत्र में पकड़ रही है. इसे आप किस नजर से देखते हैं? इसपर उन्होंने गिरिराज सिंह पर बरस गए. यहां तक कि उन्होंने अपने धर्म को भी नहीं छोड़ा.

"टीकी बढ़ा लेने और टीका कर लेने से कोई हिन्दू नहीं होता. इससे कोई हिन्दू सम्राट नहीं हो सकता है. हम सनातन धर्म और हिन्दू मानने वाले समाज का स्वागत करते हैं. हम सद्भावना में विश्वास रखते हैं. सबके धर्म में आस्था पर विश्वास रखते हैं. वो (गिरिराज सिंह) इस नाम पर सिर्फ वोट की राजनीति करते हैं. वे हिन्दू धर्म को भजाने का काम करते हैं. हिन्दू धर्म कुछ नहीं है यह सिर्फ वोट का धर्म है." -अवधेश राय, CPI उम्मीदवार, बेगूसराय

लालू यादव के बयान की दिलायी यादः इस दौरान उन्होंने लालू यादव के बयान और अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन को लेकर भी बयान दिया. उन्होंने कहा कि लालू यादव के एक बयान से पूरे देश में हंगामा हो गया. उन्होंने प्रधानमंत्री से पूछा था कि उनकी मां का निधन हुआ तो उन्होंने बाल दाढ़ी क्यों नहीं कटवाया था. हिन्दू सनातन धर्म में तो यही होता है लेकिन उन्होंने नहीं कटवाया.

राम मंदिर उद्घाटन पर उठाए सवालः इस दौरान राम मंदिर को लेकर कहा कि अगर भाजपा सनातन धर्म को मानने वाले होते तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर का उद्घाटन नहीं करते. हमारे धर्म के महंत ने इसे उचित करार नहीं दिया था. इसके बाद भी भाजपा ने इसे नहीं माना. अवधेश यादव ने कहा कि धर्म का विरोध करने वाला हमें धर्म सिखाता है.

'5 साल में कोई काम नहीं': विकास के मुद्दे पर अवधेश राय ने कहा कि पिछले 5 साल में कौन सा काम किया गया है? बेगूसराय में विकास का कोई काम नहीं हुआ है. स्वास्थ्य, रोजगार, सड़क निर्माण के क्षेत्र में कोई काम नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि एक ही काम हुआ है कि सड़क गड्ढे में चली गई है. अवेधश राय का कहना है कि गिरिराज सिंह के रहते हुए बेगूसराय में कोई काम नहीं हुआ है.

'आरएसएस और बीजेपी ने विकास रोका': भाजपा के द्वारा आरोप लगाया जा रहा है कि सीपीआई और वामदल लाल झंडा के बदौलत यहां के विकास को रोकने का काम किया? इसपर उन्होंने कहा कि ये बात तो आज के नौजवानों को समझना है. जब चंद्रशेखर सिंह और सूर्य नारायण सिंह नेता हुआ करते थे तो बेगूसराय में बरौनी फर्टिलाइजर, बरौनी रिफाइनरी, थर्मल और दूध शाला का निर्माण हुआ. आज आरएसएस और बीजेपी वाले छुटभैया नेता हैं तो कारखाना बंद हो रहा है. लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा है.

'कहीं का नहीं रहेगा भाजपा': भाजपा के द्वारा 8 लाख मतों से जीतने के दावे पर अवधेश रॉय ने कहा कि इंडिया गठबंधन को लोग इतने मतों से जीताएंगे फिर उनको कही बैठने का जगह नहीं मिलेगा. हम उनकी तरह डपोरसंखी बातें नहीं किया करते हैं. जनता मुझे इतने मतों से जीताएगी जिसका अंदाजा उन्हें नहीं है. गिरिराज सिंह का कोई हिंदुत्व का मुद्दा, कोई अफवाह यहां नहीं चलेगा.

अवधेश राय का राजनीतिक करियरः अवधेश राय का राजनीतिक जीवन 1970 में छात्र नेता के रूप में हुई. 1970 सें लेकर 1990 तक खेत मजदूर, किसान और नौजवानों की लड़ाई लड़ी. 1990 मे पहली बार बिधायक बने. 1995 में दोबारा बिधायक बने. 2000 में हार गए. फिर 2010 में बिधायक बने. इसके बाद बेगूसराय लोकसभा सीट से सीपीआई ने उम्मीदवार बनाया है.

यह भी पढ़ेंः कन्हैया कुमार का टिकट कटा तो भड़क गई बेगूसराय की जनता, कहा- 'लालू-तेजस्वी के चलते..' - Lok Sabha Election 2024

सीपीआई उम्मीदवार से बातचीत

पटनाः लोकसभा चुनाव को लेकर सभी प्रत्याशी जीत के लिए पूरी जोर लगाए हुए हैं. बेगूसराय में महागठबंधन और एनडीए के बीच मुकाबला है. सीपीआई से अवधेश राय और एनडीए की ओर से हिंदुत्ववाद का चेहरा भाजपा के फायर ब्रांड नेता सह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है. दोनों ही नेताओं के द्वारा चुनावी प्रचार में दम खम दिखाया जा रहा है.

गिरिराज सिंह को लेकर विवादित बयानः कई नेता एक दूसरे पर जमकर हमला भी बोल रहे हैं. इस बीच बेगूसराय लोकसभा सीट से सीपीआई उम्मीदवार अवधेश राय ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए गिरिराज सिंह को लेकर विवादित बयान दिया है. उन्होंने हिन्दू धर्म पर विवादित टिप्पणी की, जबकि अवधेश राय खुद एक हिन्दू हैं.

गिरिराज सिंह पर बरसेः दरअसल, ईटीवी भारत ने CPI उम्मीदवार अवेधश राय से सवाल किया कि गिरिराज सिंह सनातन धर्म के कर्ता धर्ता माने जाते हैं और बेगूसराय लोकसभा सीट पर लगातार जीतते आए हैं. उनकी इस क्षेत्र में पकड़ रही है. इसे आप किस नजर से देखते हैं? इसपर उन्होंने गिरिराज सिंह पर बरस गए. यहां तक कि उन्होंने अपने धर्म को भी नहीं छोड़ा.

"टीकी बढ़ा लेने और टीका कर लेने से कोई हिन्दू नहीं होता. इससे कोई हिन्दू सम्राट नहीं हो सकता है. हम सनातन धर्म और हिन्दू मानने वाले समाज का स्वागत करते हैं. हम सद्भावना में विश्वास रखते हैं. सबके धर्म में आस्था पर विश्वास रखते हैं. वो (गिरिराज सिंह) इस नाम पर सिर्फ वोट की राजनीति करते हैं. वे हिन्दू धर्म को भजाने का काम करते हैं. हिन्दू धर्म कुछ नहीं है यह सिर्फ वोट का धर्म है." -अवधेश राय, CPI उम्मीदवार, बेगूसराय

लालू यादव के बयान की दिलायी यादः इस दौरान उन्होंने लालू यादव के बयान और अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन को लेकर भी बयान दिया. उन्होंने कहा कि लालू यादव के एक बयान से पूरे देश में हंगामा हो गया. उन्होंने प्रधानमंत्री से पूछा था कि उनकी मां का निधन हुआ तो उन्होंने बाल दाढ़ी क्यों नहीं कटवाया था. हिन्दू सनातन धर्म में तो यही होता है लेकिन उन्होंने नहीं कटवाया.

राम मंदिर उद्घाटन पर उठाए सवालः इस दौरान राम मंदिर को लेकर कहा कि अगर भाजपा सनातन धर्म को मानने वाले होते तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर का उद्घाटन नहीं करते. हमारे धर्म के महंत ने इसे उचित करार नहीं दिया था. इसके बाद भी भाजपा ने इसे नहीं माना. अवधेश यादव ने कहा कि धर्म का विरोध करने वाला हमें धर्म सिखाता है.

'5 साल में कोई काम नहीं': विकास के मुद्दे पर अवधेश राय ने कहा कि पिछले 5 साल में कौन सा काम किया गया है? बेगूसराय में विकास का कोई काम नहीं हुआ है. स्वास्थ्य, रोजगार, सड़क निर्माण के क्षेत्र में कोई काम नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि एक ही काम हुआ है कि सड़क गड्ढे में चली गई है. अवेधश राय का कहना है कि गिरिराज सिंह के रहते हुए बेगूसराय में कोई काम नहीं हुआ है.

'आरएसएस और बीजेपी ने विकास रोका': भाजपा के द्वारा आरोप लगाया जा रहा है कि सीपीआई और वामदल लाल झंडा के बदौलत यहां के विकास को रोकने का काम किया? इसपर उन्होंने कहा कि ये बात तो आज के नौजवानों को समझना है. जब चंद्रशेखर सिंह और सूर्य नारायण सिंह नेता हुआ करते थे तो बेगूसराय में बरौनी फर्टिलाइजर, बरौनी रिफाइनरी, थर्मल और दूध शाला का निर्माण हुआ. आज आरएसएस और बीजेपी वाले छुटभैया नेता हैं तो कारखाना बंद हो रहा है. लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा है.

'कहीं का नहीं रहेगा भाजपा': भाजपा के द्वारा 8 लाख मतों से जीतने के दावे पर अवधेश रॉय ने कहा कि इंडिया गठबंधन को लोग इतने मतों से जीताएंगे फिर उनको कही बैठने का जगह नहीं मिलेगा. हम उनकी तरह डपोरसंखी बातें नहीं किया करते हैं. जनता मुझे इतने मतों से जीताएगी जिसका अंदाजा उन्हें नहीं है. गिरिराज सिंह का कोई हिंदुत्व का मुद्दा, कोई अफवाह यहां नहीं चलेगा.

अवधेश राय का राजनीतिक करियरः अवधेश राय का राजनीतिक जीवन 1970 में छात्र नेता के रूप में हुई. 1970 सें लेकर 1990 तक खेत मजदूर, किसान और नौजवानों की लड़ाई लड़ी. 1990 मे पहली बार बिधायक बने. 1995 में दोबारा बिधायक बने. 2000 में हार गए. फिर 2010 में बिधायक बने. इसके बाद बेगूसराय लोकसभा सीट से सीपीआई ने उम्मीदवार बनाया है.

यह भी पढ़ेंः कन्हैया कुमार का टिकट कटा तो भड़क गई बेगूसराय की जनता, कहा- 'लालू-तेजस्वी के चलते..' - Lok Sabha Election 2024

Last Updated : Apr 6, 2024, 11:13 AM IST
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