ETV Bharat / state

एमपी में कांग्रेस का ये दिग्गज नेता बीजेपी सरकार में कैसे बना कैबिनेट मंत्री, ये है पूरी इनसाइड स्टोरी - RAMNIWAS RAWAT oath MINISTER

क्या आपने कभी सुना है कि कोई विपक्षी दल का विधायक सरकार में मंत्री बना हो. अगर नहीं तो मध्य प्रदेश में यह बात साबित हो चुकी है. कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत अब बीजेपी सरकार में कैबिनेट मंत्री बन गए हैं. रामनिवास को बीजेपी ने रिटर्न गिफ्ट दिया है. कांग्रेस में रहते विधायक रामनिवास रावत ने लोकसभा चुनाव में मुरैना व शिवपुरी सीट जिताने की कसम खाई थी.

author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jul 8, 2024, 12:29 PM IST

Updated : Jul 8, 2024, 2:00 PM IST

RAMNIWAS RAWAT oath MINISTER
रामनिवास रावत के मंत्री बनने पर बधाई देते मुख्यमंत्री व अन्य नेता (ETV BHARAT)

भोपाल। राजनीति में दलबदल कोई बड़ी बात नहीं. नेता कभी क्षेत्र के विकास तो कभी निजी स्वार्थ के लिए पार्टियां बदलते रहे हैं. 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने 22 मंत्री विधायकों के साथ कांग्रेस से इस्तीफा दे भाजपा में शामिल हो गए और भारतीय जनता पार्टी की सरकार दोबारा बनवाई. यह बात राजनीति के इतिहास में दर्ज हो चुकी है लेकिन क्या आप जानते हैं कि कांग्रेस का एक ऐसा भी नेता है, जिसने बीजेपी को जिताने के लिए कसम खाई थी और अब भारतीय जनता पार्टी के राज में उन्हें मंत्री बनाया गया है

कांग्रेस का वरिष्ठ विधायक बीजेपी सरकार में मंत्री

मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत अब बीजेपी के राज में मंत्री बन गए हैं लेकिन रावत को मंत्री बनाने की कहानी 2024 के लोकसभा के दौरान ही लिखी जा चुकी थी. क्योंकि जनता के बदले मूड से मुरैना व शिवपुरी लोकसभा सीट पर बीजेपी की हालत खस्ता थी. श्योपुर क्षेत्र से आने वाले रामनिवास रावत बड़े नेता हैं और मीणा समाज में अपना निर्णायक व्यक्तित्व रखते हैं. उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने का निर्णय लिया.

RAMNIWAS RAWAT oath MINISTER
मंत्री बनने के बाद मनिवास रावत को बधाई देते सीएम मोहन यादव (ETV BHARAT)

इस वजह से रावत को पार्टी में लायी थी बीजेपी

विधानसभा चुनाव के बाद सरकार बीजेपी बना चुकी थी. अतिरिक्त विधायकों की जरूरत नहीं थी. ऐसे में रामनिवास रावत को बीजेपी में शामिल करके भारतीय जनता पार्टी को क्या फायदा मिलता ? जिसका जवाब लोकसभा चुनाव के नतीजे ने दिया. बताया जाता है कि जब लोकसभा चुनाव का दौर आया तो सर्वे में मुरैना लोकसभा सीट पर बीजेपी को जीत के लिए 2-2.5 लाख वोटों की कमी का पता चला. यहां भारतीय जनता पार्टी की दम फूलने लगा. ऐसे में बीजेपी के लिए रामनिवास रावत संजीवनी बूटी की तरह सामने आए.

'लोकसभा सीट जिताओ, मंत्री पद पाओ' का मिला था ऑफर

भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें मुख्यमंत्री मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल किया. साथ ही उन्हें यह ऑफर दिया कि अगर वे मुरैना व शिवपुरी लोकसभा सीट जिता देते हैं तो उन्हें बीजेपी सरकार प्रदेश में मंत्री बनाएगी. इसके बाद रामनिवास रावत ने भी यह शपथ ली थी कि वह जब तक मुरैना व शिवपुरी लोकसभा सीट बीजेपी को नहीं देंगे, तब तक भोपाल में कदम नहीं रखेंगे.

रावत ने ली शपथ, बीजेपी को जिताने के बाद ही जाएंगे भोपाल

जब लोकसभा चुनाव शुरू हुआ तो कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए रावत अपने दमखम से समीकरण बैठने के लिए जुट गए. प्रचार के दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के लिए मोर्चा संभाला. लोकसभा सीट के हर गांव हर क्षेत्र में जनता के बीच पहुंचे. मीना और पाल समाज में उनका एकछत्र वोट बैंक है. रावत के बीजेपी में शामिल होने के साथ ही भारतीय जनता पार्टी की ओर वोट बैंक डायवर्ट हुआ और जब लोकसभा चुनाव आए तो मीणा समाज ने रावत के कहने पर एक बड़े अंतर के साथ भाजपा को मुरैना व शिवपुरी लोकसभा सीट जितवा दी.

ये खबरें भी पढ़ें...

कांग्रेस MLA की भीष्म प्रतिज्ञा, बीजेपी राज में बनूंगा मिनिस्टर, गाड़ी ले राजभवन आया और ली शपथ, कौन है ये नेता

कन्फ्यूज मंत्री जी को पता ही नहीं कि कैबिनेट हैं या राज्यमंत्री? राजभवन के अधिकारी हैरान-परेशान

शपथ पूरी हुई तो भोपाल पहुंचे रामनिवास रावत

लोकसभा चुनाव जीतने के साथ ही रामनिवास रावत की शपथ पूरी हुई. सोमवार को उन्होंने भोपाल पहुंचकर राजभवन में मोहन मंत्रिमंडल के कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली है लेकिन यह इसलिए भी बड़ी बात है क्योंकि रावत ने मंत्री बनने से पहले बीजेपी की सदस्यता तो ली थी लेकिन कांग्रेस से इस्तीफा नहीं दिया. क्योंकि अगर ऐसा करते तो उनकी विधायक की दलबदल कानून के तहत निरस्त हो सकती थी, जिसको लेकर उनकी मूल पार्टी कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट में भी रावत की सदस्यता खत्म करने के लिए याचिका लगाई हुई है, लेकिन अब कांग्रेस का यह नेता अपनी शपथ पूरी कर भाजपा के राज में मंत्री बन चुका है.

भोपाल। राजनीति में दलबदल कोई बड़ी बात नहीं. नेता कभी क्षेत्र के विकास तो कभी निजी स्वार्थ के लिए पार्टियां बदलते रहे हैं. 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने 22 मंत्री विधायकों के साथ कांग्रेस से इस्तीफा दे भाजपा में शामिल हो गए और भारतीय जनता पार्टी की सरकार दोबारा बनवाई. यह बात राजनीति के इतिहास में दर्ज हो चुकी है लेकिन क्या आप जानते हैं कि कांग्रेस का एक ऐसा भी नेता है, जिसने बीजेपी को जिताने के लिए कसम खाई थी और अब भारतीय जनता पार्टी के राज में उन्हें मंत्री बनाया गया है

कांग्रेस का वरिष्ठ विधायक बीजेपी सरकार में मंत्री

मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत अब बीजेपी के राज में मंत्री बन गए हैं लेकिन रावत को मंत्री बनाने की कहानी 2024 के लोकसभा के दौरान ही लिखी जा चुकी थी. क्योंकि जनता के बदले मूड से मुरैना व शिवपुरी लोकसभा सीट पर बीजेपी की हालत खस्ता थी. श्योपुर क्षेत्र से आने वाले रामनिवास रावत बड़े नेता हैं और मीणा समाज में अपना निर्णायक व्यक्तित्व रखते हैं. उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने का निर्णय लिया.

RAMNIWAS RAWAT oath MINISTER
मंत्री बनने के बाद मनिवास रावत को बधाई देते सीएम मोहन यादव (ETV BHARAT)

इस वजह से रावत को पार्टी में लायी थी बीजेपी

विधानसभा चुनाव के बाद सरकार बीजेपी बना चुकी थी. अतिरिक्त विधायकों की जरूरत नहीं थी. ऐसे में रामनिवास रावत को बीजेपी में शामिल करके भारतीय जनता पार्टी को क्या फायदा मिलता ? जिसका जवाब लोकसभा चुनाव के नतीजे ने दिया. बताया जाता है कि जब लोकसभा चुनाव का दौर आया तो सर्वे में मुरैना लोकसभा सीट पर बीजेपी को जीत के लिए 2-2.5 लाख वोटों की कमी का पता चला. यहां भारतीय जनता पार्टी की दम फूलने लगा. ऐसे में बीजेपी के लिए रामनिवास रावत संजीवनी बूटी की तरह सामने आए.

'लोकसभा सीट जिताओ, मंत्री पद पाओ' का मिला था ऑफर

भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें मुख्यमंत्री मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल किया. साथ ही उन्हें यह ऑफर दिया कि अगर वे मुरैना व शिवपुरी लोकसभा सीट जिता देते हैं तो उन्हें बीजेपी सरकार प्रदेश में मंत्री बनाएगी. इसके बाद रामनिवास रावत ने भी यह शपथ ली थी कि वह जब तक मुरैना व शिवपुरी लोकसभा सीट बीजेपी को नहीं देंगे, तब तक भोपाल में कदम नहीं रखेंगे.

रावत ने ली शपथ, बीजेपी को जिताने के बाद ही जाएंगे भोपाल

जब लोकसभा चुनाव शुरू हुआ तो कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए रावत अपने दमखम से समीकरण बैठने के लिए जुट गए. प्रचार के दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के लिए मोर्चा संभाला. लोकसभा सीट के हर गांव हर क्षेत्र में जनता के बीच पहुंचे. मीना और पाल समाज में उनका एकछत्र वोट बैंक है. रावत के बीजेपी में शामिल होने के साथ ही भारतीय जनता पार्टी की ओर वोट बैंक डायवर्ट हुआ और जब लोकसभा चुनाव आए तो मीणा समाज ने रावत के कहने पर एक बड़े अंतर के साथ भाजपा को मुरैना व शिवपुरी लोकसभा सीट जितवा दी.

ये खबरें भी पढ़ें...

कांग्रेस MLA की भीष्म प्रतिज्ञा, बीजेपी राज में बनूंगा मिनिस्टर, गाड़ी ले राजभवन आया और ली शपथ, कौन है ये नेता

कन्फ्यूज मंत्री जी को पता ही नहीं कि कैबिनेट हैं या राज्यमंत्री? राजभवन के अधिकारी हैरान-परेशान

शपथ पूरी हुई तो भोपाल पहुंचे रामनिवास रावत

लोकसभा चुनाव जीतने के साथ ही रामनिवास रावत की शपथ पूरी हुई. सोमवार को उन्होंने भोपाल पहुंचकर राजभवन में मोहन मंत्रिमंडल के कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली है लेकिन यह इसलिए भी बड़ी बात है क्योंकि रावत ने मंत्री बनने से पहले बीजेपी की सदस्यता तो ली थी लेकिन कांग्रेस से इस्तीफा नहीं दिया. क्योंकि अगर ऐसा करते तो उनकी विधायक की दलबदल कानून के तहत निरस्त हो सकती थी, जिसको लेकर उनकी मूल पार्टी कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट में भी रावत की सदस्यता खत्म करने के लिए याचिका लगाई हुई है, लेकिन अब कांग्रेस का यह नेता अपनी शपथ पूरी कर भाजपा के राज में मंत्री बन चुका है.

Last Updated : Jul 8, 2024, 2:00 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.