भोपाल। राजनीति में दलबदल कोई बड़ी बात नहीं. नेता कभी क्षेत्र के विकास तो कभी निजी स्वार्थ के लिए पार्टियां बदलते रहे हैं. 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने 22 मंत्री विधायकों के साथ कांग्रेस से इस्तीफा दे भाजपा में शामिल हो गए और भारतीय जनता पार्टी की सरकार दोबारा बनवाई. यह बात राजनीति के इतिहास में दर्ज हो चुकी है लेकिन क्या आप जानते हैं कि कांग्रेस का एक ऐसा भी नेता है, जिसने बीजेपी को जिताने के लिए कसम खाई थी और अब भारतीय जनता पार्टी के राज में उन्हें मंत्री बनाया गया है
आदरणीय प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा जी आपकी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद। https://t.co/jc7K55cfUD
— Ramniwas Rawat (@rawat_ramniwas) July 8, 2024
कांग्रेस का वरिष्ठ विधायक बीजेपी सरकार में मंत्री
मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत अब बीजेपी के राज में मंत्री बन गए हैं लेकिन रावत को मंत्री बनाने की कहानी 2024 के लोकसभा के दौरान ही लिखी जा चुकी थी. क्योंकि जनता के बदले मूड से मुरैना व शिवपुरी लोकसभा सीट पर बीजेपी की हालत खस्ता थी. श्योपुर क्षेत्र से आने वाले रामनिवास रावत बड़े नेता हैं और मीणा समाज में अपना निर्णायक व्यक्तित्व रखते हैं. उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने का निर्णय लिया.
इस वजह से रावत को पार्टी में लायी थी बीजेपी
विधानसभा चुनाव के बाद सरकार बीजेपी बना चुकी थी. अतिरिक्त विधायकों की जरूरत नहीं थी. ऐसे में रामनिवास रावत को बीजेपी में शामिल करके भारतीय जनता पार्टी को क्या फायदा मिलता ? जिसका जवाब लोकसभा चुनाव के नतीजे ने दिया. बताया जाता है कि जब लोकसभा चुनाव का दौर आया तो सर्वे में मुरैना लोकसभा सीट पर बीजेपी को जीत के लिए 2-2.5 लाख वोटों की कमी का पता चला. यहां भारतीय जनता पार्टी की दम फूलने लगा. ऐसे में बीजेपी के लिए रामनिवास रावत संजीवनी बूटी की तरह सामने आए.
'लोकसभा सीट जिताओ, मंत्री पद पाओ' का मिला था ऑफर
भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें मुख्यमंत्री मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल किया. साथ ही उन्हें यह ऑफर दिया कि अगर वे मुरैना व शिवपुरी लोकसभा सीट जिता देते हैं तो उन्हें बीजेपी सरकार प्रदेश में मंत्री बनाएगी. इसके बाद रामनिवास रावत ने भी यह शपथ ली थी कि वह जब तक मुरैना व शिवपुरी लोकसभा सीट बीजेपी को नहीं देंगे, तब तक भोपाल में कदम नहीं रखेंगे.
रावत ने ली शपथ, बीजेपी को जिताने के बाद ही जाएंगे भोपाल
जब लोकसभा चुनाव शुरू हुआ तो कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए रावत अपने दमखम से समीकरण बैठने के लिए जुट गए. प्रचार के दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के लिए मोर्चा संभाला. लोकसभा सीट के हर गांव हर क्षेत्र में जनता के बीच पहुंचे. मीना और पाल समाज में उनका एकछत्र वोट बैंक है. रावत के बीजेपी में शामिल होने के साथ ही भारतीय जनता पार्टी की ओर वोट बैंक डायवर्ट हुआ और जब लोकसभा चुनाव आए तो मीणा समाज ने रावत के कहने पर एक बड़े अंतर के साथ भाजपा को मुरैना व शिवपुरी लोकसभा सीट जितवा दी.
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शपथ पूरी हुई तो भोपाल पहुंचे रामनिवास रावत
लोकसभा चुनाव जीतने के साथ ही रामनिवास रावत की शपथ पूरी हुई. सोमवार को उन्होंने भोपाल पहुंचकर राजभवन में मोहन मंत्रिमंडल के कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली है लेकिन यह इसलिए भी बड़ी बात है क्योंकि रावत ने मंत्री बनने से पहले बीजेपी की सदस्यता तो ली थी लेकिन कांग्रेस से इस्तीफा नहीं दिया. क्योंकि अगर ऐसा करते तो उनकी विधायक की दलबदल कानून के तहत निरस्त हो सकती थी, जिसको लेकर उनकी मूल पार्टी कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट में भी रावत की सदस्यता खत्म करने के लिए याचिका लगाई हुई है, लेकिन अब कांग्रेस का यह नेता अपनी शपथ पूरी कर भाजपा के राज में मंत्री बन चुका है.