शिमला: हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा से भाजपा सांसद कंगना रनौत के सुक्खू सरकार और कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. कंगना ने कहा हिमाचल में आपदा रिलीफ फंड का पैसा सोनिया गांधी के राहत कोष में जाता है. कंगना के इस आरोप पर कांग्रेस ने पलटवार किया है. पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता कौल सिंह ठाकुर ने कंगना रनौत को आड़े हाथ लिया है. उन्होंने कहा हम कंगना के बयानों को सीरियसली नहीं लेते हैं.
पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने कहा, "मंडी से कंगना रनौत सांसद चुनकर आई हैं. सांसद बनने से पहले कंगना ने ऐसे बयान दिए हैं, जो कोई अनपढ़ ही दे सकता है. कंगना ने कहा था कि देश 2014 के बाद आजाद हुआ, देश के पहले प्रधानमंत्री सुभाष चंद्र बोस थे. चुनाव के दौरान भी कंगना ने ऐसी बातें कही है, जिन्हे हम गंभीरता से नहीं लेते".
कौल सिंह ठाकुर ने कहा, "कंगना रनौत ने कहा था कि चुनाव जीतने के बाद वे पूरे मंडी संसदीय क्षेत्र का दौरा करेंगी, लेकिन चुनाव जीतने के बाद एक दिन का दौरा करने के अलावा वे किसी क्षेत्र में नहीं गई. बादल फटने से हिमाचल में बड़ी आपदा आई, इस दौरान कई बहुमूल्य जानें चली गई. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पीड़ित परिवारों से मिलकर लोगों का हौसला बढ़ाया, लेकिन मंडी की सांसद कंगना रनौत इस दौरान गायब रही. कंगना रनौत मंडी आएं और लोगों से जो वादे किए हैं, उन्हें पूरा करें.".
वहीं, कंगना के हिमाचल रिलीफ फंड का पैसा सोनिया गांधी के खाते में डालने के बयान पर पूर्व मंत्री कौल सिंह ने निशाना साधा. उन्होंने कहा कंगना के बयानों को कोई गंभीरता से नहीं लेता है और न ही उन्हें कुछ पता है. किसान आंदोलन को लेकर भी कंगना ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया था, जिस पर चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर महिला सुरक्षाकर्मी ने कंगना को थप्पड़ मारा था.
गौरतलब है कि बीजेपी सांसद बीते दिनों मनाली में भाजपा सदस्यता अभियान में शामिल हुईं थी. इस दौरान उन्होंने सुक्खू सरकार और सोनिया गांधी पर जमकर निशाना साधा. कंगना ने आरोप लगाया कि "हर कोई जानता है कि हिमाचल में भ्रष्टाचार व्याप्त है. कांग्रेस शासित राज्य सरकारों ने अपने-अपने राज्यों को खोखला कर दिया है. कांग्रेस पार्टी चुनावों पर इतना खर्च कैसे करती है. सुखविंदर सरकार पर निशाना साधते हुए कंगना रनौत ने कहा, वे कर्ज लेते हैं और सोनिया गांधी को देते हैं, जिससे राज्य खोखला हो गया है.
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