शिमला: हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर पर जुबानी हमला बोला है. शिमला में पत्रकार वार्ता के दौरान सीएम सुक्खू ने कहा, "जयराम ठाकुर 5 साल अपने मोबाइल पर ही लगे रहे, इस दौरान अगर वे प्रदेश के विकास के लिए योजनाएं बनाते तो अच्छा होता. जयराम ठाकुर विधायकों को चुराकर सरकार बनाने चाहते हैं, जो बिक गए हैं. जो अपना ईमान बेच चुके हैं. ऐसे नेता कभी जनता के सेवक नहीं हो सकते हैं".
नोटों से वोटों वाली सरकार को गिराने का प्रयास: सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भाजपा पर जमकर अपनी भड़ास निकाली. उन्होंने कहा, भाजपा ने 15 महीने पहले जनता के वोटों से चुनकर आई बहुमत वाली सरकार को नोटों के दम पर गिराने का असफल प्रयास किया है. लेकिन अब जनता विधायकों को खरीदने वाली पार्टी और बिकने वाले विधायकों दोनों को सबक सिखाएगी. जनता 1 जून को अपने वोटों की ताकत से एक राज्य सभा सीट खरीदने वाली पार्टी से चारों लोकसभा सीटें छीनकर कांग्रेस की झोली में डालेगी. वहीं, विधानसभा की छह सीटों पर होने वाले उपचुनाव में भी कांग्रेस पार्टी को कांग्रेस पार्टी को धोखा देकर भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले बागियों को जनता अपने वोटों की ताकत से सबक सिखाएगी.
मुद्दों पर बात कर रहे कांग्रेस प्रत्याशी: सीएम सुखविंदर सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने मंडी और शिमला सीट पर सशक्त पढ़े लिखे उम्मीदवार उतारे हैं. जो जनता के बीच में जाकर मुद्दों पर बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा भाजपा चुनाव में मुद्दों पर बात न कर जनता के ध्यान को भटकाने का प्रयास कर रही है. सुक्खू ने कहा कि हमीरपुर और कांगड़ा सीट पर भी कांग्रेस जल्द ही उच्च शिक्षित और प्रभावशाली उम्मीदवार को उतरेगी.
ओपीएस के लिए विधानसभा में लाया जाएगा कानून: डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि भाजपा महिला और कर्मचारी विरोधी है. उन्होंने कहा कि भाजपा ओपीएस के खिलाफ रही है और सत्ता में आने पर उसे वापस लेने का प्रयास कर सकती है. इसलिए सरकार विधानसभा में ओपीएस को लेकर कानून लाएगी. उन्होंने कहा कि भाजपा ने हिमाचल में चुनी हुई सरकार को गिराने का प्रयास किया था. जिसका अब भंडाफोड़ हो गया है.
चुनाव के बाद भी सरकार हमारी रहेगी: सीएम ने कहा, हिमाचल में भाजपा की जो ऑपरेशन लोटस की मंशा थी, वह पूरी नहीं हुई है. जयराम ठाकुर कहते हैं कि कांग्रेस की सरकार अल्पमत में है, जबकि 6 विधायकों को अयोग्य घोषित करने के बाद 62 सदस्य वाली विधानसभा में कांग्रेस के पास 34 विधायक हैं. वहीं भाजपा के पास 25 विधायक हैं. सरकार चुनाव से पहले भी हमारी है और बाद में भी हमारी ही होगी. इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत का चौका लगाएगी और विधानसभा उपचुनाव में भी जीत का छक्का लगाएगी.
वही, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा, "भाजपा जनता का ध्यान मुद्दों से भटका रही है. युवाओं को रोजगार देने, महंगाई और भ्रष्टाचार को खत्म करने को लेकर बात नहीं कर रही है. कांग्रेस लोकसभा चुनाव और विधानसभा की छह सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव में विकास कार्यों को लेकर जनता के बीच जाएगी.
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