अल्मोड़ा: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज जागेश्वर धाम पहुंचे जहां उन्होंने प्रसिद्ध जागेश्वर धाम में एक महीने तक चलने वाले श्रावणी मेले का पूजा अर्चना कर शुभारंभ किया. इस दौरान उन्होंने जागेश्वर के भंडारा स्थल में पदम का वृक्ष भी लगाया और हरेला की शुभकामनाओं के साथ पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेश वासियों की सुख समृद्धि की कामना की. मुख्यमंत्री ने भगवान श्री जागेश्वर महादेव का पंचामृत से रुद्राभिषेक भी किया.
सावन महीने की शुरुआत के साथ अल्मोड़ा के जागेश्वर मंदिर में श्रावणी मेला-2024 का शुभारंभ हो गया है. सीएम पुष्कर धामी ने पौराणिक श्रावणी मेले का शुभारंभ किया. वहीं हरेला पर्व पर पौधारोपण भी किया. सीएम धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में देवभूमि के सभी धामों और तीर्थों में तेजी से विकास कार्य हुए हैं. इसी क्रम में जागेश्वर धाम में मास्टर प्लान के तहत काम होना है. इससे यहां पर्यटन और भक्त अधिक संख्या में पहुंच सकेंगे. मुख्यमंत्री ने प्रदेश वासियों को हरेला पर्व एवं श्रावणी मेले की शुभकामनाएं दी.
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि डबल इंजन की सरकार उत्तराखंड के विकास को समर्पित सरकार है. इसी का परिणाम है कि नीति आयोग द्वारा जारी की गई सतत विकास रिपोर्ट में उत्तराखंड प्रथम स्थान पर आया है. यह हमारे उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने की दिशा में सकारात्मक कदम है. उन्होंने कहा कि अल्मोड़ा के कोसी से कौसानी तक साइकिल ट्रैक का निर्माण किए जाने पर कार्य किया जा रहा है, जिससे अल्मोड़ा जिले के पर्यटन को गति मिलेगी. अल्मोड़ा शहर के विस्तार की भी योजना है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जागेश्वर धाम पौराणिक संस्कृति का अप्रतिम प्रतीक है. यहां आकर एक अलग ही शांति की अनुभूति मिलती है. भगवान जागेश्वर सभी श्रद्धालुओं पर अपनी कृपा रखते हैं. उन्होंने कहा कि जागेश्वर आकर वे बहुत अभिभूत महसूस कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यहां कोई अपनी मर्जी से नहीं बल्कि बाबा के बुलावे पर ही आता है. उन्हें बाबा का बुलावा आया तो वे यहां आए. श्रावणी मेले को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रावणी मेला पौराणिक संस्कृति का जीता जागता उदाहरण है. श्रावणी मेला सदियों से श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र रहा है.
उन्होंने कहा कि जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जागेश्वर धाम में पूजा अर्चना की है, तब से यहां श्रद्धालुओं की संख्या में गुणात्मक वृद्धि हुई है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के तीर्थाटन को बढ़ाने में भी उनकी सरकार लगातार प्रयासरत है. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार केदारनाथ एवं बदरीनाथ मंदिर के मास्टर प्लान के माध्यम से केदारनाथ एवं बदरीनाथ में श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. उसी प्रकार जागेश्वर धाम के मास्टर प्लान के माध्यम से भी यहां के लोगों के आजीविका के द्वार खुलेंगे. जागेश्वर धाम के मास्टर प्लान के कार्य पूरा हो जाने के बाद प्रति वर्ष 10 लाख श्रृद्धालु यहां आने की उम्मीद है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके माध्यम से यहां के लोगों एवं जिले की आर्थिकी में भी बढ़ोतरी होगी एवं जीवन खुशहाल होगा.
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