मेरठ: लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के घोषित प्रत्याशी भानु प्रताप वर्मा कई दिन पूर्व अपने लिए नामांकन पत्र खरीद चुके थे, वहीं अब समाजवादी पार्टी के शहर विधायक रफीक अंसारी ने भी नामांकन पत्र खरीद लिया है. इन दो नामों के अलावा भी और कई ऐसे नाम हैं, जो मेरठ में अपनी दावेदारी जता रहे हैं.
बीते दिनों समाजवादी पार्टी ने मेरठ से भानु प्रताप वर्मा को प्रत्याशी घोषित कर दिया था. जिसके बाद से यहां घमासान मचा है., आलम यह है कि पिछले कई दिनों से समाजवादी पार्टी के तीन विधायक समेत और भी कई नेता लखनऊ में डेरा डाले हुए हैं. वहीं भानुप्रताप वर्मा ने नामांकन पत्र भी कलेक्ट्रेट से ले लिया है. जबकि सोमवार को मेरठ शहर से विधायक रफीक अंसारी ने भी सपा की तरफ से अपनी दावेदारी पेश करते हुए नामांकन पत्र खरीद लिया है.
रफीक अंसारी ने ईटीवी भारत से बताया कि वह इस वक्त लखनऊ में हैं और वह अभी यही कहेंगे कि हर किसी को चुनाव लड़ने का हक है. उनकी भी इच्छा है कि वह लोकसभा चुनाव लड़ें. क्या उन्हें सपा अध्यक्ष की तरफ से चुनाव लड़ने के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया है? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सारी बातें वह अभी नहीं बताएंगे, लेकिन अभी उन्होंने अपने लिए नामांकन पत्र ले लिया है और जल्द ही सब कुछ सामने आएगा. वहीं दूसरी तरफ पार्टी के घोषित प्रत्याशी भानुप्रताप वर्मा ने कहा कि अभी वही प्रत्याशी हैं. पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से भी उनकी बात हुई है, पार्टी को उनसे कोई दिक्कत नहीं है.
बता दें कि मेरठ में समाजवादी पार्टी के तीन विधायक हैं और तीनों इन दिनों लखनऊ में ही हैं. उनके अलावा पार्टी के और भी कई नेता हैं जो अपने लिए या अपने किसी खास के लिए टिकट मांग रहे हैं. फिलहाल जहां भाजपा ने मेरठ हापुड़ लोकसभा सीट से अरुण गोयल को प्रत्याशी बनाया है, वहीं बसपा ने त्यागी समाज से ताल्लुक रखने वाले देवव्रत त्यागी को प्रत्याशी घोषित किया है. अब जबकि चार अप्रैल तक नामांकन होना है तो ऐसे में सपा के प्रत्याशी का टिकट कटेगा या फिर भानुप्रताप ही प्रत्याशी के तौर पर्चा दाखिल करेंगे, यह देखने वाली बात होगी.