रुड़की: हरिद्वार के मंगलौर उपचुनाव के दौरान हुई हिंसा में पुलिस ने 8 नामजद समेत 100 से अधिक अज्ञात उपद्रवियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस अब वायरल वीडियो के आधार पर उपद्रवियों को चिन्हित करने के प्रयास में जुटी हुई है. दरअसल मतदान के दौरान उपद्रवियों द्वारा ग्रामीणों पर लाठी-डंडे और धारदार हथियारों के साथ-साथ पथराव किया गया था, जिससे कई ग्रामीण घायल हो गए थे.
बता दें कि बीती 10 जुलाई को मंगलौर विधानसभा का उपचुनाव हुआ था, तभी मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के लिब्बरहेड़ी गांव के बूथ संख्या 53 और 54 पर मतदान को लेकर दो पक्षों में पथराव और बवाल हो गया था. मामले में हल्का दरोगा उप निरीक्षक मनोज कठैत और लिब्बरहेड़ी ग्रामीण शराफत ने मंगलौर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है, जिसमें हल्का दरोगा एसआई मनोज कठैत द्वारा बताया गया है कि वह शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस और पीएसी के साथ क्षेत्र में भ्रमण पर गए थे. सुरक्षा बल टीम को नसीरपुर पुल पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए छोड़ा और इसके बाद वह लिब्बरहेडी गांव पहुंचे थे, जहां पर ग्रामीणों ने उन्हें बताया था कि कुछ लोगों ने उपद्रव फैलाने का प्रयास कर पथराव किया है, जिसमें गांव के शकील, तौकीन और अशरफ घायल हुए हैं, जिसके बाद पुलिस ने अपनी और से 100 से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.
वहीं, दूसरी ओर लिब्बरहेडी ग्रामीण शराफत ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि बुधवार सुबह करीब 9 बजे वह और उसका भाई वोट डालने के लिए अपने बूथ की लाइन पर खड़े हुए थे, तभी गांव के ही उपद्रवी सुधीर, रामबीर, आयुष, हर्षवधन उर्फ कल्लू, शक्ति, अजय, दीपक, नितेश, अक्षित, समेत 10 से 15 नकाबपोश अज्ञात लोगों ने हाथों में लाठी-डंडे, लोहे की राड और देशी तमंचे लिए हुए थे, इनमें से कुछ लोगों ने वोटिगं बूथ के पास आते ही अपने हाथों में लिए देशी तमंचों से वोटिगं लािन में खड़े लोगों को आतंकित करने की नियत से हवाई फायर की और बाकी लोगों ने अपने हाथों में लिए हथियारों से वोटिगं लाइन में खड़ें लोगों पर हमला कर दिया.
साथ लाइन में खड़े शराफत के भाई तौकीर और शाहबान को गालियां दी और वोट ना डालने का विरोध करने पर उन्होंने उनके साथ जान से मारने की नियत से लाठी-डंडो से मारपीट की. आरोपी धमकी देकर गए कि अब अन्य बूथों पर जाकर देखते हैं, आज हम इन लोगों को बिल्कुल भी वोट डालने नहीं देगें. चाहे किसी भी हद से गुजरना पड़े. गांव के काफी लोग इन लोगों की दहशत और आतंक के कारण अपने-अपने बूथों पर जाकर अपना वोट नहीं डाल सके. आरोपियों ने अन्य लोगों के घरों में जाकर भी जान से मारने की धमकी देकर वोट डालने से रोका.
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