ETV Bharat / state

Wacth: बक्सर पुलिस की बर्बरता, रात में चोर की तरह घर में घुसकर तोड़फोड़, किसानों को लाठी डंडे से पीटा - Brutality Of Buxar Police

Chausa Power Plant Controversy: बिहार के बक्सर में चौसा थर्मल प्लांट का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. मामले में पुलिस की शर्मनाक करतूत सामने आयी है. देर रात किसानों के घर में घुसकर तोड़फोड़ और मारपीट की घटना को अंजाम दिया है. घटना के 24 घंटे के बाद इसका वीडियो सामने आया है. पढ़ें पूरी खबर.

बक्सर पुलिस की बर्बरता
बक्सर पुलिस की बर्बरता
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Mar 22, 2024, 4:06 PM IST

बक्सर पुलिस की बर्बरता

बक्सरः बिहार के चौसा पावर प्लांट मामले में पुलिस की बर्बरता की शर्मनाक तस्वीर सामने आयी है. एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है जिसमें साफ-साफ दिख रहा है कि कुछ पुलिस वाले बांस बल्ले लेकर किसानों के घर में पहुंचे हैं. पहले तोड़फोड़ करते हैं और फिर किसानों के साथ मारपीट करते हैं. मारपीट का वीडियो तो अब तक सामने नहीं आया है लेकिन घर में तोड़फोड़ करते पुलिस दिखाई दे रही है.

महिला को बांस से पीटाः एक बुजुर्ग महिला के साथ पुलिस इस तरह से मारपीट की है जिसकी तस्वीर हम नहीं दिखा सकते हैं. बांस की पिटाई से महिला गंभीर रूप से जख्मी हो गई है. उसके हाथ और पूरे पैर में गहरे जख्म के निशान हैं. पुलिस ने महिला-पुरुष और बच्चों के साथ मारपीट की है. इस घटना को लेकर पूर्व मंत्री सह राजद नेता सुधाकर सिंह ने निंदा की है. उन्होंने कहा कि जनरल डायक री बर्बरता को दर्शाता है.

"नीतीश कुमार की नेतृत्व वाली बिहार पुलिस ने मासूम किसानों, महिलाओं और बच्चों के साथ मारपीट की है. घरों को तोड़ने का काम किया है. जानवरों तक को नहीं छोड़ा गया है जो काफी शर्मनाक है. यह घटना जनरल डायर की याद दिलाती है कि अगर सरकार निरंकुश होगी तो अपने ही लोगों का कत्ल करेगी." -सुधाकर सिंह, पूर्व मंत्री सह राजद नेता

बिजली कंपनी के मालिक पर साजिश का आरोपः सुधाकर सिंह ने कहा कि पुलिस ने फायरिंग भी की है. घटनास्थल से खोखा बरामद किया गया है. इससे बड़ा सबूत और क्या हो सकता है. शांतिपूर्ण घर में रहने वाले किसानों के साथ इस तरह की बर्बरता हमलोगों ने कभी नहीं देखा है. घायलों को इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. सुधाकर सिंह ने कहा कि इस घटना के विरोध में हमलोग सरकार को बेनकाव करने का काम करेंगे. सुधाकर सिंह ने आरोप लगाया है कि बिजली कंपनी के मालिकों के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया गया है.

मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शनः चौसा पावर प्लांट निर्माण स्थल पर किसान मुआवजा की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. 20 मार्च को पुलिस दोपहर में किसानों को जबरन धरना समाप्त कराने के लिए पहुंची थी. इस दौरान दोनों ओर से पथराव की घटना को अंजाम दिया गया था. इस पथराव में पुलिस के जवान और स्थानीय लोग भी घायल हुए थे.

पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांगः इस घटना के बाद 20 मार्च की रात में किसानोंं के घर में घुसकर पुलिस ने मारपीट की. 20 मार्च को डीएम ने प्रेसवार्ता कर पुलिस के घायल होने की जानकारी दी थी लेकिन किसानों के जख्मी होने पर कोई जबाव नहीं दिया. इस तरह की घटना के बाद से बिहार में सियासत तेज हो गई है. सुधाकर सिंह ने सरकार से ऐसे पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.

यह भी पढ़ेंः बक्सर में चौसा पावर प्लांट को लेकर किसानों और पुलिस के बीच झड़प, पत्थरबाजी में कई घायल

बक्सर पुलिस की बर्बरता

बक्सरः बिहार के चौसा पावर प्लांट मामले में पुलिस की बर्बरता की शर्मनाक तस्वीर सामने आयी है. एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है जिसमें साफ-साफ दिख रहा है कि कुछ पुलिस वाले बांस बल्ले लेकर किसानों के घर में पहुंचे हैं. पहले तोड़फोड़ करते हैं और फिर किसानों के साथ मारपीट करते हैं. मारपीट का वीडियो तो अब तक सामने नहीं आया है लेकिन घर में तोड़फोड़ करते पुलिस दिखाई दे रही है.

महिला को बांस से पीटाः एक बुजुर्ग महिला के साथ पुलिस इस तरह से मारपीट की है जिसकी तस्वीर हम नहीं दिखा सकते हैं. बांस की पिटाई से महिला गंभीर रूप से जख्मी हो गई है. उसके हाथ और पूरे पैर में गहरे जख्म के निशान हैं. पुलिस ने महिला-पुरुष और बच्चों के साथ मारपीट की है. इस घटना को लेकर पूर्व मंत्री सह राजद नेता सुधाकर सिंह ने निंदा की है. उन्होंने कहा कि जनरल डायक री बर्बरता को दर्शाता है.

"नीतीश कुमार की नेतृत्व वाली बिहार पुलिस ने मासूम किसानों, महिलाओं और बच्चों के साथ मारपीट की है. घरों को तोड़ने का काम किया है. जानवरों तक को नहीं छोड़ा गया है जो काफी शर्मनाक है. यह घटना जनरल डायर की याद दिलाती है कि अगर सरकार निरंकुश होगी तो अपने ही लोगों का कत्ल करेगी." -सुधाकर सिंह, पूर्व मंत्री सह राजद नेता

बिजली कंपनी के मालिक पर साजिश का आरोपः सुधाकर सिंह ने कहा कि पुलिस ने फायरिंग भी की है. घटनास्थल से खोखा बरामद किया गया है. इससे बड़ा सबूत और क्या हो सकता है. शांतिपूर्ण घर में रहने वाले किसानों के साथ इस तरह की बर्बरता हमलोगों ने कभी नहीं देखा है. घायलों को इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. सुधाकर सिंह ने कहा कि इस घटना के विरोध में हमलोग सरकार को बेनकाव करने का काम करेंगे. सुधाकर सिंह ने आरोप लगाया है कि बिजली कंपनी के मालिकों के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया गया है.

मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शनः चौसा पावर प्लांट निर्माण स्थल पर किसान मुआवजा की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. 20 मार्च को पुलिस दोपहर में किसानों को जबरन धरना समाप्त कराने के लिए पहुंची थी. इस दौरान दोनों ओर से पथराव की घटना को अंजाम दिया गया था. इस पथराव में पुलिस के जवान और स्थानीय लोग भी घायल हुए थे.

पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांगः इस घटना के बाद 20 मार्च की रात में किसानोंं के घर में घुसकर पुलिस ने मारपीट की. 20 मार्च को डीएम ने प्रेसवार्ता कर पुलिस के घायल होने की जानकारी दी थी लेकिन किसानों के जख्मी होने पर कोई जबाव नहीं दिया. इस तरह की घटना के बाद से बिहार में सियासत तेज हो गई है. सुधाकर सिंह ने सरकार से ऐसे पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.

यह भी पढ़ेंः बक्सर में चौसा पावर प्लांट को लेकर किसानों और पुलिस के बीच झड़प, पत्थरबाजी में कई घायल

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.