बुरहानपुर: मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में सतपुड़ा की हसीन वादियों में बसे नेपानगर का बरसात के मौसम में नजारा बेहद आकर्षक और सुहाना हो गया है. यह जंगल 1,90,100 हेक्टेयर में फैला हुआ है, जो वन संपदा से काफी समृद्ध है. यहां के वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफरों ने असीरगढ़ के जंगल में खास प्रकार के मेंढक देखें हैं. यह मेंढक अच्छी बारिश का संकेत माने जाते हैं.
असीरगढ़ के जंगलों में मिले पीले रंग के मेंढक
अक्सर कहा जाता है कि गिरगिट ही रंग बदलता है, लेकिन मेंढक भी रंग बदलते हैं. इस बात का दावा वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर फ्रैंकलिन साइमन और स्टीफन साइमन ने किया है. हाल ही में इन दोनों भाइयों ने असीरगढ़ के जंगलों में फोटोग्राफी के दौरान हिमाचल में पाए जाने वाले इंडियन बुल फ्रॉग यानी पीले मेंढकों को जंगलों में देखा है. दरअसल जंगलों में बरसात के पानी का जमाव हो गया है. यहां पानी में पीले मेंढक की मौजूदगी मिली है. इसके फोटोग्राफ कैमरे में कैद किए हैं, जबकि आमतौर पर मेंढक भूरे और मटमैले रंग के होते है, लेकिन अब पीले रंग के मेंढक सतपुड़ा के असीरगढ़ जंगल में भी दिखाई दिए हैं, जो काफी दुर्लभ हैं.
सतपुड़ा में बहुत कुछ है खास
बता दें कि इससे पहले पीले मेंढक जुलाई 2020 में नरसिंहपुर में देखे गए थे, लेकिन अब नेपानगर के जंगलों में भी मौजूद हैं. इसके वीडियो और फोटोग्राफ इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे है. वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर फ्रैंकलिन के मुताबिक सतपुड़ा में वन्य प्राणियों की 40, पक्षियों की 120, सांपों की 14 और कीट-पतंगों की 65 से ज्यादा प्रजातियां मौजूद हैं. इसमें अहम व दुर्लभ विभिन्न तरह के वन्य प्राणी पाए जाते हैं. इस जंगल ने अपने दामन में इन सबको संजोए रखा है. बता दें कि इस जंगल में 8 रेंज बुरहानपुर, शाहपुर, खकनार, बोदरली, नेपानगर, धुलकोट, असीर और नावरा शामिल है. इसमें पीले मेंढक, हिरण, दूधराज, तेंदुआ, भालू, लकड़बग्घा, सियार, लोमड़ी, नीलगाय, चिंकारा, छोटा उल्लू और जंगली बिल्ली सहित अन्य प्रजातियों के वन्य प्राणी मौजूद हैं.