पटना: बिहार रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी द्वारा ऊर्जा दक्षता ब्यूरो के सौजन्य से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. यह आयोजन पटना स्थित होटल चाणक्य में किया गया था. जहां इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य उद्योगों में ऊर्जा दक्षता परियोजनाओं को आसान शर्तों पर देकर वित्तीय संस्थानों से लोन उपलब्ध कराना था. इस दौरान बैंक के अधिकारियों से लेकर उद्योग जगत के कई प्रतिनिधी शामिल दिखे.
उद्योग जगत के कई प्रतिनिधी शामिल: इस कार्यक्रम में विभिन्न बैंकों के अलावा गैर वित्तीय संस्थानों के प्रतिनिधि ने अपने संस्थानों में उपलब्ध योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी. इस दौरान उद्योग जगत के कई प्रतिनिधी शामिल थे. जहां मुख्य रूप से इस बात की चर्चा की गई कि किस तरह से छोटे और मझौले उद्योग में ऊर्जा संचय किया जाए. यानि ऊर्जा के खपत को कम किया जाए. इस दौरान वक्ताओं ने कई ऐसी बातें बताई जिसके तहत एमएसएमई या छोटा उद्योग चलने वाले लोग ऊर्जा का बचत कर पाएंगे.
उद्योगपति ऊर्जा का बचत करें: ब्रेडा के प्रोजेक्ट डायरेक्टर खगेश चौधरी ने कहा कि निश्चित तौर पर उद्योग में ज्यादा से ज्यादा मुनाफा तभी होगा जब उद्योगपति अपने ऊर्जा का बचत करेंगे. इसी उद्देश्य से हम लोगों ने आज कार्यशाला का आयोजन किया है. कहीं ना कहीं इसका फायदा छोटे और एमएसएमई उद्योग को भी होगा.
"ऊर्जा बजत को लेकर कई बैंक भी हमारे साथ आ गए हैं. बैंक के लोग इसके लिए वित्तीय सहायता भी करेंगे. इसी को लेकर आज कार्यशाला का आयोजन किया गया है. हमें उम्मीद है कि इसका फायदा बिहार के उद्योगों को मिलेगा. उद्योगपतियों से इस मुद्दे पर बातचीत भी किया गया है. हम लोग आगे भी उद्योगपतियों से बात करके ऊर्जा के खपत को कम करने के लिए जो उपाय होगा उसपर चर्चा करते रहेंगे." - खगेश चौधरी, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, ब्रेडा
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