नालंदा: बिहार के नालंदा में इन दिनों ब्राउन शुगर का धंधा कापी तेजी से फैल रहा है. जिसका व्यापक असर देखने को मिल रहा है. इससे सबसे ज्यादा प्रभावित यहां की युवा पीढ़ी हो रही है. ताजा मामला जिले के हिलसा थाना क्षेत्र मोमिंदपुर गांव का है. जहां ड्रग्स के एडिक्टेड किशोर को मां ने ड्रग्स खरीदने के लिए पैसा नहीं दिए तो आवेश में आकर उसने खुदकुशी कर ली.
कमरे में बदहवास मिला किशोर: जैसे ही मां बाजार से घर पहुंची तो बेटे को कमरे में बदहवास होकर गिरा पाया. शोर सुनकर आसपास के लोगों ने जब जाकर देखा तो युवक बेसुध हो चुका था. इस बात की सूचना विम्स पावापुरी में सिक्युरिटी गार्ड का काम करने वाले पिता को दी गई. वहीं पिता की सूचना पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बिहारशरीफ सदर अस्पताल भेज आगे की कार्रवाई में जुट गई है.
इंटरमीडिएट का छात्र था किशोर: मृतक की एक 17 वर्षीय है, जो इंटरमीडिएट का छात्र था. घटना के संबंध में मृतक के पिता ने बताया कि उसका बेटा ब्रॉउन शुगर का नशा करता था. घर वाले अक्सर उसे समझाया करते थे, मारपीट और डांट फटकार भी लगाते थे बावजूद इसके वो उनकी बात नहीं मानता था.
"मेरा बेटा इंटरमीडिएट का छात्र था. जिसे ब्राउन शुगर की लत लग गई थी और वो अपनी मां से उसके लिए 4000 रुपये की मांग कर रहा था. जब मां ने पैसे देने से इंकार दिया तो उसने आत्महत्या कर ली है."-मृतक के पिता
ड्रग्स खरीदने के लिए मांग रहा था पैसे: किशोर ड्रग्स खरीदने के लिए मां से 4000 रुपए की मांग कर रहा था. जिसपर मां ने बेटे को फटकार लगाते हुए पैसा देने से इंकार कर दिया. इस बात पर वो नाराज हो गया और खुदकुशी कर ली. बता दें कि अभी से 4 साल पहले किशोर के बड़े भाई की मौत हुई थी. वह भी नशे का आदि था. वहीं घटना के संबंध में हिलसा थानाध्यक्ष अभिजीत कुमार ने बताया कि परिजनों द्वारा लिखित आवेदन मिलने और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा.
"एक किशोर के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. बताया जा रहा है कि खुदकुशी करने से किशोर की मौत हुई है. अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा."- अभिजीत कुमार, थानाध्यक्ष, हिलसा
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