गया: बिहार के गया जिला प्रशासन का बोधगया महाबोधि मंदिर और इंटरनेशनल गया एयरपोर्ट तक आवागमन की सुविधा के लिए सड़क विस्तार करने पर जोर है. जिला पदाधिकारी डॉ त्याग राजन ने इसके लिए एक बड़ी पहल की है. जिला पदाधिकारी की पहल पर विश्व प्रसिद्ध महाबोधि मंदिर और गया एयरपोर्ट को आमस दरभंगा एक्सप्रेस-वे ' 119 डी भारतमाला परियोजना ' से जोड़ा जाएगा.
आमस दरभंगा एक्सप्रेस वे से होगी महाबोधि मंदिर: कनेक्ट इसके लिए जिला पदाधिकारी डॉ त्याग राजन के द्वारा एनएच के अधिकारियों को प्रपोज़ल भी भेजा गया है. इसकी सिद्धांतिक स्वीकृति भी मिलने की बात जिला पदाधिकारी ने कही है. आमस दरभंगा एक्सप्रेसवे से बोधगया के कनेक्ट होने पर यहां पहुंचना और भी आसान हो जाएगा. गया एयरपोर्ट को डोभी गया पटना फोर लेन के बाईपास से भी जोड़ा जाएगा.
आमस दरभंगा कॉरिडोर का काम शुरू: डोभी-गया पटना फोर लेन से बाईपास को जोड़ने के लिए लगभग चार किलोमीटर तक सड़क चौड़ीकरण का काम होगा, लेकिन आमस दरभंगा एक्सप्रेसवे से कनेक्ट करने के लिए लगभग 20 से 30 किमी तक सड़क का निर्माण होगा. अभी यह फाइनल नहीं हुआ है कि एक्सप्रेस वे से किस जगह से बोधगया और एयरपोर्ट को जोड़ा जाएगा. भारतमाला के अंतर्गत 'आमस दरभंगा कॉरिडोर ' का कार्य प्रारंभ हो चुका है.
"भारतमला 119 डीएनएच को पश्चिमी छोर से सीधे बोधगया स्थित कालचक्र मैदान तक जोड़ा जाएगा. इसी तरह आमस दरभंगा एनएच से एयरपोर्ट को भी जोड़ा जाएगा. आमस दरभंगा कॉरिडोर से बोधगया और एयरपोर्ट को जोड़ने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग से ज़िला प्रशासन का एलाइनमेंट तय हो रहा है. राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग के अभियंतागण से चर्चा की गई है. आमस दरभंगा कॉरिडोर से महाबोधि मंदिर कालचक्र मैदान तक जोड़ने के लिए अगर ओवर ब्रिज निर्माण की भी किसी स्थान पर जरूरत पड़ी तो ओवर ब्रिज का भी निर्माण होगा, इसकी भी चर्चा की गई है."- डॉ त्याग राजन, जिला पदाधिकारी गया
57 राजस्व ग्राम में प्राक्कलित राशि 272.40 करोड़: इस योजना के तहत गया ज़िले में कुल 57 राजस्व ग्राम है. इसकी प्राक्कलित राशि 272.40 करोड़ है, इसमें से 208.584 करोड़ रुपये राशि रैयत के बीच मुआवजा वितरित की जा चुकी है. डीएम ने बताया कि पिछले दो महीने में 15 करोड़ 30 लाख रुपए रैयतों के बीच वितरण किया गया है. इसके अलावा 11 करोड़ 40 लख रुपए रैयतों से आपसी सहमति नहीं बनने के कारण माननीय न्यायालय में पैसा को सुरक्षित जमा कराया गया है.
2890 रैयतों में से 2300 को मिल चुकी है राशि: जिला पदाधिकारी ने बताया कि ज़िले में 2890 रैयत हैं , जिनकी भूमि अधिग्रहण किया जाना है. इनमें से 2300 रैयतों को भुगतान करवा दिया गया है. उन्होंने बताया कि 119 डी भारत माला परियोजना के अंतर्गत आमस दरभंगा एक्सप्रेस वे का कार्य जिले में तेज़ी से हो रहा है.
पर्यटकों को होगी सुविधा: आमस दरभंगा एक्सप्रेसवे से बोधगया के कनेक्ट होने पर पर्यटकों को आवागमन में बड़ी सुविधा होगी. महाबोधि मंदिर के दर्शन के लिए देश विदेश से लाखों पर्यटक हर वर्ष बोधगया आते हैं. इससे उन्हें बड़ी सुविधा उपलब्ध होगी. पश्चिमी छोर से एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा.
अनुमानित लागत लगभग 5000 करोड़: आमस दरभंगा एक्सप्रेसवे 189 किलोमीटर लंबा एक विशाल मार्ग है, जिसका निर्माण भारतमाला परियोजना के तहत हो रहा है. गया जिले के आमस से यह मार्ग शुरू होगा और दरभंगा के बेला नवादा को जोड़ेगा. इस पूरे परियोजना की कुल अनुमानित लागत लगभग 5000 करोड़ है. इस परियोजना से सात जिले जुड़ेंगे. गया जिले के आमस गारू पंचानपुर बेला होते हुए एक्सप्रेसवे गुजरेगा.
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