भोपाल। एमपी में 29 सीटों पर जीत का दम भर रही बीजेपी के लिए सबसे बड़ी चुनौती बनी छिंदवाड़ा सीट पर क्या कमलनाथ को उन्हीं के दांव से मात देगी बीजेपी. इस सीट से बीजेपी ने हाईप्रोफाईल उम्मीदवार को न उतारकर विवेक बंटी साहू पर ही भरोसा जताया है. क्या विवेक बंटी साहू छिंदवाड़ा का सत्तर साल का सियासी इतिहास बदल पाएंगे. ईटीवी भारत से बातचीत में छिंदवाड़ा से उम्मीदवार विवेक बंटी साहू ने कहा कि "ये चुनाव केवल और केवल मोदी का चुनाव है और मशीन में जांच कराई जाए तो कमलनाथ के मन में भी इस समय मोदी ही हैं." ईटीवी भारत ने जानने की कोशिश की छिंदवाड़ा में जीत के लिए कई फार्मूले अपना चुकी बीजेपी के बाद विवेक बंटी साहू जीत के लिए क्यों आश्वस्त हैं.
बीजेपी जीतेगी, क्योंकि योजनाओं के अमल में नंबर वन छिंदवाड़ा
बीजेपी उम्मीदवार विवेक बंटी साहू कहते हैं कि "मैं ऐसी सीट पर चुनाव लड़ रहा हूं. जहां मोदी जी की गरीब कल्याण योजना का सर्वाधिक लाभ गरीबों को मिल रहा है. मोदी जी की जितनी भी गरीब कल्याण योजना है चाहे प्रधानमंत्री अन्न योजना हो, आवास योजना हो, उज्जवला योजना हो, किसान सम्मान निधि. अगर किसी जिले में इसका सबसे ज्यादा लाभ मिला है तो वो छिंदवाड़ा है. इन योजनाओं के अमल में नंबर वन है छिंदवाड़ा." वे कहते हैं " मैं सौभाग्यशाली हूं कि भारतीय जनता पार्टी ने मुझे अवसर दिया, लेकिन ये मोदी जी का चुनाव है. ये चुनाव भारत को विश्व गुरु बनाने का चुनाव है. ये चुनाव भारत को मजबूत बनाने वाला चुनाव है."
2019 का चुनाव कांग्रेस की सरकार ने लड़ा था
2019 की मोदी वेव में भी छिंदवाड़ा में कमल नहीं खिल पाया. इस सवाल के जवाब में विवेक बंटी साहू कहते हैं "उस समय की स्थिति परिस्थिति अलग थी उस समय जो चुनाव हुआ था वो चुनाव मध्यप्रदेश की कांग्रेस की सरकार ने लड़ा था. उस समय मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी. पूरी सरकार को छिंदवाड़ा में लगा दिया था. सारे अधिकारी कर्मचारी कांग्रेस के कार्यकर्ता बनकर काम कर रहे थे. तब कमलनाथ जी के बेटे नकुलनाथ बड़ी मुश्किल से 37 हजार वोट से जीत पाए. लेकिन अभी यह स्थिति नहीं है. आज जो माहौल है देश का कि अबकी बार चार सौ पार का नारा पूरे देश में है. मैं तो कहना चाहता हूं कि सवा चार सौ सीटें आएंगी. उसमें एक सीट छिंदवाड़ा की भी होगी. क्योंकि देश की जनता के और छिंदवाड़ा के मन में मोदी हैं. बल्कि मैं तो कहता हूं कमलनाथ का टेस्ट करवा लीजिए उनके मन में भी मोदी निकलेंगे."
ये भी पढ़ें: संत तो सार्वजनिक संपत्ति होता है, एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में बोले बाल योगी उमेश नाथ महाराज |
आदिवासी जान गया कमलनाथ का छल
विवेक बंटी साहू कहते हैं "हम गरीब कल्याण, जनकल्याण की योजनाओं को लेकर आदिवासियों के बीच में गए है. 38 प्रतिशत छिंदवाड़ा में आदिवासी भाई बहन हैं भोले भाले. कमलनाथ जिन्हें अब तक हर चुनाव में शराब माफिया से धन बल से प्रलोभित करते रहे हैं, लेकिन अब छिंदवाड़ा के आदिवासी समझ चुके हैं उनके बच्चों को जो रोजगार दे सकते हैं वो केवल मोदी जी हैं."