भरतपुर. प्रदेश में लोकसभा चुनाव की बिसात बिछ चुकी है. सभी पार्टियों ने जोर शोर से तैयारियां शुरू कर दी हैं. शनिवार को भरतपुर आए भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रताप राव ने कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने कहा कि भाजपा इस बार सरकार के कामकाज को लेकर वोट मांग रही है. विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है. यही वजह है कि वो मैदान में नहीं आ पा रहे हैं. वहीं, आलम यह है कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट जैसे नेताओं ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया है, क्योंकि वो जान चुके हैं कि हार तय है और इस बार भाजपा जीत की हैट्रिक लगाने जा रही है.
प्रदेश प्रवक्ता प्रताप राव ने कहा कि इस बार मोदी सरकार के 10 साल और सरकार के कामकाज को लेकर ही हम वोट मांग रहे हैं. दस साल की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष के पास एक भी ऐसा मुद्दा नहीं है, जिसको लेकर वो अभियान चला सके. इसी वजह से विपक्ष मैदान में ही नहीं आ पा रहा. राजस्थान में तो एक के बाद एक उनके प्रत्याशी मैदान छोड़ रहे हैं.
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चुनाव लड़ने से कतरा रहे कांग्रेस के बड़े नेता : प्रताप राव ने आगे कहा कि कांग्रेस के बड़े नेताओं ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया है. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जोधपुर से और सचिन पायलट ने सवाई माधोपुर से चुनाव लड़ने से मना कर दिया है. कांग्रेस के बड़े नेता जान चुके हैं कि हार तय है. वो मैदान में उतरने से कतरा रहे हैं. स्थिति एकतरफा बनी हुई है और इस बार भाजपा की हैट्रिक होने जा रही है.
मोदी सरकार ने किया देश का विकास : प्रताप राव ने कहा कि आज नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता को देखते हुए उनका कोई जवाब नहीं है. नरेंद्र मोदी सरकार ने जिस तरह से देश में विकास का काम किया है, उससे भारत आज दुनिया में तेजी से आगे बढ़ रहा है. विपक्ष के पास उसका कोई जवाब नहीं है. वहीं, विपक्ष ने इंडी गठबंधन बनाया. उनका एक ही उद्देश्य था कि किसी तरह से मोदी सरकार को तीसरी बार आने से रोका जाए, लेकिन इंडी गठबंधन जैसे ही बना वैसे ही टूट गया.
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कांग्रेस के पास खुद के कैंडिडेट भी नहीं : प्रताप राव ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस खुद को बहुत मजबूत कहती थी, लेकिन सीकर में उसे कम्युनिस्टों के सामने सरेंडर करना पड़ा. नागौर और कोटा में किसी दूसरे को टिकट देना पड़ा. चूरू में भाजपा से आए राहुल कस्वा को टिकट देना पड़ा, क्योंकि उनके पास कैंडिडेट ही नहीं हैं.
पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर साधा निशाना : इधर, प्रेसवार्ता के दौरान डीग-कुम्हेर विधायक डॉ. शैलेश सिंह ने कहा कि कांग्रेसी नेता पांच साल तक ईआरसीपी पर निशाना साधते रहे, लेकिन लागू करने के प्रयास नहीं किए. जबकि हमारे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सरकार बनने के 50 दिन में ही ईआरसीपी का एमओयू कर पूर्वी राजस्थान को लाभ देने का काम किया. पेपर लीक मामले में एसआईटी गठित कर अब तक 65 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. सरकार ने प्रदेश में 70 हजार पदों पर भर्ती की बात कही है. साथ ही सरकार किसानों को दिन में बिजली उपलब्ध कराएगी.