अररिया: लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में होने वाली मतदान के लिए नामांकन प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है. इस बीच मंगलवार को अररिया से भाजपा प्रत्याशी प्रदीप कुमार सिंह अपना नामांकन पर्चा दाखिल करेंगे. इसके बाद वह शिवपुरी वार्ड संख्या 9 में स्थित खेल मैदान में संकल्प सभा को संबोधित करेंगे.
कई बड़े नेता होंगे शामिल: नामांकन एवं संकल्प सभा में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा, राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर समेत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के कई अन्य नेता शामिल होंगे.
19 अप्रैल तक चलेगी नामांकन प्रकिया: बता दें कि यह नामांकन प्रकिया 19 अप्रैल तक चलेगी. जबकि नामांकन पत्रों की संविक्षा का काम 20 अप्रैल को होगा. वहीं नाम वापसी की अंतिम तिथि 22 अप्रैल है. इसके अलावा चुनाव लड़ने वाले वाले उम्मीदवारों के लिए प्रचार प्रसार की अंतिम तिथि 5 मई तक रखी गई है. तो वहीं, मतदान 7 मई को होगा. 4 जून को देशभर में मतगणना होगी.
अररिया सीट की खास अहमियत: बता दें कि भौगोलिक दृष्टिकोण से अररिया उत्तरी बिहार का सबसे अंतिम जिला है. अररिया के उत्तर में नेपाल, दक्षिण में पूर्णिया, पूरब में किशनगंज और पश्चिम में सुपौल स्थित हैं. अररिया जिले के बाद नेपाल की सीमा शुरू हो जाती है. ऐसे में लोकसभा चुनाव में इस सीट की अपनी एक खास अहमियत होती है.
साल 2009 में जीते थे प्रदीप: साल 2009 के आम चुनाव की बात करें तो भाजपा के उम्मीदवार प्रदीप कुमार सिंह ने लोजपा की टिकट पर चुनाव लड़ने वाले जाकिर हुसैन खान को 22,502 वोटों के छोटे अंतर से हराने में कामयाबी हासिल की थी. इस चुनाव में कांग्रेस नेता डॉ. शकील अहमद खान को 49,649 मत प्राप्त हुए थे.
मो.तस्लीमुद्दीन ने दी थी टक्कर: डॉ. शकील अहमद खान वर्तमान में कटिहार जिले के कदवा विधानसभा क्षेत्र से विधायक और बिहार विधानसभा में कांग्रेस के नेता हैं. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में पहली बार कोई मुस्लिम उम्मीदवार जीतने में कामयाब हुआ. राष्ट्रीय जनता दल के टिकट पर चुनाव लड़कर सीमांचल के कद्दावर नेता मो.तस्लीमुद्दीन ने भाजपा के प्रदीप कुमार सिंह को 1,46,504 वोटों के बड़े अंतर से हराया था.
उप-चुनाव में भी हारे थे प्रदीप: मो.तस्लीमुद्दीन को इस चुनाव में 4,07,978 और प्रदीप कुमार सिंह को 2,61,474 वोट मिले. मो.तस्लीमुद्दीन के देहांत के बाद अररिया लोकसभा सीट रिक्त हो गयी थी, तो 2018 में उप-चुनाव हुआ. इसमें मो. तस्लीमुद्दीन के बेटे सरफराज़ आलम ने बाजी मारी. उप-चुनाव में राजद की टिकट पर चुनाव लड़कर सरफराज़ आलम ने भाजपा के उम्मीदवार प्रदीप कुमार सिंह को 61,788 मतों से हराया.
2019 में वापस से हासिल की जीत: लेकिन अगले ही वर्ष हुए आम लोकसभा चुनाव 2019 में प्रदीप कुमार सिंह अररिया सीट से वापस जीतने में कामयाब रहे. भाजपा के प्रदीप कुमार सिंह ने राजद के सरफराज आलम को 1,37,241 के बड़े अंतर से शिकस्त दी. प्रदीप कुमार सिंह को चुनाव में 6,18,434 और सरफराज आलम को 4,81,193 वोट हासिल हुए थे.